छत्तीसगढ़ चुनाव 2023: बीजापुर में सबसे कम और भानुप्रतापपुर में सबसे ज्यादा मतदान

बस्तर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले चरण की 20 सीटों पर मतदान खत्म हो चुका है। जिसमें 10 सीटों पर आज दोपहर तीन बजे तक मतदान हुआ और बाकी 10 सीटों पर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान हुआ। दोपहर तीन बजे तक जिन 10 सीटों पर मतदान हुआ वे अति संवेदनशील इलाकों में आती हैं।

दिनभर चले मतदान में कहीं लोगों का हुजूम देखने को मिला तो कहीं कम संख्या में मतदाता पहुंचे। आज 40,78,681 मतदाताओं में 19,93,937 पुरुष, 20,84,675 महिला और 69 थर्ड जेंडर थे।

बीजापुर में पिछले दिनों चुनाव बहिष्कार की लगातार खबरें आई थी। जनचौक की टीम भी बीजापुर जिले की भैरमगढ़ ब्लॉक में बहिष्कार की रिपोर्टिंग करने गई थी। जहां गांव के अलग-अलग हिस्सों में कहीं बहिष्कार के पर्चे फेंके हुए थे तो कहीं दीवारों और सरकारी भवनों में सीधा विरोध दर्ज कराया गया है।

बीजापुर में हुए कम मतदान पर बीजापुर के वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक रंजन दास ने जनचौक को बताया कि इस बार की स्थिति साल 2003 के विधानसभा चुनाव जैसी है। उस वक्त भी 37.6 प्रतिशत के लगभग वोट पड़े थे। उनका कहना है कि पिछले दिनों बीजापुर में जो बॉयकॉट हुआ है उसका सीधा असर मतदान में देखने को मिला है। यहां 1,68,991 में से लगभग 50 से 52 हजार के आसपास मतदाताओं ने वोट डाला है।

मतदान कम होने का पीछे का कारण वह बताते हैं कि पिछले 25 अक्टूबर को नक्सलियों द्वारा जो बंद का आह्वान किया गया था। उसका सीधा असर वोट पर देखने को मिला है। अंदरुनी इलाकों से लोग वोट करने के लिए बाहर नहीं निकले हैं। यहां जो वोट पड़ा है वह हाईवे के पास के गांव के लोगों द्वारा ही डाला गया है।

खबरों के अऩुसार चुनाव वाले दिन बीजापुर के पुस्बाका और टिम्मापुर गांव से लोग अपना घर छोड़कर बाहर चले गए। इसके साथ ही गंगालूर में जहां पिछले दिनों ग्रामीणों द्वारा वोट का बहिष्कार किया गया था। वहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड हुई।

आपको बता दें बीजापुर के 145 पोलिंग बूथ को 60 से 65 किलोमीटर दूर शिफ्ट किया गया था। बस्तर की दूसरी संवेदनशील सीट कोंटा में 50.12 प्रतिशत वोटिंग हुई। पिछली बार यह 55 प्रतिशत के आसपास मतदान हुआ था। इस बार कोंटा में कम वोट डाले गए हैं।

इसके साथ ही सुकमा के तालमेटला के मिनपा के पास कोबरा के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुआ। जिसमें तीन जवान घायल हुए। इन जवानों को एयरलिफ्ट के जरिए इलाज के लिए ले जाया गया।

नारायणपुर विधानसभा में 63.88 प्रतिशत वोट डाला गया। नारायणपुर के ओरछा ब्लॉक के तांदुर के जंगल में एसटीएफ के जवानों के साथ नक्सलिओं की लगभग आधे घंटे तक मुठभेड़ चली। जिसमें किसी के हाताहात होने की खबर नहीं है।

वहीं दूसरी ओर कांकेर, अंतागढ़ और भानुप्रतापपुर में भी भिड़त हुई। यहां बांद क्षेत्र के माड़पखांजूर और उलिया में बस्तर फायटर्स, बीएसएफ के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई। पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के भरेवापारा में लोगों ने विकास न होने के कारण मतदान का बहिष्कार किया।

इस बार विधानसभा चुनाव में थर्ड जेंडर के लिए रेनबो पोलिंग बूथ बनाया था। जहां बस्तर फाइटर के थर्ड जेंडर जवानों ने वोटिंग करवाई। यहां पोलिंग बूथ अंतागढ़ विधानसभा के पंखानजूर इलाके में था।

छत्तीसगढ़ के पहले चरण के 20 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान का प्रतिशत

विधानसभा मतदान प्रतिशत

खुज्जी – 72.01

डोंगरगढ़- 77.40

डोंगरगांव – 76.80

राजनंदगांव – 74

अंतागढ़- 70.72

कांकेर- 76.13

भानुप्रतापपुर- 79.10

कवर्धा – 72.89

पंडरिया- 71.06

केशकाल – 74.49

कोंडागांव- 76.29

खैरागढ़ – 76.31

नारायणपुर – 63.88

चित्रकोट- 70.36

जगदलपुर- 75

बस्तर – 71.39

बीजापुर – 40.98

मोहला-मानपुर- 76

कोंटा- 50.12

दंतेवाड़ा – 62.55

(बस्तर से पूनम मसीह की रिपोर्ट।)

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