मोदी का पैदा किया गया भय समाप्त हो गया है: राहुल गांधी

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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि भारत में गर्मी में हुए इस आम चुनावों के नतीजों ने मोदी के विचार और प्रधानमंत्री द्वारा बनाया गया भय दोनों को ध्वस्त कर दिया है और अब वो इतिहास बन चुके हैं।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस समय चार दिन के अमेरिकी दौरे पर हैं। उन्होंने प्रतिष्ठित जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय को संबोधित किया और इसके साथ ही वाशिंगटन डीसी के वर्जीनिया सबअर्बन इलाके में स्थित हरनडन के एक आयोजन में हिस्सा लिया।

आयोजन को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव एक लेवल प्लेइंग फील्ड पर नहीं लड़ा गया। साथ ही दावा किया कि बीजेपी के नेतृत्व वाला सत्तारूढ़ गठबंधन ध्वस्त हो गया था। बिल्कुल बीच से टूट गया था।

लोकसभा चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद स्थितियां बदल गयी हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी द्वारा जो भय पैदा किया गया था वह एक सेकंड में खत्म हो गया। उसे पैदा करने में सालों लगे थे। बहुत सारा पैसा और योजना शामिल थी। उसे भाप बनकर हवा में उड़ने में एक सेकंड लगा।    

गांधी ने कहा कि मैं आपको बता सकता हूं कि मोदी का विचार- 56 इंच सीना, भगवान से सीधा जुड़ाव- वह सभी कुछ गायब हो चुका है। अब यह इतिहास हो चुका है।

उन्होंने यह भी दावा किया कि सत्तारूढ़ गठबंधन ध्वस्त हो चुका था और यह बिल्कुल बीच से टूट गया था।

उन्होंने कहा कि यह केवल प्रधानमंत्री के स्तर की बात नहीं, यह उससे भी ज्यादा गहरा है। वह गठबंधन जिसने मोदी को सत्ता में ले आने का काम किया वह भी ध्वस्त हो गया है। यह बिल्कुल बीच से टूट गया है।

उन्होंने आगे कहा कि आप इन चुनावों में देखेंगे कि वो संघर्ष करेंगे। क्योंकि बुनियादी विचार कि मोदी भारत के लोगों के लिए सरकार चला रहे हैं, जा चुका है।

यह आरोप लगाते हुए कि लोकसभा चुनाव एक ही धरातल पर नहीं लड़ा गया था गांधी ने कहा कि मैं इसे एक स्वतंत्र चुनाव के तौर पर नहीं देखता हूं। मैं इसे पूरी तरह से नियंत्रित चुनाव मानता हूं। मुझे विश्वास नहीं है कि एक निष्पक्ष चुनाव में बीजेपी 246 सीट के आस-पास कहीं आएगी। मेरे लिए आश्चर्यजनक होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यह बात ज़रूर है कि पार्टी को भारी वित्तीय लाभ हुआ है।

गांधी ने कहा कि जो वो चाहते थे चुनाव आयोग कर रहा था। पूरा अभियान इस तरह से गढ़ा गया था जिससे पीएम मोदी पूरे देश के पैमाने पर अपने एजेंडे को ले जा सकें। अलग राज्य के लिए अलग डिजाइन था।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने बैंक एकाउंट के फ्रीज होने के साथ चुनाव लड़ा और बुनियादी तौर पर मोदी के विचार को ध्वस्त कर दिया। आप इसे देख सकते हैं क्योंकि जब आप आजकल संसद में पीएम मोदी को देखेंगे…..वह मनोवैज्ञानिक तौर पर घिर गए हैं, और वह बुनियादी तौर पर सामना नहीं कर सकते। वह यह नहीं समझ सकते कि यह सब कैसे हुआ।

एक सवाल का जवाब देते हुए गांधी ने कहा कि चुनाव प्रचार के आधे हिस्से तक पहुंचने के बाद मोदी यह जान गए थे कि वह 300या 400 सीटों के आस-पास नहीं जा पाएंगे।

मैं सोचता हूं कि बहुत पहले ही उनको आभास हो गया था कि यह गलत दिशा में जा रहा है। हम नियमित स्रोतों से इनपुट हासिल कर रहे थे….यह बिल्कुल साफ था कि वो परेशानी में हैं।

गांधी ने कहा कि इसलिए प्रधानमंत्री में यह आंतरिक चीज चल रही थी जिसे मैं देख सकता था। और मनोवैज्ञानिक तौर पर अब यह कैसे हो रहा है? क्योंकि वह एक ऐसे शख्स हैं जो गुजरात में बहुत सालों रहा है और कभी राजनीतिक विरोध का सामना नहीं किया। एकाएक यह विचार टूटना शुरू हो गया।

हम जानते थे। जब उन्होंने यह कहा कि मैं सीधे ईश्वर से बात करता हूं। हम जानते थे कि हमने वास्तव में उन्हें बिल्कुल ध्वस्त कर दिया है। और मनोविज्ञान चला गया है। 

इसलिए लोग सोचते हैं कि अच्छा यह कोई नहीं बल्कि प्रधानमंत्री कह रहा है। मैं स्पेशल हूं, यूनीक हूं और ईश्वर से बात करता हूं। लेकिन हम उस तरह से नहीं देखते थे। आंतरिक तौर पर हम लोग इसे एक मनोवैज्ञानिक ध्वंस मानते थे। जो यहां हुआ था? यह चीज कैसे काम नहीं कर रही थी?

उन्होंने कहा कि अब इस विचार को प्रतिस्थापित कर दिया गया है।

राहुल गांधी अमेरिका शनिवार को आए थे। इस दौरान उन्होंने अप्रवासी भारतीयों से मुलाकात की। साथ डलास और टेक्सास में युवाओं से मिले हैं। उनकी योजना कानून निर्माताओं और अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिलने की है।  

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