नई दिल्ली/ दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में एक नक्सली हमले में सुरक्षा बलों के 11 जवानों की मौत हो गयी है। मामला दंतेवाड़ा जिले का है। घटना उस समय हुई जब सुरक्षा बलों के जवानों से भरी एक गाड़ी आईईडी विस्फोटकों के निशाने पर आ गयी।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक गाड़ी में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवान सवार थे। अभी गाड़ी दंतेवाड़ा जिले में अरनपुर के पास से गुजर ही रही थी कि तभी वह जमीन के नीचे बिछे विस्फोटक डिवाइस की चपेट में आ गयी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना पर गहरा दुख जाहिर किया है। इसके साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर की है। उन्होंने कहा कि लड़ाई अपने आखिरी दौर में है।
उन्होंने कहा कि माओवादी नक्सली के तौर पर भी जाने जाते हैं, उन्हें नहीं बख्शा जाएगा। गृहमंत्री अमित शाह ने घटना का संज्ञान लिया है।उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सूबे की सरकार को हर संभव सहायता देगी।
कैसे हुआ नक्सली हमला
यह नक्सली हमला उस वक्त हुआ। जब मिनी बस में जवान सवार होकर अपने साथियों की मदद के लिए जा रहे थे। बताया जा रहा है कि यह टीम, बारिश में फंसे सुरक्षा बलों को रेस्क्यू करने जा रही थी। तभी नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट से बस को उड़ा दिया। यह हमला दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के अरनपुर और समेली में हुआ। उसके बाद नक्सलियों ने मौके पर फायरिंग भी की। घायल जवानों को लाने के लिए मौके पर चार एंबुलेंस भी भेजी गई है। घटनास्थल के पास एसपी मौजूद हैं। आसपास के इलाके में सर्चिंग कराई जा रही है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी का बयान
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बयान जारी कर कहा है कि “यह घटना अरनपुर की है। यहां हिडमा की सूचना पर सुरक्षा बलों की टीम रवाना की गई थी। उनके सपोर्ट के लिए बाद में डीआरजी के जवानों को रवाना किया गया था। इसी टीम को नक्सलियों ने निशाना बनाया और आईईडी विस्फोट से उड़ाया गया। जिसमें डीआरजी के 10 जवान शहीद हो गए। एक ड्राइवर की भी मौत हुई है। अतिरिक्त सीआरपीएफ टीम को रवाना किया गया है। मौके पर सुरक्षाबलों की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है।”