ग्राउंड रिपोर्ट : किलर कोल्ड वेव का यूपी में कहर, ठंड से हो रही मौत और दावों तक सिमटी व्यवस्था

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वाराणसी। उत्तर भारत के राज्यों में तेज ठंड का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश में बीस साल बाद दिसंबर के दूसरे सप्ताह से ही जानलेवा कोल्डवेव (शीतलहर) चल रही है। जबकि, यहां दिसंबर माह तीसरे या चौथे हफ्ते में शीत लहर चलती है। तेज ठंड के कारण चित्रकूट में एक किसान की मौत हो गई।

इस बढ़ती जानलेवा ठंड में गरीब, किसान और मजदूर वर्ग को राहत देने के लिए की गई व्यवस्थाएं जमीनी स्तर पर नाकाफी साबित हो रही हैं। गरीब-मजदूर सड़कों और चबूतरों पर ठिठुरने को मजबूर हैं। अलाव की व्यवस्था नहीं होने से फुटपाथ पर जीवन बसर करने वालों और राहगीरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

खुले आसमान के नीचे फुटपाथ पर सर्दी के आगोश में एक बेघर

ग्रामीण और शहरी इलाकों के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। यूपी में सबसे ज्यादा ठंड अयोध्या में पड़ रही है। यहां तापमान 3 डिग्री तक पहुंच गया है।

बुंदेलखंड, रुहेलखंड और पूर्वांचल समेत समूचे सूबे में शीत लहर दस्तक से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। बेदर्द सर्दी के सीतम से बच्चे, बुजुर्ग, नौजवान, महिलाएं और मवेशियों को काफी दिक्कत हो रही है। कड़कती ठंड में खुले आसमान के नीचे रहने वाले गरीबों और जरूरतमंदों पर मानो इस वक्त मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है।

वहीं, रात में लुढ़कते पारा की वजह से रबी फसल की सिंचाई में जुटे किसानों की जान पर बन आई है। वहीं, गरीबों के नाम पर बजट तो जारी होता है, लेकिन अक्सर उसकी गर्माहट से ये वंचित रह जाते हैं।

बनारस में कड़ाके की ठंड में फुटपाथ पर अपने परिवार के सोया गरीब

जनचौक की टीम सोमवार को कड़ाके की ठंड में लोगों को हो रही दिक्कतों को जानने निकली। सोमवार की भोर में तीन बजे वाराणसी का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्शियस और हवा की रफ़्तार 6 किमी प्रतिघंटा रही। इस ठंड में मजदूर, रिक्शा चालक, हासिए पर रहने वाली आबादी, घुमंतू लोग, किसान और यात्री खुले आसमान के नीचे ठिठुरते हुए रात के गुजरने का इंतजार करते मिले।

सुबह के इंतजार में हाशिए के लोग

मंडुआडीह फ्लाई ओवर के नीचे पासपोर्ट आफिस के पास 10-12 मुसहर परिवार कई सालों से हरी पत्तियों का बण्डल (जिसमें पान का बीड़ा बांधा जाता है।) बेचते हैं। झब्बन ने बताया कि “हर वर्ष सर्दी का महीना हम गरीबों के लिए बड़ा ही दुखदाई होता है।

सड़क किनारे रहते हैं और पत्ते बेचते हैं। ठंड से बचने के लिए न तो पर्याप्त गर्म कपड़े हैं और ना ही अन्य कोई संसाधन। जब शाम ढलने को होती है तो हमलोगों का पूरा कुनबा इस आशंका में सहम जाता है की जाने सर्द रात कैसे कटेगी? दिन तो हमलोग जैसे-तैसे काट लेते हैं, लेकिन सर्द रात बहुत मुसीबत बनकर आती है।

अभी कहीं से कोई कंबल आदि नहीं मिला है, अपने फटे-पुराने कपड़े और चिथड़े में दुबककर जाड़ा काट रहे हैं। सड़कों के किनारे से प्लास्टिक-पन्नी बीनकर अलाव जलाते हैं। इसी के सहारे रोजाना किसी तरह से सुबह का सूरज देख पाते हैं।”

ठंड की वजह से ठिठुरे हुए रिक्शाचालक अधेड़

कई दशकों से समीप के जनपदों से आये वाराणसी कैंट पर रिक्शा चलने वाले कई अधेड़ सुबह के साढ़े तीन बजे अपने रिक्शे पर एक चादर में दुबके हुए थे।

अंतराज्यीय रोडवेज बस अड्डे पर यात्री ठंड के मारे ठिठुरे हुए थे। यहां अलाव न जलने से यात्रियों को दिक्कत हो रही थी। बंजारे-घुमन्तु समाज के लोग फ्लाई ओवर के नीचे जगह-जगह ठिठुरे हुए थे।

पूर्वांचल के सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, भदोही और अन्य समीपवर्ती जिले से रोजाना हजारों की तादात में आने वाले छोटे किसान, मजदूर, फेरीवाले आदि भारत माता मंदिर के पास लगने वाली चंदुआ सट्टी सब्जी मंडी में ठंड से परेशान थे।

चंदुआ सट्टी में मजदूरी करने वाले छोटू को मोटे कंबल की दरकार है

यूपी में घने कोहरे का अलर्ट जारी

जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में तापमान माइनस में चल रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि बर्फबारी के कारण यहां न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। जोजिला में तापमान माइनस 22 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, श्रीनगर में माइनस 3.4 डिग्री, पहलगाम में माइनस 4.0, गुलमर्ग में माइनस 3.8 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। हरियाणा और यूपी में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है।

चित्रकूट में सिंचाई कर रहे किसान की ठंड से मौत

चित्रकूट जिले के मऊ थाना क्षेत्र के अहिरी गांव में शनिवार को पचास वर्षीय किसान छेदीलाल की मौत हो गई। किसान अपने खेत में पानी से सिंचाई कर रहा थे, तभी अचानक ठंड की चपेट में आने से उनकी तबियत बिगड़ गई।

उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन, चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक किसान परिवार में अकेले खेती कर परिवार का भरण-पोषण करता था। उसकी मौत से परिवार पर विपत्ति आ पड़ी है।

गोरखपुर में मजदूर की मौत

कौशांबी में चरवा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी पचपन वर्षीय जगदीश मजदूरी कर परिवार का पेट पालता था। कुछ दिन पहले पहले वह सत्संग करने गोरखपुर गया था। उसके साथियों के अनुसार रात में उसकी अचानक से तबियत बिगड़ गई और ठंड की वजह से वह बेहताशा कांपने लगा। जबतक हमलोग कुछ समझ पाते की उसकी मौत हो गई।

फतेहपुर में ठंड से किसान की मौत

फतेहपुर के हथगाम थाना क्षेत्र के आलीमऊ मजरे के मऊपारा निवासी 54 वर्षीय किसान प्यारेलाल की ठंड लगने से मौत हो गई। भाई रामपाल ने पुलिस को सूचना दी। थानाध्यक्ष निकेत भारद्वाज ने बताया कि प्यारेलाल पासवान रविवार की रात गांव के पास ही खेत में पानी लगाने गया था, जहां उसे ठंड लग गई।

ठंड लगने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हथगाम में उसका प्राथमिक उपचार किया गया। यहां से उसे सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।

हालत गंभीर होने पर सदर अस्पताल से उसे कानपुर के लिए रेफर किया गया। कानपुर में इलाज के दौरान प्यारेलाल की मौत हो गई। वहीं घटना से मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

परिजन बोले – ठंड से चाचा की मौत

मिर्जापुर जिले में राजगढ़ क्षेत्र स्थित रामपुर गांव में 64 वर्षीय राधेश्याम एक वृद्ध की शनिवार को मौत हो गई। परिजनों ने ठंड लगने से मौत होने की आशंका जताई। परिवार के सदस्य पंकज ने बताया कि चाचा राधेश्याम को ठंड लगने से तबीयत खराब होने पर दो दिन से सीएचसी राजगढ़ जाकर दवा ले रहे थे।

डॉक्टर ने ठंड लगने की आशंका जताते हुए दवा दी थी। शनिवार को दोपहर में राधेश्याम अपने खेत की तरफ गए थे। दोपहर एक बजे के आसपास घर लौटे और धूप में चारपाई पर सो गए। कुछ ही देर में उनकी हालत बिगड़ गई। उनको एंबुलेंस से सीएचसी राजगढ़ पहुंचाया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

आजमगढ़ में महिला की मौत

पवई थाना क्षेत्र में महिला की मौत पर परिजनों ने ठंड से हुई मौत का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिले को कंबल वितरण के लिए 40 लाख रुपये मिले हैं। प्रशासन अभी कंबल का वितरण करता उससे पहले ही पवई में महिला की कथित तौर पर ठंड लगने से मौत हो गई।

महिला का मकान कच्चा है। पति बाहर मजदूरी करता है। परिवार की माली हालत कमजोर है। परिजनों ने महिला की मौत ठंड से होने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी। पवई थाना क्षेत्र के मझौरा गांव में पैंतालीस वर्षीय कुमारी की मौत हो गई।

पति हौसिला ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद कुमारी सोने के लिए चली गई। जब सुबह काफी देर तक नहीं उठी तो परिजन जगाने गए। जहां देखा कि कुमारी की मौत हो चुकी थी। महिला के दो बेटे और एक बेटी है।

चंदुआ सट्टी में सर्दी के कहर से परेशान सब्जी खरीदने आये रेहड़ी-फेरीवाले सब्जी विक्रेता

सोनभद्र में गई किशोर की जान

सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र के कोल्डीहा गांव में पंद्रह वर्षीय किशोर की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि रविशंकर पुत्र स्व. जीत नारायण की शुक्रवार को अचानक तबियत बिगड़ गई। थोड़ी ही देर में उसके हाथ-पैर ठंडे पड़ गए और मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पछुआ हवा से ठिठुर रहा चंदौली

जिले में रविवार को सुबह से ही करीब 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवाएं चलने से लोग कांपते रहे। नौगढ़ और चकिया इलाके में ठंड का असर ज्यादा रहा है। वहीं, मैदानी इलाकों में सुबह कोहरा छाया रहा। हालांकि, धूप निकलने के बाद कोहरा छंटने से कुछ राहत मिली।

शाम होते ही बाजारों और सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा। वहीं, अलाव की व्यवस्था नहीं होने से फुटपाथ पर जीवन बसर करने वालों और राहगीरों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नगर पालिका और नगर पंचायतों ने अलाव के लिए अभी तक टेंडर की प्रक्रिया ही पूरी नहीं की।

मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त भानुचंद्र गोस्वामी के अनुसार “प्रदेश में ठंड की शुरुआत के साथ ही शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए हैं। पहली किस्त 19 करोड़ 30 लाख 50 हजार रुपये भेज दी गई है।

इसमें 38 लाख 50 हजार रुपये की सर्वाधिक धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित की गई है। सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।”

मरीजों और आम नागरिकों पर ठंडी पड़ रही भारी

सूखी ठंड से रोगियों की धमनियां सिकुड़ रही हैं। इससे रोगियों को हार्ट अटैक पड़ रहा है। इसके साथ ही अस्थमा और सीओपीडी के रोगियों की हालत गंभीर हो रही है। सर्दी के सीतम से कई दिल के रोगियों की मौत हो गई। कई मामलों में पाया गया कि ह्रदय रोगियों को जब तक अस्पताल लाया गया तो उनकी सांसें थम चुकी थीं।

इसके साथ ही रोगियों का ब्लड प्रेशर बेलगाम होने से नसों में थक्का बन रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लड प्रेशर के रोगी अपने चिकित्सक से मिल कर दवा की खुराक दुरुस्त करा लें। इसके साथ ही इस मौसम में एहतियात बरतें।

बीएचयू के हृदय रोग विशेषज्ञ प्रो. ओम शंकर

हार्ट अटैक के मामले बढ़े

बीएचयू के हृदय रोग विशेषज्ञ प्रो ओम शंकर ने “जनचौक” को बताया कि “यह मौसम हार्ट के वॉल्व, धमनियों में रक्त बहाव में रुकावट, नसों के चिपके होने, हृदय और फेफड़ों आदि रोगों के रोगियों के लिए खतरनाक है। उन्होंने बताया कि कार्डियोलॉजी में हार्ट अटैक के लक्षण लेकर आने वाले रोगियों की संख्या 20 फीसदी बढ़ गई है।

हालत बिगड़ने पर रोगी इधर-उधर दिखाने के बजाए सीधे अस्पताल आएं। कोल्ड वेव और सर्द सीजन में एलर्जी बढ़ती है, जिससे सांस तंत्र के रोगियों की स्थिति बिगड़ रही है।

यूं रखें अपना और अपनों का ख्याल :

  • ठंड से बचें, गर्म कपड़े पहनें
  • बाहर निकलें तो नाक, कान, गला और चेहरा ढंके रहें
  • पुराने रोगी मॉर्निंग वॉक के लिए न जाएं, घर में व्यायाम कर लें
  • देर रात की पार्टियों में जाने से बचें
  • रात को हल्का खाना खाएं, कमरे का तापमान सामान्य रखें।

(पवन कुमार मौर्य पत्रकार हैं। यूपी से उनकी ग्राउंड रिपोर्ट)

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