प्रियंका गांधी ने जारी किया महिलाओं के लिए अलग घोषणा पत्र

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उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस ने महिलाओं के लिये अलग घोषणा पत्र जारी किया है। इसकी घोषणा करते हुये उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा है – ‘‘उत्तर प्रदेश की मेरी प्रिय बहनों, आपका हर दिन संघर्षों से भरा है। कांग्रेस पार्टी ने इसे समझते हुए अलग से एक महिला घोषणा पत्र तैयार किया है।’’ नौकरीपेशा और छात्राओं व अन्य महिलाओं की महंगी यात्रा का ख्याल करके घोषणा पत्र में कहा गया है कि प्रदेश की सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा का प्रबंध होगा।
महिलाओं की घर रसोईं की ईंधन की समस्यायों को संबोधित करते हुये महिला घोषणा पत्र का हिस्सा बनाया गया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की सरकार आने पर साल में तीन भरे हुए गैस सिलेंडर मुफ़्त दिये जायेंगे ।
प्रियंका गांधी ने पिछले पांच सालों से सम्मानित मानदेय के लिये लगातार संघर्ष कर रही आंगनबाड़ी और आशा वर्कर्स को भी अपने घोषणा पत्र का हिस्सा बनाया है। उन्होंने कहा है -” आशा और आंगनबाड़ी की मेरी बहनों को प्रतिमाह 10,000 रू का मानदेय मिलेगा”।
इसके अलावा नये सरकारी पदों पर आरक्षण के प्रावधानों के अनुसार 40% पदों पर महिलाओं की नियुक्ति करने की बात घोषणापत्र में कही गई है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने सत्ता में आने पर 20 लाख सरकारी रोज़गार देने और संविदाकर्मियों को नियमिती करण करने का वायदा किया है। 
https://twitter.com/priyankagandhi/status/1455006510363283457?s=19
1000रू/प्रतिमाह वृद्धा-विधवा पेंशन, उप्र की धरती की वीरांगनाओं के नाम पर प्रदेशभर में 75 दक्षता विद्यालय खोले जाएंगे। 
कांग्रेस ने अपने महिला घोषणा पत्र में प्रदेश की विधवा व वृद्ध महिलाओं का भी ख्याल रखा है। महिला घोषणा पत्र में घोषणा की गयी है कि प्रदेश की वृद्ध व विधवा महिलाओं को 1000रू/प्रतिमाह वृद्धा-विधवा पेंशन दी जायेगी। इसके अलावा प्रदेश की लड़कियों और महिलाओं को दक्ष व कार्यकुशल बनाने के लिये उत्तर प्रदेश की धरती की वीरांगनाओं के नाम पर प्रदेशभर में 75 दक्षता विद्यालय खोले जाएंगे।
महिला घोषणा पत्र का सबसे आकर्षक प्रस्ताव प्रदेश की 12वीं पास छात्राओं को स्मार्टफ़ोन और स्नातक पास छात्राओं को स्कूटी देने की है। 
इस तरह कांग्रेस के महिला घोषणा पत्र में छात्राओं, कामकाजी, बेरोज़गार, अकुशल, गृहणी, वृद्ध व विधवा यानि समाज के हर आयु वर्ग की महिलाओं के हितो  व ज़रूरतों का ख्याल रखा गया है। 
संभवतः यह आज़ाद भारत में किसी प्रदेश की महिलाओं के लिये बनाया गया पहला महिला घोषणा पत्र है। 

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