Saturday, April 20, 2024

भाकपा माले ने पूछा- सरकार कहां है! मुख्यमंत्री योगी की कर्मभूमि पर भी महिलाएं असुरक्षित

लखनऊ। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने गोरखपुर में मंगलवार रात घर लौट रही नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की घटना की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने कहा है कि प्रदेश ही नहीं, मुख्यमंत्री की कर्मभूमि पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में इस सरकार के बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह गया है।

भाकपा (माले) के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि घटना में पुलिस की शुरुआती भूमिका बलात्कारियों को संरक्षण देने वाली थी, जो कम शर्मनाक नहीं थी। रेप के तुरंत बाद रोती हुई पीड़िता जब कुछ स्थानीय मददगारों के साथ रिपोर्ट लिखाने पुलिस चौकी पहुंची, तो उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। यदि मददगारों ने घटना पर पर्दा डालने वाले पुलिस के इस रवैये के खिलाफ सोशल मीडिया की मदद न ली होती, तो इतनी बड़ी घटना को रफादफा ही कर दिया गया होता।

राज्य सचिव ने कहा कि यह सोशल मीडिया से पैदा हुआ जनदबाव था, जिससे अन्ततः 24 घंटे बाद पुलिस प्रशासन बलात्कार, पोक्सो एक्ट व अन्य धाराओं में घटना की रिपोर्ट दर्ज करने और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित करने को बाध्य हुआ। ऐसे में सोशल मीडिया का उपयोग करने के कारण पीड़िता के मददगारों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज करने की पुलिस कार्रवाई को उन्होंने जनविरोधी बताया।

माले नेता ने नाबालिग लड़की से गैंगरेप के दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट से सुनवाई करा कर सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग की। गौरतलब है कि आर्केस्ट्रा की नाबालिग डांसर अपना काम खत्म कर जब रात करीब दस बजे घर लौट रही थी, तो गुंडों ने उसे रास्ते में पकड़ लिया और बंधक बनाकर रेप किया। लड़की किसी तरह जान बचा कर पुलिस के पास पहुंची, जिसने कार्रवाई करने के बजाए उसे घर पहुंचा दिया।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।

Related Articles

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।