दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हैं। उन पर कथित शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है। बीते दिनों दिल्ली की ट्रायल कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी थी। केजरीवाल की रिहाई से पहले ही सीबीआई ने तिहाड़ जेल से गिरफ्तार कर लिया था। बाद में दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल के जमानत वाले आदेश पर स्टे लगा दिया। अब दिल्ली हाई कोर्ट और निचली अदालतों के लगभग 157 वकील केजरीवाल की जमानत में हो रही देरी को लेकर चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है। पत्र में वकीलों ने केजरीवाल की जमानत याचिका पर स्टे लगाने वाले जज पर भी सवाल उठाए हैं। पत्र में दावा किया गया कि न्यायमूर्ति जैन के “सगे भाई” अनुराग जैन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वकील हैं और “हितों के इस स्पष्ट टकराव की कभी घोषणा नहीं की गई।”
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को लिखे पत्र में वकीलों ने कहा है कि केजरीवाल की जमानत अर्जी पर जज फैसला लेने में देरी कर रहे हैं। इसके साथ ही वकीलों ने लिखा है कि जज लंबी-लंबी तारीखें भी दे रहे हैं। चीफ जस्टिस को लिखे लेटर में वकीलों ने केजरीवाल की जमानत वाले फैसले पर स्टे लगाने वाले जज पर भी सवाल उठाए हैं।
वकीलों ने कहा है कि हाई कोर्ट के जज, जस्टिस सुधीर जैन को केजरीवाल के खिलाफ ईडी की अर्जी पर सुनवाई नहीं करनी चाहिए थी। इस पर तर्क देते हुए वकीलों ने कहा है चूंकि सुधीर जैन ईडी के वकील हैं इसलिए उन्हें सुनवाई से खुद को अलग कर लेना चाहिए था।
वकीलों ने बृहस्पतिवार को यहां एक जिला न्यायाधीश के कथित आंतरिक पत्र पर चिंता व्यक्त की, जिसमें अधीनस्थ अदालतों के अवकाशकालीन न्यायाधीशों से अदालती अवकाश के दौरान लंबित मामलों में अंतिम आदेश पारित नहीं करने को कहा गया है। वकीलों ने इसे “अभूतपूर्व” बताया।
इसमें कहा गया है, “हम दिल्ली उच्च न्यायालय और दिल्ली की जिला अदालतों में देखी जा रही कुछ अभूतपूर्व प्रथाओं के संबंध में कानूनी बिरादरी की ओर से यह (पत्र) लिख रहे हैं…।”
कथित शराब घोटाले में ईडी ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद लोकसभा चुनावों के दौरान कोर्ट से 1 जून तक के लिए जमानत मिल गई थी। जमानत की अवधि पूरी होने के बाद केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था। 20 जून को दिल्ली की ट्रायल कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत दे दी थी। हालांकि, उनकी रिहाई से पहले ही सीबीआई ने तिहाड़ जेल से गिरफ्तार कर लिया था।
अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई की गिरफ्तारी के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। केजरीवाल ने मांग की है कि उनको वकीलों से मिलने के लिए ज्यादा समय दिया जाए। उन्होंने कोर्ट में दायर अर्जी में मांग की है कि उन्हें वकीलों से हफ्ते में चार बार मीटिंग का समय दिया जाए। वकीलों के साथ ज्यादा समय बिताने की मांग के पीछे केजरीवाल ने तर्क भी दिया है। उनका कहना है कि उनके ऊपर चल रहे केसों के सिलसिले में वकीलों से बात करने के लिए उन्हें हफ्ते में कम से कम चार बार मीटिंग का समय दिया जाए। उनकी इस मांग को निचली अदालत ने ठुकरा दी थी। अब वो अपनी अर्जी लेकर हाई कोर्ट पहुंचे हैं।
(जेपी सिंह वरिष्ठ पत्रकार और कानूनी मामलों के जानकार हैं)