Saturday, April 20, 2024

कानपुर में सामने आया हिंदू तालिबान का घिनौना चेहरा, पड़ोसियों के झगड़े में परेड निकालकर मुस्लिम पक्ष के शख्स से जयश्री राम के नारे लगवाए

दो पड़ोसी महिलाओं के बीच बाइक को लेकर हुए झगड़े में बजंरग दल के दहशतगर्दों ने मुस्लिम पक्ष के एक रिक्शा चालक को मारते हुए उसका परेड निकाला और उससे ‘जय श्री राम’ के साम्प्रदायिक नारे लगाने को मजबूर किया। इस दौरान एक बच्ची अपने लाचार पिता से लिपटकर रोती रही लेकिन भगवा दहशतगर्दों का दिल नहीं पसीजा।

मामला रामराज्य मॉडल वाले उत्‍तर प्रदेश के जिला कानपुर के वरुण बिहार का है। कानपुर की एक बस्‍ती में दो पड़ोसी कुरैशा बेग़म और रानी के परिवार में बाइक के मुद्दे को लेकर हुई कहासुनी मारपीट तक पहुंच गयी।तब कुरैशा बेग़म ने रानी पर मारपीट की FIR की तो प्रतिवाद में रानी ने कुरैशा के लड़कों पर छेड़खानी का केस दर्ज़ करवा दिया।

इसी बीच में बजरंग दल ने मामले में अपनी नाक घुसेड़कर यूपी चुनाव से पहले प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल खराब करने की साजिश के तहत कल वहां जाकर प्रदर्शन किया। पिटते हुए पिता को बचाने के लिए उसकी बच्‍ची लिपटकर रोती रही लेकिन धर्म के नाम पर यह करने वालों को उस पर रहम नहीं आया। जबकि पूरे मामले में कहीं भी पीड़ित अफ़सार का न तो नाम है, न ही वो शमिल रहा है। दरअसल भगवा दहशतगर्द कुरैशा बेगम के घर उनके बेटों को पकड़ने गए थे, कुरैशा के बेटे हाथ नहीं लगे तो भगवा दहशतगर्दों ने सड़क पर उनके देवर अफ़सार को धर लिया। उनके साथ ही मारपीट की। घटना के पहले बजरंग दल ने वहां पर एक सभा भी की थी।

दरअसल कानपुर पुलिस दोनों पक्षों की एफआईआर दर्ज कर जांच कर रही थी, तभी किसी की राय पर रानी ने बजरंग दल के लोगों से मुलाकात की, जिन्‍होंने उनकी बस्‍ती में प्रदर्शन किया। वहीं कुरैशा बेग़म का कहना है कि रानी के दरवाजे पर बाइक लड़ने से शुरू हुए झगड़े को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है।

समय रहते पुलिस ने मौके पर पहुंच कर अफ़सार की जान बचाई और उनकी तरफ से कुछ लोगों पर मारपीट की एफआईआर की है। एसीपी कानपुर साउथ, रवीना त्‍यागी ने मीडिया बयान में कहा है कि-

“जो पीड़ित है उनकी तहरीर के आधार पर कुछ नामज़द और कुछ अज्ञात व्‍यक्तियों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ कर लिया गया है। मामले में कार्रवाई की जा रही है।

इस मामले में कानपुर बजरंग दल के जिला संयोजक दिलीप सिंह बजरंगी ने गीदड़ भभकी देते हुये कहा है कि- “हम हिंदू समाज को आहत नहीं होने देंगे। हम अपने सनातन धर्म को बचाने के लिए स्‍वयं सक्षम हैं। अगर हमारा हिंदू परिवार किसी भी प्रकार से परेशान रहेगा तो हम उसके लिए ढाल बनकर खड़े हैं।”

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