कोरोना मौतों को छुपा रही है गुजरात सरकार, श्मशान और नगर निगम के आंकड़ों में दिखा भारी अंतर

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अहमदाबाद। शहर में कोरोना संक्रमण के भय से अहमदाबाद के सभी ज़ोनल कचेहरी में राशन कार्ड सुधारने तथा नया कार्ड बनाने का काम काज 15 अगस्त तक बंद कर दिया गया है। यह निर्णय कालूपुर ज़ोन के कंप्यूटर ऑपरेटर के पॉजिटिव आने के बाद लिया गया है। गरीबों के लिए जीवनी तथा बहुत ज़रूरी दस्तावेज़ जिससे लोगों को सस्ते में अनाज मिल जाता है। वह अब काम नहीं कर रहा है।

लॉक डाउन के बाद असंगठित मजदूरों के पास काम की कमी है। जो मजदूर रोजाना 500-600 कमाते थे। अब उनकी आवक मुश्किल से 200-300 प्रति दिन होती है। ऐसे में परिवार चलाने में राशन कार्ड का बड़ा योगदान होता है। राशन कार्ड में कोई कमी या पिछले तीन महीने से राशन कार्ड में राशन की एंट्री नहीं है। तो फूड सिक्योरिटी एक्ट का हवाला देकर दुकानदार राशन नहीं देता है। ऐसे में राशन कार्ड का कामकाज ज़रूरी है। 

प्रशासन का कहना है, “300-500 लोग रोज़ाना कचेहरी आते हैं। सामाजिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो पाता है। पुलिस भी भीड़ को कंट्रोल नहीं कर पाती है। इसी कारण राशन के कामकाज को बंद कर दिया गया है।” इस निर्णय के बाद सरकार के उस दावे पर भी सवाल उठता है जिसमें सरकार दावा कर रही है कि कोरोना संक्रमण में कमी आई है। दूसरी तरफ अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन (एएमए) लगातार टेस्ट बढ़ाने की मांग कर रहा है।

एएमए के अनुसार कचेहरी बंद कर के नहीं बल्कि कोरोना टेस्टिंग बढ़ाकर लोगों को सुपर स्प्रेडर बनने से रोक जा सकता है। एएमए की अध्यक्ष मोना देसाई कहती हैं, “पिछले दो दिनों में 11-12000 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ है जो अन्य राज्यों की तुलना में बहुत कम है।” आपको बता दें अन्य राज्यों में प्रति दिन 22-25000 लोगों का टेस्ट होता है जबकि गुजरात में 11-12000 लोगों का ही प्रति दिन टेस्ट होता है। इसी कारण राज्य सरकार पर आंकड़े छिपाने और आंकड़ों में गोलमाल का आरोप लगता आया है। 

सरकार द्वारा जारी कोरोना पॉजिटिव मृतकों और श्मशान के कोरोना ग्रस्त मृतकों के अंतिम संस्कार के आंकड़ों में बड़ा अंतर मिला है। जिसके बाद सरकार पर लगने वाले कोरोना मृत्यु और कोरोना संक्रमण के आंकड़ों को छुपाने के आरोपों की पुष्टि भी हो रही है। अहमदाबाद नगर निगम के अनुसार 1-13 जुलाई के बीच कोरोना से 79 मौत हुई हैं। जबकि अहमदाबाद के श्मशानों में 329 कोरोना ग्रस्तों का अंतिम संस्कार हुआ है। 12 जुलाई को 40 कोरोना ग्रस्त मृतकों का अंतिम संस्कार हुआ है।

जबकि नगर निगम के रिकॉर्ड में केवल 4 हैं। इसी प्रकार 13 जुलाई को श्मशान के रिकॉर्ड में 20 हैं और नगर निगम के रिकॉर्ड में यह संख्या महज 3 है। 15 जुलाई को राज्य में रिकॉर्ड तोड़ 925 मामले दर्ज हुए थे। अब अहमदाबाद की तुलना में सूरत में कोरोना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अहमदाबाद में मृत्यु का आंकड़ा 1537 का है जबकि राज्य में यह आंकड़ा 2106 है। अब तक अहमदाबाद में 23883 पॉजिटिव मामले दर्ज हो चुके हैं। यह संख्या सरकारी है। वास्तविक संख्या चार गुना से भी अधिक हो सकती है। 

(अहमदाबाद से कलीम सिद्दीकी की रिपोर्ट।)

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