Wednesday, April 24, 2024

अरुणाचल के तवांग इलाक़े में फिर आमने सामने आये चीनी-भारतीय सैनिक, धक्का मुक्की हुयी

भारत और चीन की सेनाओं के फिर से आमने-सामने आने की ख़बर है। ये घटना भारत-चीन सीमा के पूर्वी सेक्टर तवांग में पिछले सप्ताह घटित हुई। सूत्रों के मुताबिक भारत और चीन के गश्ती दल अरुणाचल प्रदेश के तवांग इलाक़े में आमने-सामने आ गए। इसके बाद जवानों के बीच कुछ धक्का-मुक्की हुई लेकिन बाद में इसे लोकल कमांडरों द्वारा सुलझा लिया गया।

रक्षा सूत्रों का कहना है कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में चीन के लगभग 200 सैनिकों ने पिछले हफ्ते तिब्बत के रास्ते भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की थी।

रक्षा सूत्रों का कहना है कि, चीनी सैनिक पिछले हफ्ते LAC क्रॉस कर भारत की तरफ आ गए थे। दोनों पक्षों के बीच इंगेजमेंट कुछ घंटों तक चली और इसे मौजूदा प्रोटोकॉल के तहत सुलझा लिया गया। इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में उच्च पदस्थ सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन के कुछ सैनिकों को भारतीय सैनिकों द्वारा अस्थायी रूप से हिरासत में लिया गया था। लगभग 200 की संख्या में चीनी सैनिक तिब्बत के रास्ते भारतीय सीमा में घुसे थे और उन्होंने खाली बंकरों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया था। हालांकि चीनी सैनिकों को हिरासत में लिए जाने की ख़बरों का सेना की तरफ से खंडन किया गया है।

वहीं झड़प को लेकर सेना के सूत्रों कहना है कि, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC)पर चीन और भारत के अपने पूर्वाग्रह हैं। ऐसे में दोनों देशों की पेट्रोलिंग टीम का कभी-कभी आमना-सामना हो जाता है। हालांकि झड़प की स्थिति में तय प्रोटोकॉल के हिसाब से मामले को निपटाया जाता है।अफ़सरों का कहना है कि ऐसा अक्सर होता रहता है।
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश का तवांग भारत और चीन के बीच पारंपरिक रूप से विवाद का विषय रहा है। 1962 के भारत-चीन युद्ध में पहले के ही कुछ दिनों में ही चीन ने तवांग पर कब्जा कर लिया था। चीन का तवांग पर दावा है। दावा ये कि अरुणाचल प्रदेश असल में दक्षिणी तिब्बत है।

दूसरी तरफ लद्दाख में भी अभी दोनों पक्षों के बीच गतिरोध बना हुआ है। यहां हॉट स्प्रिंग के पीपी15 पर एलएसी के भारतीय साइड में चीनी सैनिकों का जमावड़ा बना हुआ है। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों का देप्सांग के पीपी10, पीपी11, पीपी11ए, पीपी12 और पीपी13 की ओर जाने पर रोक लगा दी है। जो सामरिक रूप से बेहद अहम काराकोरम दर्रे के पास स्थित दौलत बेग ओल्डी सेक्टर के बेहद नजदीक है। इसके अलावा डेमचोक इलाके के भारतीय पक्ष के एलएसी में कथित नागरिकों के नाम पर कुछ चीनी टेंट लगाए हुए हैं।

इससे पहले 30 अगस्त को उत्तराखंड के बाराहोती में चीन के क़रीब सौ सैनिक सीमा रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे। तब भारतीय सीमा में करीब पांच किलोमीटर अंदर तक आने के बाद चीनी सैनिक वापस लौट गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा क्षेत्र से वापस लौटने के पहले इलाके में एक पुल को भी नुकसान पहुंचाया था। हालांकि, तब भी इस ख़बर को सुरक्षा एजेंसियों ने खारिज़ कर दिया था।
बता दें कि पूर्वी लद्दाख में पिछले साल अप्रैल से ही तनातनी चल रही है। डेढ़ साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी तनाव जारी है। दोनों देशों के बीच गतिरोध दूर करने के लिए सैन्य स्तर की बातचीत जारी है तो दूसरी ओर चीनी तरफ से कथित तौर पर उकसावे वाली कार्रवाई भी जारी है।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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