Saturday, April 20, 2024

मध्य प्रदेश: पटेल समुदाय से जुड़े दबंगों ने बच्चों के सामने दलित महिला से किया दुष्कर्म, फिर पूरे परिवार को बनाया बंधक

मध्यप्रदेश भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के संसदीय क्षेत्र और विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो से महज 7 किलोमीटर दूर स्थित बंदरगढ़ गांव में एक गर्भवती दलित महिला से उसके बच्चों के सामने पहले तो दुष्कर्म किया गया फिर उसे बेरहमी से जानवरों से भी बदतर हालत तक मारा पीटा गया। 

विरोध करने पर 70 वर्षीय सास हरबाई को भी दबंगों ने बुरी तरह पीटा और अब उन्हें पिछले 4 दिनों से उनके ही घर में बंधक बनाकर रखा गया और उनका खाना-पानी बंद कर दिया है। उन्हें घर से निकलने नहीं दिया जा रहा और न किसी से मिलने दिया जा रहा और घायल होने के बावजूद भी वे इलाज़ के लिए नहीं जा पा रहीं हैं। 

राजनगर थाना क्षेत्र से महज 5 किलोमीटर दूर स्थित बंदरगढ़ गांव के 32 वर्षीय बैजनाथ अहिरवार का कसूर सिर्फ़ इतना सा था कि उन्होंने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के चलते गांव के दबंग पटेल के यहां खेत में काम करने से मना कर दिया था। 

बैजनाथ की मनाही से नाराज़ दबंगों ने बैजनाथ अहिरवार और उनके 22 वर्षीय भाई लखन अहिरवार के साथ पहले तो जमकर मारा पीटा। जिसके बाद दोनों किसी तरह अपनी जान बचाकर गांव से भाग गये। 

दबंगों के डर से दोनों भाइयों के गांव छोड़कर भाग जाने के बाद पटेल जाति के गुंडों ने बैजनाथ अहिरवार के घर में घुसकर उनकी 5 माह से गर्भवती पत्नी 28 वर्षीय सोनम अहिरवार के साथ उनके नाबालिग बच्चों और सास के सामने पहले मारपीट की फिर सामूहिक दुष्कर्म किया। 

सिर्फ़ इतना ही नहीं पीड़ित दलित परिवार पूरे मामले की जानकारी पुलिस को ना दे सकें इसके लिए उन्हें उनके ही घर में बंधक बनाकर रखा गया। जहां वह पिछले 4-5 दिनों से भूखे-प्यासे तड़पते रहे। मारपीट के कारण उन्हें कई जगह गंभीर चोटें लगी हैं लेकिन पीड़ित दलित परिवार को दबंगों के डर से इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।

पंजाब केसरी की रिपोर्ट के मुताबिक मारपीट में गर्भवती दलित महिला के गर्भ में पल रहा भ्रूण भी घायल हुआ है, घटना के बाद से ही उसके पेट में जोरों का दर्द है। पेट में उसकी हालत कैसी है, कोई अनहोनी तो नहीं हो गई कुछ भी नहीं पता। ठीक इलाज नहीं मिलने से कहीं सुमन अपनी जान ना गंवा बैठे। वहीं महिला का कहना है कि हमें किसी से और किसी को हमसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। दबंगों का स्पष्ट कहना है कि जो भी इनसे मिलेगा या साथ देगा वह जान से जायेगा। पीड़ित गर्भवती दलित महिला से हुई मारपीट से शरीर पर कई जगहों पर निशान बन गए है।

योगी शासित उत्तर प्रदेश के बाद शिवराजसिंह चौहान शासित मध्यप्रदेश व मनोहर सिंह खट्टर शासित हरियाणा दलित महिलाओं के लिये यातनागृह बना हुआ है।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।) 

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने 100% ईवीएम-वीवीपीएटी सत्यापन की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा

सुप्रीम कोर्ट ने EVM और VVPAT डेटा के 100% सत्यापन की मांग वाली याचिकाओं पर निर्णय सुरक्षित रखा। याचिका में सभी VVPAT पर्चियों के सत्यापन और मतदान की पवित्रता सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। मतदान की विश्वसनीयता और गोपनीयता पर भी चर्चा हुई।

Related Articles

जौनपुर में आचार संहिता का मजाक उड़ाता ‘महामानव’ का होर्डिंग

भारत में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद विवाद उठ रहा है कि क्या देश में दोहरे मानदंड अपनाये जा रहे हैं, खासकर जौनपुर के एक होर्डिंग को लेकर, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर है। सोशल मीडिया और स्थानीय पत्रकारों ने इसे चुनाव आयोग और सरकार को चुनौती के रूप में उठाया है।

AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने 100% ईवीएम-वीवीपीएटी सत्यापन की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा

सुप्रीम कोर्ट ने EVM और VVPAT डेटा के 100% सत्यापन की मांग वाली याचिकाओं पर निर्णय सुरक्षित रखा। याचिका में सभी VVPAT पर्चियों के सत्यापन और मतदान की पवित्रता सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया। मतदान की विश्वसनीयता और गोपनीयता पर भी चर्चा हुई।