उत्तर प्रदेश के संभल जिले के बहजोई के गांव पुरा में एक दलित लड़की ने 4 फरवरी को आत्महत्या कर ली। लड़की के भाई अरुण कुमार (सोनू) ने थाने में तहरीर देकर बताया है कि पीड़िता द्वारा 27 जनवरी 2021 को गांव के ही एक युवक आशीष पुत्र राजेंद्र सिंह के खिलाफ़ धारा 376/506 आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज करवाई थी। इस मामले में आरोपी आशीष को 3 फरवरी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था, लेकिन आरोपी के परिजन पिता राजेंद्र सिंह, भीई दिनेश व माता श्रीवती द्वारा मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाने की वजह से पीड़िता ने 4 मार्च को अपने दुपट्टे से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने आरोपी परिजनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
वहीं इससे एक दिन पहले यानि 3 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के कार्यक्षेत्र रहे गोरखपर जिले में एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। शहर के बौलिया कॉलोनी में मंगलवार की रात एक डांसर को अगवा कर कुछ युवक गैंगरेप की घटना को अंजाम देकर भाग गए। पीड़िता हड़हवा फाटक चौकी एफआईआर कराने गई तो एफआईआर दर्ज करने के बजाय वारदात को 24 घण्टे तक छिपाए रखा गया।
इसके बाद पीड़िता लड़की के बयान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो उसकी एफआईआर लिखी गई। एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने इस मामले में सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कराया है। साथ ही हड़हवा फाटक चौकी इंचार्ज व एक सिपाही को सस्पेंड करके उनके खिलाफ़ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही पीड़िता के बयान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने पर पीडि़ता की पहचान उजागर करने के आरोप में तीन लोगों पर भी विधिक कार्यवाही की जा रही है। इनमें दो सपा नेता हैं।
गोरखनाथ इलाके की रहने वाली पीड़िता आरकेस्ट्रा पार्टी में डांस करती है। मंगलवार 3 मार्च को पादरी बाजार इलाके में स्थित आयोजन में डांस करने गई थी। रात में करीब साढ़े दस बजे वह घर जाने के लिए निकली। उसके साथ दो और लड़कियां थीं। उन्होंने उसे अपने साथ चलने के लिए कहा, लेकिन युवती ने कहा कि उसे घर जल्दी पहुंचना है, इसलिए वह अकेले ही घर के लिए चल दी। दोनों सहेलियां बौलिया रेलवे कालोनी मोड़ तक छोड़कर चली गईं। युवती ने बताया कि बौलिया रेलवे कॉलोनी होते हुए वह पैदल ही घर के लिए निकल गई।
पीड़िता ने अपने बयान में बताया है कि रेलवे कॉलोनी के अंदर रास्ते पर ही बाइक सवार युवकों ने उसे अकेला देखकर मुंह दबा कर सुनसान स्थान पर ले गए और उसके साथ उन्होंने गलत काम किया। घटना के बाद सड़क के किनारे बैठकर वह बदहवास हाल में रो रही थी। कुछ लोगों ने उसे हड़वा फाटक चौकी पर पहुंचाया। चौकी की पुलिस ने उससे पूछताछ की तो युवती ने पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस वालों ने उसके मां-बाप के बारे में पूछा और जानकारी करने के बाद उसे उसके घर पहुंचवा दिया। अभी तक इस मामले में एक भी आरोपी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है।