महात्मा गांधी के ख़िलाफ़ अपमानजनक टिप्पणी और पहले हिंदुत्ववादी आतंकवादी नाथू राम गोडसे की धर्म संसद में तारीफ करने पर छत्तीसगढ़ के टिकरापारा क्षेत्र में अपराध क्रमांक 578/2021 धारा 505(2), 294 IPC के तहत मामला दर्ज़ किया गया है। संत कालीचरण के ख़िलाफ़ रायपुर के पूर्व महापौर और वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे ने शिक़ायत दर्ज़ कराई है।
गौरतलब है कि रायपुर के रावण भाटा मैदान में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के समापन दिवस पर बोलते हुए, कालीचरण ने कहा, था कि – “इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर…क़ब्ज़ा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में क़ब्ज़ा कर लिया था… उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफ़ग़ानिस्तान पर क़ब्ज़ा कर लिया था। उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर क़ब्ज़ा कर लिया था… मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या की। “
उसी मंच से हुआ विरोध
महंत राम सुंदर ने उसी मंच से कालीचरण द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों की निंदा करते हुए खुद को धर्म संसद से अलग कर लिया।
सोशल मीडिया पर महंत का वीडियो वायरल हो रहा है। लोग उनकी तारीफ़ कर रहे हैं।
विपक्षी नेताओं ने की निंदा
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि – “सत्य, अहिंसा को झूठे और हिंसक कभी हरा नहीं सकते, बापू हम शर्मिंदा हैं तेरे क़ातिल ज़िंदा हैं ।
कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा -” यह भगवाधारी फ्रॉड राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सरेआम गालियां दे रहा है, इसे तत्काल अंदर करना चाहिए। गांधी जी से किसी को वैचारिक मतभेद हो सकता है, पर उनका अपमान करने का हक किसी को नहीं है। यह अक्षम्य अपराध है”।
आम आदमी पार्टी ने ट्विटर पर लिखा है, ये कौन है जो हमारे राष्ट्रपिता को गाली दे रहा है? मोदी जी कुछ करेंगे या इनको भी सिर्फ़ “दिल से माफ़ नहीं कर पाएंगे”।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)