आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक ऐसा क्षेत्र है जो तेजी से विकसित हो रहा है और इसके परिणामस्वरूप, आने वाले वर्षों में नौकरियों के स्वरूप में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। कई विशेषज्ञों और संगठनों ने अनुमान लगाया है कि AI का विकास बड़ी संख्या में नौकरियों को खत्म करेगा, लेकिन यह भी संभावना है कि यह नए प्रकार की नौकरियों को जन्म देगा। इसका प्रभाव वैश्विक स्तर पर हर सेक्टर, जैसे उद्योग, कृषि और सैन्य क्षेत्र पर दिखाई देगा।
2. औद्योगिक क्षेत्र पर प्रभाव
औद्योगिक क्षेत्र में AI का सबसे बड़ा प्रभाव मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमेशन और रोबोटिक्स में होगा। कई कंपनियां उत्पादन प्रक्रिया को ऑटोमेट करने की दिशा में काम कर रही हैं, जिसके कारण श्रमिकों की जरूरत कम हो रही है। McKinsey की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगले दशक में 400-800 मिलियन नौकरियां AI और ऑटोमेशन से प्रभावित हो सकती हैं, जिनमें से औद्योगिक क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होगा।
हालांकि, यह भी संभावना है कि AI नई नौकरियों का सृजन करेगा, विशेषकर AI विकास, मशीन लर्निंग, डाटा एनालिसिस और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में। इसके अलावा, रोबोट्स और ऑटोमेशन सिस्टम की देखरेख, रखरखाव और प्रबंधन के लिए विशेषज्ञों की मांग बढ़ेगी।
खत्म होने वाली नौकरियां:
- मैन्युफैक्चरिंग और असेंबली लाइन वर्कर
- वेयरहाउस और सप्लाई चेन में कार्यरत श्रमिक
- लो-स्किल्ड फैक्ट्री वर्कर्स
नए नौकरियों का सृजन:
- रोबोटिक्स इंजीनियरिंग
- डाटा साइंस और AI विशेषज्ञ
- ऑटोमेशन सिस्टम मैनेजर
2. कृषि क्षेत्र पर प्रभाव
कृषि क्षेत्र में AI और ऑटोमेशन ने भी प्रवेश कर लिया है। आधुनिक फार्मिंग टेक्नोलॉजी, ड्रोन, सटीक कृषि (precision agriculture), और स्मार्ट मशीनों के उपयोग ने पारंपरिक कृषि श्रमिकों की जरूरत को कम कर दिया है। AI की सहायता से डेटा संग्रहण, सिंचाई प्रबंधन, और फसल निगरानी को ऑटोमेट किया जा रहा है।
खत्म होने वाली नौकरियां:
- पारंपरिक कृषि श्रमिक
- फसल की कटाई करने वाले मैनुअल श्रमिक
नए नौकरियों का सृजन:
- कृषि रोबोटिक्स विशेषज्ञ
- AI आधारित फसल निगरानी विशेषज्ञ
- स्मार्ट फार्मिंग टेक्नोलॉजी डेवलपर्स
हालांकि, यह ध्यान में रखना आवश्यक है कि कृषि में AI का प्रवेश धीमा हो सकता है, खासकर विकासशील देशों में, जहां अभी भी पारंपरिक खेती प्रचलित है। इन देशों में कुछ और वर्षों तक मैन्युअल श्रमिकों की मांग बनी रह सकती है।
3. सैन्य क्षेत्र पर प्रभाव
AI का प्रभाव सैन्य क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण होगा। सैन्य रोबोट्स, ड्रोन, और ऑटोमेटेड सिस्टम के बढ़ते उपयोग के साथ, कई भूमिकाएं रोबोट और मशीनों द्वारा पूरी की जा सकती हैं। हालांकि, मानव नेतृत्व और रणनीतिक निर्णय लेने की जरूरत हमेशा बनी रहेगी, लेकिन फील्ड में सैनिकों की जगह मशीनों का इस्तेमाल अधिक होने की संभावना है।
खत्म होने वाली नौकरियां:
- कुछ स्तर के ग्राउंड सोल्जर्स
- सैन्य वेयरहाउस और लॉजिस्टिक्स स्टाफ
नए नौकरियों का सृजन:
- AI सैन्य रणनीति विशेषज्ञ
- ड्रोन ऑपरेटर्स
- साइबर सुरक्षा और AI सुरक्षा विशेषज्ञ
4. अन्य क्षेत्रों में प्रभाव:
AI का प्रभाव अन्य कई क्षेत्रों में भी महसूस किया जाएगा, जिनमें बैंकिंग, हेल्थकेयर, शिक्षा, और परिवहन शामिल हैं। बैंकिंग में ऑटोमेटेड सेवाएं और चैटबॉट्स मानव नौकरियों की जगह लेंगे, वहीं हेल्थकेयर में AI आधारित चिकित्सा निदान और उपचार के लिए अधिक विशेषज्ञों की मांग होगी।
खत्म होने वाली नौकरियां:
- बैंक टेलर्स और कस्टमर सर्विस प्रतिनिधि
- ट्रांसपोर्टेशन में ड्राइवर और कैब ऑपरेटर्स
नए नौकरियों का सृजन:
- AI आधारित मेडिकल रिसर्चर
- AI सिस्टम ट्रेनर्स
- तकनीकी विशेषज्ञ और डाटा एनालिस्ट
निष्कर्ष:
AI का प्रभाव नौकरियों पर दोहरी भूमिका निभाएगा-यह एक ओर कई पारंपरिक नौकरियों को खत्म करेगा, वहीं दूसरी ओर नए और उच्च तकनीकी नौकरियों का सृजन करेगा। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि इस परिवर्तन का लाभ उन्हीं को मिलेगा, जो खुद को AI और तकनीकी कौशल में प्रशिक्षित करेंगे। सरकारों और संगठनों को इस चुनौती का सामना करने के लिए शिक्षा और कौशल विकास पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी, ताकि लोग भविष्य में आने वाली नौकरियों के लिए तैयार हो सकें।
वर्तमान में कोई भी सटीक संख्या अनुमान लगाना कठिन है कि कितनी नौकरियां खत्म होंगी और कितनी नई बनेंगी, लेकिन ट्रेंड स्पष्ट है कि अगले दशक में AI का व्यापक प्रभाव हर उद्योग में देखने को मिलेगा।
(ठाकुर प्रसाद एक्टिविस्ट और लेखक हैं।)