Friday, March 29, 2024

सफल रहा व्यापारियों का ‘भारत बंद’, दुकानें और बाज़ार रहे पूरी तरह से प्रभावित

पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों, GST, ई-वे बिल समेत अन्य मसलों के खिलाफ़ आज 26 फरवरी को अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) द्वारा ‘‘भारत बंद’’ बुलाया गया था। CAIT के ‘भारत बंद’ के कॉल को ऑल इंडिया एफएमसीजी प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन, ऑल इंडिया वूमेन एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन, हॉकर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी, ऑल इंडिया कम्प्यूटर मीडिया डीलर्स एसोसिएशन, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया वेजिटेबल ऑयल डीलर्स एसोसिएशन, नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर कई संगठनों ने समर्थन किया। आज के ‘भारत बंद’ में 40 हजार व्यापारी संगठनों के 8 करोड़ छोटे कारोबारी, करीब 1 करोड़ ट्रांसपोर्टर, लघु उद्योग और महिला उद्यमी शामिल हुए। इस ‘भारत बंद’ को अब ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) का भी समर्थन मिला। साथ ही कुछ अन्‍य संगठनों ने भी व्‍यापारियों के इस ‘भारत बंद’ का समर्थन किया।

आज ‘भारत बंद’ के दौरान देश भर में बाज़ारों, ट्रांसपोर्ट को सुबह 6 बजे से रात आठ बजे तक बंद रखा गया, साथ ही देश में ट्रकों का चक्का जाम भी रहा। कई राज्यों में सड़कों पर भी इसका असर दिखा। सड़कें सूनी रहीं। 

देश भर के कई राज्यों में ‘भारत बंद’ का व्यापक असर दिखा। कई राज्यों में व्यापारिक संस्थान पूरे दिन बंद रहे। ट्रकों और बसों की पहियों की रफ्तार थमने से तमाम रास्ते सूने रहे। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (ऐटवा) की ओर से नेशनल प्रेसिडेंट महेंद्र आर्या, चेयरमैन प्रदीप सिंगल और ज्वाइंट सेक्रेटरी अभिषेक गुप्ता ने दावा किया है कि आज सभी ट्रक पार्किंग में ही पार्क रहे। कोई ट्रक लोड-अनलोड नहीं हुआ। वहीं ऐटवा ने ईवे बिल और जीएसटी के साथ ही डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कैट की ओर से आहूत ‘भारत बंद’ का समर्थन किया। संगठन की ओर से दावा किया गया कि सभी ट्रांसपोर्ट कंपनियों से सुबह 10 से शाम 6 बजे तक अपने वाहन खड़े रखने के लिए कहा गया था। 

देश भर के व्यापारियों ने बाजारों को बंद रखा और छोटे मझोले दुकानदारों ने भी दुकानों पर ताले लगाये रखा। देशभर के 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों और परिवहन व श्रमिक संघों ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों, GST में सुधार और ई बिल को लेकर ‘भारत बंद’ किया है। व्यापारियों और अन्य संघों का ‘भारत बंद’ वस्तु एवं सेवा कर (GST) के प्रावधानों में समीक्षा की मांग को लेकर किया जा रहा है। वहीं ई-वे (e-WAY) बिल को खत्म करने को लेकर ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने भी ‘भारत बंद’ का संमर्थन किया। 

दिल्ली समेत देश भर के सभी राज्यों में छोटे बड़े 1500 व्यापारी संगठन आज GST पोर्टल पर लॉगइन नहीं करेंगे। इसमें लघु उद्योग, हॉकर्स, महिला उद्यमी और व्यापार से जुड़े अन्य क्षेत्रों के राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय संगठन भी शामिल हुए।

टैक्स एडवोकेट्स और चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के संघों ने भी ‘भारत बंद’ का समर्थन किया था। इस कारण उनसे संबंधित सेवाएं प्रभावित रहीं। रिटेल बाजार और होल सेल बाजार पूरी तरह से बंद रहे। देश के कई राज्यों में ‘भारत बंद’ के दौरान व्यापारी प्रदर्शन करते नजर आए। दुकानें भी बंद रहीं। राष्ट्रीय राजधानी में दोपहर दो बजे के बाद बाजार बंद रहे। 

बता दें कि व्पापारी संगठन सरकार से GST को सरल करने की मांग कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि नए संशोधन न केवल कठिन हैं बल्कि व्यापार के प्रतिकूल हैं। 

वहीं खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने ‘भारत बंद’ को लेकर कहा – ”  राजधानी समेत महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सभी प्रमुख बाजार बंद रहें, जबकि दक्षिण भारत में इसका 70-80 प्रतिशत प्रभाव और पूर्वोत्तर राज्यों 80 प्रतिशत से अधिक प्रभावित हुए। 

खंडेलवाल ने आगे बताया कि CAIT एक मार्च से जीएसटी संबंधित मुद्दों को लेकर विभिन्न राज्यों में मुख्यमंत्रियों को लक्ष्य कर एक आक्रामक अभियान शुरू करेगा।

CAIT ने दावा किया है कि देश के बाजारों में कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं हुई। कारोबार ठप रहने से देश में करीब 1 लाख करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है। सभी राज्यों के व्यापारियों ने व्यापार बंद रखा और केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और जीएसटी काउंसिल को यह संदेश दिया कि जीएसटी का उपनिवेशीकरण करने से व्यापार और अर्थव्यवस्था में व्यवधान पैदा हुआ।  देश भर में व्यापारी से व्यापारी (बी टू बी) और व्यापारी से उपभोक्ता (बी 2 सी) का व्यापार पूरी तरह से बंद रहा।  CAIT ने बंद में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, केमिस्ट शॉप, दूध और डेयरी उत्पादों की आपूर्ति करने वाले जनरल स्टोर को व्यापार बंद के दायरे से बाहर रखा। 

व्यापारियों के ‘भारत बंद’ को विपक्षी दलों का साथ 

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच विपक्षी पार्टियां भी आज अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ केरल सचिवालय के बाहर अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया। उन्होंने रस्सियों से बांधकर ऑटो-रिक्शा को खींचा।

वहीं ‘भारत बंद’ के बीच, फ्यूल के बढ़ते दामों के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने अपने आवास से विधानसभा तक साइकिल चलाकर विरोध प्रदर्शन किया। 

वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘भारत बंद’ का समर्थन किया। 

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

Related Articles