Friday, April 19, 2024

राहुल गांधी को मिली जमानत, 13 अप्रैल को अगली सुनवाई; राहुल बोले-‘सत्य मेरा अस्त्र, सत्य ही मेरा आसरा’

सूरत की सत्र अदालत ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को जमानत देते हुए सुनवाई के लिए 13 अप्रैल की तारीख तय की है। इसके साथ ही कोर्ट ने उनकी सजा को मामले के आखिरी फैसले तक निलंबित कर दिया है। अगली सुनवाई में राहुल का मौजूद रहना जरूरी नहीं है। अदालत ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि मामले में सभी प्रतिवादियों से 10 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने को कहा है।

राहुल गांधी ने ‘मोदी सरनेम’ से जुड़े मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने और दो साल की सजा के खिलाफ आज ही सूरत की सत्र अदालत में अपील दायर की थी। इसके लिए राहुल गांधी खुद सूरत पहुंचे थे। उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थी।

राहुल गांधी के वकील ने कहा कि कोर्ट में अपील डाली गई, कोर्ट ने अपील को एडमिट कर लिया है। राहुल गांधी को बेल दे दी है। अब इस मामले में अगली सुनवाई 13 अप्रैल को होगी।

बता दें कि ‘मोदी सरनेम’ को लेकर राहुल गांधी की एक टिप्पणी के संबंध में दायर आपराधिक मानहानि के मुकदमे में सूरत की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने उन्हें 23 मार्च को दोषी करार देते हुए दो साल के कारावास की सजा सुनाई थी।

‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र बचाने की लड़ाई- राहुल

सूरत की कोर्ट से बाहर निकलने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि “ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है और सत्य ही मेरा आसरा”।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी के ट्वीट को री-ट्ववीट करते हुए लिखा कि “सूरमा नहीं विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, कांटों में राह बनाते हैं।”

राहुल के साथ कांग्रेस के कई दिग्गज भी पहुंचे थे सूरत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के अलावा कई बड़े कांग्रेस नेता सूरत में राहुल गांधी के साथ मौजूद रहे।

बीजेपी का वार, कांग्रेस का पलटवार

राहुल गांधी के खुद सूरत कोर्ट जाकर अपील दाखिल करने पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने तंज कसते हुए इसे ड्रामा करार दिया है। रिजिजू ने ट्वीट कर कहा है कि ‘दोषी को अपील दाखिल करने के लिए खुद कोर्ट जाने की जरूरत नहीं होती है। सामान्य तौर पर दोषी ठहराया गया कोई भी व्यक्ति कोर्ट नहीं जाता है। नेताओं और सहयोगियों की टीम लेकर उनका व्यक्तिगत रूप से कोर्ट जाना महज एक ड्रामा है।’ रिजिजू ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी अपीलीय अदालत पर दबाव बनाने की बचकानी कोशिश कर रहे हैं।

बीजेपी प्रवक्ता संबित पत्रा ने प्रेस कॉन्फेंस कर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। संबित पत्रा ने कहा कि “हम कुछ प्रश्न राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहते हैं- राहुल जी, क्या यह सत्य नहीं है कि आपने OBC समाज को गाली दी और आज आप पूरे तामझाम के साथ सूरत जा रहे हैं। ये आपके द्वारा न्यायपालिका पर दबाव डालने का प्रयास नहीं है”?

किरेन रिजिजू और संबित पत्रा के बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि “मैं अपने नेता राहुल गांधी के साथ जा रहा हूं, यह न्यायपालिका पर दबाव कैसे हो सकता है? वे पश्चिम बंगाल और बिहार में हुड़दंग कर रहे हैं। अभी तक पीएम मोदी और अमित शाह की ओर से कोई अपील नहीं आई है। इनकी ट्रेनिंग ही यही है। ये लोग सिर्फ दंगा करवाते हैं”।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि “कानूनी प्रक्रिया है, कोई शक्ति प्रदर्शन या रैली नहीं। अगर परिवार के सदस्य पर ऐसी बात आती है तो परिवार के सदस्य इकट्ठे साथ आते हैं। हम मुख्य विपक्षी पार्टी के सबसे बड़े नेता के साथ आए हैं। हमारे वकील बात रखेंगे, असली फैसला न्यायालय करेगा”।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि “हमें न्यायपालिका पर भरोसा है। हम यहां अपनी एकता दिखाने आए हैं। हम देश को बचाने के लिए ‘सत्याग्रह’ कर रहे हैं। देश देख रहा है कि इंदिरा गांधी के पोते और राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी के साथ आज कैसा व्यवहार किया जा रहा है”।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद परिसर में पत्रकारों से कहा कि “यह शक्ति प्रदर्शन नहीं है। राहुल जी हमारे नेता हैं तो नेता के साथ खड़े होने के लिए सभी जाते हैं। जब किसी के खिलाफ मामला होता है तो परिवार के लोग जाते हैं। यह तो पार्टी है और राहुल जी देश के लिए लड़ रहे हैं। हमारे लोग वहां पहुंच रहे हैं और हौसला अफजाई कर रहे हैं। यह पार्टी के लोगों का निर्णय है, राहुल गांधी ने किसी को नहीं बुलाया है”।

कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने कहा कि “हमें भाजपा से सलाह लेने की जरूरत नहीं है। हमें पता है कि हमें क्या करना है। राहुल गांधी हमारे नेता हैं, वो राष्ट्रीय नेता हैं। हम उनके साथ खड़े हैं। पूरा देश, सभी कार्यकर्ता उनके साथ हैं।”

कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत्र ने किरेन रिजिजू पर पलटवार करते हुए कहा कि “हम हर कदम पर अपने नेता के साथ खड़े रहेंगे। आपको क्यों दिक़्क़त है किरेन रिजिजू। पूरी भारतीय जनता पार्टी जब कोर्ट पहुंच जाती थी, तब क्या आप न्यायालयों पर दबाव बना रहे थे? सस्ती बयानबाज़ी करना बंद कीजिए, इस देश के क़ानून मंत्री हैं आप, जो सच में दुर्भाग्य है।

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