Sunday, April 28, 2024

100% VVPAT गिनती को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया ग़लत फ़ैसला

नई दिल्ली। EVM से जुड़े VVPAT की पर्चियों की 100% गिनती करवाने के लिए न्यायिक आदेश देने की मांग करने वाली याचिकाओं को नामंज़ूर करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना...

‘जल जीवन मिशन योजना’ झारखंड में साबित हो रहा है...

केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में ‘जल जीवन मिशन योजना’ के तहत ‘हर घर नल-जल योजना’ शुरू की थी। जल जीवन मिशन योजना का लक्ष्य 2024 तक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी)...

चुनाव आयोग के नोटिस के बावजूद भाजपा का नफरती बयानबाजी...

प्रधानमंत्री मोदी के जिस 'मुस्लिम' वाले बयान के लिए बीजेपी को चुनाव आयोग से चेतावनी मिली है, उसी बयान को लगातार भाजपा और मज़बूती से दोहरा रही है। भाजपा के स्टार...

सलमान सोज और अमिताभ दुबे का लेख: कांग्रेस एक...

कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र ने भारत में बढ़ती जा रही गैर-बराबरी पर एक महत्वपूर्ण बहस छेड़ दी है। चूंकि भाजपा कांग्रेस पर धन का पुनर्वितरण...

मोदी-भाषणों की पृष्ठभूमि: याद आते हैं पत्रकारिता के वे...

दूसरे चरण के मतदान की पूर्व पृष्ठभूमि में देश के सर्वोच्च शक्तिमान पुरुष उर्फ़ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान- चुनावी सभा के भाषणों ने...

बेंगलुरु का जल संकट-मुनाफ़ाख़ोर व्यवस्था का दुष्परिणाम

जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे देश में जल संकट गहरा रहा है। क़रीब दो दशक पहले गर्मी के मौसम में केवल कुछ इलाक़ों...

संविधान के आईने में लोकतंत्र के सवाल का जवाब...

आम चुनाव 2024 का दूसरे चरण में आज 26 अप्रैल को चुनाव संपन्न हो गया है। इस बीच आज ही, माननीय सुप्रीम कोर्ट का मतपर्चियों...

कहर साबित हुई उत्तराखंड में बेमौसम बारिश

अत्यधिक वर्षा, भूस्खलन और तबाही, जलवायु परिवर्तन के लक्षण साफ हैं। पर हम जलवायु-परिवर्तन को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, बड़े-बड़े समाधान के बारे में सोचते हैं, लेकिन उसके...

बेचैन करती है जलवायु परिवर्तन पर यूएन की...

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की अंतर-सरकारी समिति (आईपीसीसी) की ताजा रिपोर्ट बेचैन करने वाली है। इस रिपोर्ट ने पहली बार जलवायु परिवर्तन के लिए मानवीय गतिविधियों को ‘असंदिग्ध’रूप...

जंगलों और पारिस्थितिकी के लिए खतरे की घंटी...

हाल ही में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वन संरक्षण अधिनियम 1980 में प्रस्तावित संशोधनों को लेकर प्रकाशित मसौदा दस्तावेज पर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पर्यावरणवादियों और...

पुस्तक समीक्षा: निष्‍ठुर समय से टकराती औरतों की...

शोभा सिंह का कहानी संग्रह, 'चाकू समय में हथेलियां', विविध समाजिक मुद्दों पर केंद्रित है, जैसे पितृसत्ता, ब्राह्मणवाद, सांप्रदायिकता और स्त्री संघर्ष। भारतीय समाज के विभिन्न तबकों से उठाए गए पात्र महिला अस्तित्व और स्वाभिमान की कहानियां बयान करते हैं। इस संग्रह में अन्याय और संघर्ष को दर्शाने वाली चौदह कहानियां सम्मिलित हैं।

राजपूतों का देशव्यापी विरोध बीजेपी के लिए बन गया है गले की हड्डी

अहमदाबाद। चुनाव जीतने के लिए भाजपा की व्यूह रचना हर एक स्टेट में अलग होती है जिसमें गुजरात हमेशा से प्रयोगशाला बना हुआ है। गुजरात में जो स्ट्रैट्जी काम कर जाती है उसे दूसरे स्टेट में भी भाजपा...