गुजरात के पाटन जिले के कोशी गांव में एक दलित व्यक्ति का अंगूठा सवर्णों ने सिर्फ इसलिए काट लिया, क्योंकि उसके भतीजे ने क्रिकेट की गेंद छू दिया। सवर्णों के बच्चे गांव के एक स्कूल में क्रिकेट खेल रहे थे। दलित लड़का यह क्रिकेट मैच देख रहा था। गेंद दलित लड़के पास आई। उसने गेंद पकड़ लिया। उसके बाद सवर्ण लड़के भड़क गए। उन्होंने उसे जातिसूचक गालियां दीं। यह घटना 4 जून को घटित हुई।
सवर्णों की जातिसूचक गालियों का विरोध दलित लड़के के चाचा धीरज परमार ने किया। उसके बाद मामला उस समय शांत हो गया। लेकिन उसी दिन शाम को धारदार हथियारों से लैस सात लोगों के एक समूह ने लड़के के चाचा और उनके भाई पर जानलेवा हमला बोल दिया। एक आरोपी ने लड़के के चाचा कीर्ति परमार का अंगूठा काट लिया और उन्हें गंभीर रूप में घायल कर दिया।
आरोपियों पर धारा 326 ( खतरनाक हथियारों से जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाना), 506 ( आपराधिक धमकी) और दंड संहिता और एससी-एसटी (अत्याचार निवारण अधिनियम) के अन्य प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि धारा 326 (खतरनाक हथियारों से जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाना), 506 (आपराधिक धमकी) और भारतीय दंड संहिता और एससी और एसटी (अत्याचार निवारण अधिनियम) के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
किसी भी आरोपी की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।