कल 30 मार्च 2020 मंगलवार को आगरा कानपुर हाईवे पर झरना नाले के जंगल में तीन शोहदों ने शौहर के साथ बाइक से मायके आ रही नवविवाहिता के साथ गैंगरेप किया। पीड़िता के बयान के मुताबिक एत्मादपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली अल्पसंख्यक संप्रदाय की नवविवाहिता सोमवार शाम को शौहर के साथ एत्माद्दौला क्षेत्र में अपने मायके जा रही थी। सोमवार शाम छह बजे हाईवे पर झरना नाले के पास पहुंचते ही एक बाइक पर सवार तीन युवकों ने उनके आगे बाइक लगाकर उन्हें रोक लिया। इसके बाद तीनों युवक मुस्लिम दंपत्ति को झाड़ियों में खींचकर ले गए। फिर उनसे मारपीट की। दोनों के कपड़े उतरवा कर अपने मोबाइल से वीडियो बनाई और फोटो खींचे। इसके बाद एक युवक ने शौहर को ज़मीन पर गिराया और उसके ऊपर चढ़कर बैठ गया। और फिर शौहर के सामने शोहदों ने विवाहिता से सामूहिक दुष्कर्म किया। घिनौनी हरकत करने के बाद आरोपियों ने महिला से दस हजार रुपये, कान से सोने के कुंडल और गले से सोने की चेन लूट ली। और मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी देकर भाग गए।
ससुराल पहुंचकर पति ने किया यूपी 112 पर कॉल
महिला के मायके पहुंचने पर पति ने यूपी 112 पर काल करके मारपीट और लूटपाट की सूचना दी। पुलिस का कहना है कि बदनामी के डर से शौहर ने पहले सामूहिक दुष्कर्म की बात छिपा ली। इस पर एत्माद्दौला पुलिस मौके पर लेकर पहुंची। घटनास्थल एत्मादपुर क्षेत्र का बताकर पति-पत्नी को वहां भेज दिया।
मुसलमानों के प्रति यूपी पुलिस की असंवेदनशीलता आई सामने
जैसा कि पीड़ित दंपत्ति का बयान है कि घटना के कुछ देर बाद ही उन्होंने यूपी 112 नंबर पर कॉल करके घटना की सूचना दे दी थी। बावजूद इसके घटना के 24 घंटे बाद एत्मादपुर थाने में सामूहिक दुष्कर्म, लूटपाट व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज़ हुआ।
मंगलवार दोपहर पीड़िता और उसका पति छलेसर पुलिस चौकी शिकायत करने पहुंचे। लेकिन उनका केस देर शाम को दर्ज किया गया। इस बीच आगरा पुलिस ने पीड़ित मुस्लिम दंपत्ति से ही लगातार 6 घंटे तक पूछताछ की, जैसे वो ही अपराधी हों। गौरतलब है कि मुस्लिम समुदाय के प्रति यूपी पुलिस का रवैया बेहद असंवेदनशील रहा है। पिछले साल एनआरसी सीएए आंदोलन के वक़्त यूपी पुलिस का सांप्रदायिक चेहरा भी दुनिया ने देखा था।
पुलिस के बयान के मुताबिक इसके बाद एसपी पश्चिम सत्यजीत गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे। जांच के बाद एत्मादपुर थाने में शाम को सामूहिक दुष्कर्म, मारपीट, गाली गलौज और लूट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मुकदमे में शाहदरा निवासी गौरी राजपूत, मोनू नामजद हैं। एक अज्ञात युवक शामिल है। एसएसपी मुनिराज ने मीडिया को बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता का मेडिकल कराया जा रहा है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्य आरोपी गौरीशंकर राजपूत गिरफ्तार
घटना के संदर्भ में आईजी रेंज आगरा ने वीडियो बाइट जारी करके कहा है कि 30 मार्च को एक महिला के द्वारा गंभीर घटना की रिपोर्ट की गई है। उसने अपने पति के साथ मायके जाते वक़्त अपने दो परिचित व एक अज्ञात के ख़िलाफ़ गैंगरेप का गंभीर आरोप दर्ज़ करवाया है। और पैसे लूटने व मारपीट करने का आरोप लगाया है। इस घटना पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है। महिला पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर भेजी गई। और 112 में महिला ने जो पहली सूचना दी थी उसकी भी समीक्षा की जा रही है। थाना एत्मादपुर पर तत्काल एफआईआर दर्ज़ कराया गया है। तीन आरोपियों में से एक गौरीशंकर राजपूत को गिरफ़्तार कर लिया गया है। और उससे पूछताछ जारी है। 2 अभियुक्तों की भी शीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी।
इस संदर्भ में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा घटनास्थल के निरीक्षण के समय पूछताछ की गई है। इसमें फोरेंसिक मदद ली जा रही है व डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया है । एसएसपी खुद घटना की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। सभी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सुपरवाइज किया जा रहा है। पूरी तत्परता से विवेचना हुई जो स्वयं इंस्पेक्टर द्वारा ग्रहण की गई है। डिजिटल व फोरेंसिक एविडेंस लिये जायेंगे। पीड़िता का मेडिकल कर दिया गया है। और 164 के बयान शीघ्र कराये जायेंगे।
एक आरोपी की गिरफ्तारी के संदर्भ में आईजी रेंज मेरठ ने कहा है कि –
थाना एत्मादपुर क्षेत्रान्तर्गत पति-पत्नी के साथ घटित घटना में वांछित अभियुक्त गौरी शंकर, उम्र 27 वर्ष को आगरा पुलिस द्वारा नोएडा कट थाना क्षेत्र एत्मादपुर से आज दिनांक 31-03-2021 को समय 13:45 पर गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
वहीं मामले में आगरा पुलिस की लापरवाही और असंवेदनशीलता के ख़िलाफ़ आज बुधवार सुबह आगरा के एत्माद्दौला थाना क्षेत्र में पीडि़ता के समुदाय के लोगों ने धर्म स्थल पर इकट्ठे होकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है।