Saturday, April 20, 2024

जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्ज़ा देकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया शुरु हो

“मैं यह चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा है, वह जल्दी से जल्दी आपको वापस मिले और लोकतांत्रिक प्रक्रिया फिर से शुरू हो”

-उपरोक्त बातें कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने श्री नगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है।

उन्होंने कश्मीर से अपने रिश्ते को याद करते हुए कहा- “मेरा परिवार दिल्ली में रहता है, दिल्ली से पहले मेरा परिवार इलाहाबाद में रहता था और इलाहाबाद से पहले मेरा परिवार यहाँ  कश्मीर में रहता था। इसलिए मैं कह सकता हूँ कि आपकी जो सोच है, जिसको कश्मीरियत कहते हैं, वह मेरे अंदर भी है।”

उन्होंने आगे कहा कि- “मैं यह भी समझता हूँ, यह भावना मेरे अंदर भी है कि आप जो मुझसे प्यार और इज्ज़त से करवा सकते हो, वह नफरत और हिंसा से कभी नहीं करवा सकते हो। आपने जम्मू-कश्मीर के लोगों से प्यार और इज्ज़त से बात की, आप गले लगे और आप जो भी काम करवाना चाहते हो, वह आप कर सकते हो। लेकिन अगर आपने जम्मू-कश्मीर को नफरत दिखाई, हिंसा दिखाई; जो आप प्यार से करवा सकते हो, वह आप नफ़रत से नहीं करवा सकते।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कश्मीरी घावों पर आत्मीयता के मरहम लगाते हुए कहा- “मैं डर के खिलाफ लड़ता हूं। मैं जहाँ भी जाता हूं, मेरी लड़ाई नफरत के ख़िलाफ़ है। हममें और बाकी पार्टियों में यह अंतर है कि हम किसी से नफरत नहीं करते, हम किसी पर हिंसा का प्रयोग नहीं करते हैं।”

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की मौजूदा सत्ता द्वारा हमले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि- “सिर्फ़ जम्मू और कश्मीर पर आक्रमण नहीं हो रहा है। आज पूरे हिंदुस्तान पर आक्रमण हो रहा है। संसद में हमें बोलने नहीं देते, हमें दबा दिया जाता है।

उन्होंने आगे कहा कि- “बाकी हिंदुस्तान पर अप्रत्यक्ष और जम्मू-कश्मीर पर प्रत्यक्ष रूप से आक्रमण हो रहा है। मैं जानता हूं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को दुःख हुआ है, दर्द हुआ है।

उन्होंने कश्मीरी अवाम से प्रेम और इज़्ज़त का रिश्ता कायम करने की बात करते हुये कहा कि- “यह हमारे देश का कल्चर है, यह सिर्फ जम्मू-कश्मीर का नहीं, यह पूरे हिंदुस्तान का कल्चर है। मगर मेरा संदेश यह है कि मैं यहाँ इज्ज़त और प्यार लेकर आया हूं। यहाँ मैं आपको मुख्य संदेश यह देना चाहता हूं कि मैं आपके साथ इज्ज़त का रिश्ता, प्यार का रिश्ता चाहता हूं।”

कांग्रेस सांसद ने केंद्र की फासीवादी सरकार के ख़िलाफ़ निडरता से सामना करने की बात करते हुए कहा कि – “मैं नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ लड़ता हूँ। हम लड़ेंगे और उनकी हिंदुस्तान को बांटने की विचारधारा है, हिंदुस्तान को तोड़ने की विचारधारा है, हिंसा की विचारधारा है; उसके ख़िलाफ़ हम लड़ेंगे और हरायेंगे।”

उन्होंने कहा कि – “संसद में पेगासस और राफेल के बारे में, जम्मू-कश्मीर के बारे में, भ्रष्टाचार और बेरोज़गारी के बारे में बोलने नहीं दिया जाता। हिंदुस्तान के सभी संस्थानों पर ये लोग आक्रमण कर रहे हैं। न्यायपालिका पर आक्रमण कर रहे हैं, विधानसभा-लोकसभा-राज्यसभा पर आक्रमण कर रहे हैं।”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस-मीडिया को उनका कर्तव्य याद दिलाते हुए कहा कि – “प्रेस के मित्रों को जो सच्चाई लिखनी चाहिए, ये वह सच्चाई नहीं लिखते हैं। प्रेस के मित्रों को भी दबाया जाता है, धमकाया जाता है। पूरे हिंदुस्तान में यह डरे हुए हैं कि कहीं कुछ लिख दिया तो नौकरी चली जायेगी।”

उन्होंने आगे कहा कि- “प्रेस की जो जिम्मेदारी है, उसको यह पूरा नहीं करते हैं। तो यह पूरे देश पर आक्रमण है। जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और बंगाल पर; हिंदुस्तान का जो कॉन्सेप्ट है, हमारा लोकतांत्रिक ढांचा है, संविधान है, उस पर आक्रमण किया जा रहा है।”

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