राजनीतिक विमर्श में भाषा केवल संप्रेषण का माध्यम नहीं, बल्कि एक वैचारिक हथियार भी होती है। शब्दों की चयनात्मक व्याख्या…
इमरजेंसी में आरएसएस ने क्या किया ?
इस साल (2025) में जून में देश ने आपातकाल (इमरजेंसी) लागू किए जाने की 50वीं वर्षगांठ मनाई। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा…
क्या हमारे तंत्र-संचालक अपनी पसंद के मतदाता चाहते हैं?
कैसी विडम्बना है, हमारे लोकतंत्र का ‘तंत्र’ अब ‘लोक’ से डरने लगा है! अगर ऐसा न होता तो निर्वाचन आयोग…
बर्ट्रेंड रसेल की पुस्तक ‘Religion and Science’ मौजूदा भारत के लिए बेहद प्रासंगिक
बर्ट्रेंड रसेल ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक Religion and Science सन 1935 में लिखी थी, जब दुनिया धार्मिक विश्वास और वैज्ञानिक…
अमेरिकी विरोधाभास: गुलाम बनाने से मुक्तिदाता होने तक का ढोंग
संयुक्त राज्य अमेरिका को अक्सर स्वतंत्रता और लोकतंत्र का अग्रदूत कहा जाता है, लेकिन इस महानता की चमक के पीछे…
दो युद्ध और वैश्विक शक्ति संतुलन के बदलने का संकेत
मई और जून में एशिया में दो बड़े युद्ध लड़े गए। एक भारत और पाकिस्तान के बीच जिसे भारत ने…
क्या ब्रिक्स+ में चीन की दिलचस्पी घट गई है?
क्या चीन ने में अपनी विश्व रणनीति में ब्रिक्स+ समूह की भूमिका का पुनर्मूल्यांकन किया है? या वह इस ग्रुप के…
स्वामी विवेकानंद का हिंदू धर्म बनाम भाजपा-आरएसएस का हिंदू धर्म
स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर 1893 को शिकागो में विश्व धर्म महासभा में अपने ऐतिहासिक भाषणों की शुरुआत की। यह…
बृंदा करात का लेख: जाति जनगणना और आदिवासी पहचान का सवाल
जनगणना 2027 के लिए गजट अधिसूचना में जो इतनी ज्यादा देर की गई है, उसकी हो रही आलोचना पूरी तरह…
हे गृहमंत्री जी! यह वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन है या फिर बिहार में एनआरसी की तैयारी?
”एनआरसी में धर्म विशेष के आधार पर भेदभाव नहीं होगा। एनआरसी में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है जिसके…