Saturday, April 20, 2024

सुभाष चंद्रा का विरोध करने के आरोप में रवि आजाद की गिरफ्तारी पर टिकैत ने जताया कड़ा एतराज

भाकियू ने अपने हरियाणा के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद की गिरफ्तारी को सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करार देते हुए किसान आंदोलन को दबाने की साजिश करार दिया है। भाकियू (अराजनैतिक) के राकेश टिकैत ने कहा है कि ये गिरफ्तारी बर्दाश्त नहीं होगी। रवि आजाद को रिहा करे सरकार नहीं तो आंदोलन झेलने के लिए तैयार रहे।

गौरतलब है कि भाकियू के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद को पुलिस ने बुधवार शाम को गिरफ्तार किया था जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आज उनकी जमानत पर सुनवाई है। 

रवि आजाद पर आरोप है कि चंद्रा ग्लोबल स्पेस हिसार में 28 मार्च शाम सात बजे आयोजित राज्यसभा सांसद व जी समूह के मालिक सुभाष चन्द्रा के कार्यक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर लाइव पोस्ट किया था। और किसानों से उस कार्यक्रम को न होने देने की अपील किया था। 

जिसके बाद सिपाही रणजीत सिंह की शिकायत पर बहल पुलिस ने किसान यूनियन के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद पर होली के दिन ही केस दर्ज़ किया था। सिपाही रणजीत सिंह ने आरोप लगाया था कि रवि आजाद ने लाइव आकर फेसबुक पेज पर कहा था कि बीजेपी व जेजेपी के कार्यकर्ताओं व नेताओं को गांवों में नहीं घुसने देना है।अपने लठों को तेल लगाकर रखो और पंजाब के बीजेपी विधायक जैसा ही इनका हाल करो। होली के दहन में कृषि कानूनों की प्रतियां जलाओ और काले कपड़े अपनी जेबों में रखो, कृषि के नए कानूनों का जमकर विरोध करो। हमारा कुछ भी हो जाए लेकिन हिसार में हम सुभाष चन्द्रा का प्रोग्राम नहीं होने देंगे।

इससे पहले भाकियू हरियाणा के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद ने किसानों से अपील की थी कि वे हरियाणा के हर गांव में बोर्ड लगायें जिसमें लिखा हो कि बीजेपी जेजेपी व सत्तापक्ष के विधायकों व नेताओं का प्रवेश निषिद्ध है। अगर वो गांव आते हैं तो उनके साथ कुछ होता है तो उसके जिम्मेदार वो खुद होंगे। 

पुलिस प्रवक्ता ने मीडिया को बताया है कि रवि आजाद पर बहल व तोशाम थाना में आत्महत्या के लिए उकसाना, विधि विरुद्ध जनसमूह को इकट्ठा करना, लोक मार्ग या परिवहन के पथ में बाधा डालना, दुष्प्रेरण के अपराध, सार्वजनिक शांति को भंग करना सहित अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन्हीं मामलों में पुलिस ने रवि आजाद को बुधवार देर शाम बहल से गिरफ्तार किया है। रवि आजाद पर आरोप है कि वह पिछले कुछ समय से भड़काऊ भाषण देकर शांति भंग करने का कार्य कर रहे हैं। वे अपने फेसबुक पेज रवि आजाद बीकेयू पर लाइव आकर आम जनता के बीच भड़काऊ भाषण दे रहे हैं। जिससे शांति भंग होने का भय है।

इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा नेता युद्ध वीर सिंह को अहमदाबाद गुजरात से एक प्रेस वार्ता के बीच से गिरफ्तार किया गया था। 26 मार्च को किसानों द्वारा बुलाये गये भारत बंद के दौरान गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस ने प्रेस वार्ता करने के दौरान किसान नेता चौधरी युद्धवीर सिंह को हिरासत में ले लिया था। बता दें कि ये प्रेस कॉन्फ्रेंस संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं द्वारा गुजरात में किसान महा पंचायत आयोजित करने के संदर्भ में आयोजित की गई थी। 

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने 100% ईवीएम-वीवीपीएटी सत्यापन की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा

सुप्रीम कोर्ट ने EVM और VVPAT डेटा के 100% सत्यापन की मांग वाली याचिकाओं पर निर्णय सुरक्षित रखा। याचिका में सभी VVPAT पर्चियों के सत्यापन और मतदान की पवित्रता सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। मतदान की विश्वसनीयता और गोपनीयता पर भी चर्चा हुई।

Related Articles

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने 100% ईवीएम-वीवीपीएटी सत्यापन की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा

सुप्रीम कोर्ट ने EVM और VVPAT डेटा के 100% सत्यापन की मांग वाली याचिकाओं पर निर्णय सुरक्षित रखा। याचिका में सभी VVPAT पर्चियों के सत्यापन और मतदान की पवित्रता सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। मतदान की विश्वसनीयता और गोपनीयता पर भी चर्चा हुई।