अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या किया था , सीबीआई की चार्जशीट

जैसी की उम्मीद थी ठीक वैसे ही सीबीआई ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि मर्डर मिस्ट्री की जांच का समापन कर दिया है। सीबीआई ने शनिवार को कोर्ट में आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में चार्जशीट दाखिल कर दी है।सीबीआई ने इस हत्‍या न मानकर आत्‍महत्‍या का मामला बताया है। साथ ही महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप तीन आरोपियों पर लगाया है।अभी न तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आयी है न ही चार्जशीट का खुलासा हुआ है।अभी यह रहस्य के घेरे में है कि सीबीआई को क्या सबूत मिले हैं जिससे हत्या नहीं आत्महत्या की थ्योरी उसे ज्यादा विश्वसनीय लगी है।    

दावा है कि जांच के दौरान आरोपियों के खिलाफ सीबीआई के पास कई सबूत मिले हैं। सीबीआई ने सीजेएम कोर्ट में तीनों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। वहीं कोर्ट ने महंत नरेंद्र गिरि के मर्डर मिस्ट्री चार्ज शीट का संज्ञान लेते हुए 25 तारीख अगली डेट तय की है।अभी तक सीबीआई ने जाँच में अत्यधिक गोपनीयता बरती है जिससे रहस्य और गहरा गया है ।दरअसल इसमें तमाम बड़े चेहरों की संलिप्तता के आरोप हैं। ऐसे में ओपन एंड शट केस की तरह विवेचना सभी बड़े चेहरों के हक में है।  

उत्तरप्रदेश के प्रयागराज अल्लापुर स्थित बघाम्भरी मठ के एक कमरे में संदिग्ध हालत में महंत नरेंद्र गिरि पंखे में फांसी फंदे से लटकती डेड बॉडी मिली थी और डेड बॉडी के पास से एक सुइसाइड नोट भी बरामद हुआ था। सुसाइड नोट के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद आनंद गिरि को हरिद्वार से पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। इस पूरी मर्डर मिस्ट्री की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया था।

पिछले 60 दिनों सेजांच कर रही सीबीआई की टीम ने महंंत नरेंद्र मामले में आरोपी बनाए गए आनंद गिरि, आध्या तिवारी और संदीप तिवारी के खिलाफ आज सीजीएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया। तकरीबन 60 दिन के बाद जांच कर रही सीबीआई ने चार्ज शीट दाखिल किया है।

मर्डर मिस्ट्री की जांच कर रही सीबीआई की टीम महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का दोषी तीनों को माना है। वही सीजेएम कोर्ट ने दाखिल चार्जशीट को का संज्ञान लेते हुए 25 नवंबर तारीख तय की है। बता दें तीनों आरोपी फिलहाल इस वक्त नैनी सेंट्रल जेल में है। अब तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ाया जाना तय है।

प्रयागराज महंत नरेंद्र गिरि मर्डर मिस्ट्री की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने आज कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस चार्जशीट में आरोपी महंत नरेंद्र गिरि को लेकर कई अहम सबूत जो सीबीआई ने कथा किए हैं उसी पर सीबीआई ने आचार से दाखिल किया है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि मर्डर मिस्ट्री की जांच कर रही सीबीआई ने शनिवार को कोर्ट मेंं चार्जशीट दाखिल कर दी है। सीबीआई ने इस हत्‍या न मानकर आत्‍महत्‍या का मामला बताया है। साथ ही महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप तीन आरोपियों पर लगाया है। जांच के दौरान आरोपियों के खिलाफ सीबीआई के पास कई सबूत मिले हैं। सीबीआई ने सीजेएम कोर्ट में तीनों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। वहीं कोर्ट ने महंत नरेंद्र गिरि के मर्डर मिस्ट्री चार्ज शीट का संज्ञान लेते हुए 25 तारीख अगली डेट तय की है।

उत्तरप्रदेश के प्रयागराज अल्लापुर स्थित बघाम्भरी मठ के एक कमरे में संदिग्ध हालत में महंत नरेंद्र गिरि पंखे में फांसी फंदे से लटकती डेड बॉडी मिली थी और डेड बॉडी के पास से एक सुइसाइड नोट भी बरामद हुआ था। सुसाइड नोट के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद आनंद गिरि को हरिद्वार से पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। इस पूरी मर्डर मिस्ट्री की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया था।

पिछले 60 दिनों सेजांच कर रही सीबीआई की टीम ने महंत नरेंद्र मामले में आरोपी बनाए गए आनंद गिरि, आध्या तिवारी और संदीप तिवारी के खिलाफ आज सीजीएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया। तकरीबन 60 दिन के बाद जांच कर रही सीबीआई ने चार्ज शीट दाखिल किया है।

मर्डर मिस्ट्री की जांच कर रही सीबीआई की टीम महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का दोषी तीनों को माना है। वही सीजेएम कोर्ट ने दाखिल चार्जशीट को का संज्ञान लेते हुए 25 नवंबर तारीख तय की है। तीनों आरोपी फिलहाल इस वक्त नैनी सेंट्रल जेल में है।

वरिष्ठ पत्रकार जेपी सिंह की रिपोर्ट।)

जेपी सिंह
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