पटना। उत्तर प्रदेश में घटित बदायूं के बर्बर बलात्कार और हत्याकांड के खिलाफ बिहार के तमाम जिलों में ऐपवा ने प्रतिवाद मार्च निकाला। इस आयोजन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। ऐपवा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस घटना का जिम्मेदार बताया और उनसे इस्तीफे की मांग की है।
बिहार में महिलाओं ने पटना सहित कई जिलों में प्रतिवाद मार्च का आयोजन किया। पटना में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने इस बर्बर घटना के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को जिम्मेदार बताया। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ के अविलंब इस्तीफे की मांग की गई।
उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी के बयान को भी आपत्तिजनक बताया और उनके भी इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि आज भाजपा के राज में यूपी को महिलाओं के बलात्कार और हत्याकांडों का प्रदेश बना दिया गया है। वहां महिलाएं न घर में सुरक्षित हैं, न बाहर और न ही मंदिरों में।
उन्होंने महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वे महिलाओं के पक्ष में बोलने के बजाए भाजपा और सरकार की भाषा बोल रही हैं। वे बिहार भाजपा की सदस्य रही हैं और आज बिहार में भी महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार की वारदातों में इजाफा हुआ है।
पटना के मार्च में शामिल ऐपवा नेता अफ्शां जबीं ने मौजूदा सरकार में महिलाओं पर लगातार बढ़ रहे अपराधों पर सवाल करते हुए महिलाओं के बराबर अधिकारों की मांग की। ऐपवा नगर अध्यक्ष मधु ने लव जिहाद जैसे कानून को महिलाओं के अधिकारों का हनन और अत्याचार से जोड़ते हुए अपनी बात रखी। आसमा खान ने कहा कि इस सरकार में धार्मिक जगहों पर भी महिलाएं असुरक्षित हैं।
मार्च में आईसा की नेता प्रियंका, नीतू और आरफा, विभा गुप्ता, राखी मेहता, मीरा दत्त, अनुराधा देवी, इंशा, समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मार्च में शामिल हुईं। इसी के साथ ऐपवा की महिलाओं ने फातिमा शेख की जयंती पर फातिमा शेख एवं सावित्री बाई फूले की साझी विरासत को भी याद करते हुए छज्जूबाग और कंकड़बाग में सभा का आयोजन किया।
This post was last modified on January 9, 2021 7:09 pm