राजनीतिक विमर्श में भाषा केवल संप्रेषण का माध्यम नहीं, बल्कि एक वैचारिक हथियार भी होती है। शब्दों की चयनात्मक व्याख्या…
बर्ट्रेंड रसेल की पुस्तक ‘Religion and Science’ मौजूदा भारत के लिए बेहद प्रासंगिक
बर्ट्रेंड रसेल ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक Religion and Science सन 1935 में लिखी थी, जब दुनिया धार्मिक विश्वास और वैज्ञानिक…
अमेरिकी विरोधाभास: गुलाम बनाने से मुक्तिदाता होने तक का ढोंग
संयुक्त राज्य अमेरिका को अक्सर स्वतंत्रता और लोकतंत्र का अग्रदूत कहा जाता है, लेकिन इस महानता की चमक के पीछे…
ट्रंप-मस्क तकरार से अमेरिका में क्रोनी पूंजीवाद का चेहरा बेनक़ाब
डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच चल रही सार्वजनिक तकरार सिर्फ दो प्रभावशाली और अहंकारी व्यक्तित्वों की लड़ाई नहीं…
नागरिक या सत्ता के ख़िलाफ़ युद्ध?: वैश्विक लोकतांत्रिक देशों के लिए ज़िम्मेदारी तय करने का समय
आज के परस्पर जुड़े विश्व में मौत चाहे भूख, ग़रीबी, गोलियों या बमों से हो — उसे किसी एक धर्म,…
जाति बनाम ज्ञान: आधुनिक भारतीय समाज को दीए दिखाते मध्यकालीन ग़ैर-ब्राह्मण साधु-संत
कानपुर के रहने वाले कथावाचक मुकुट मणि सिंह यादव की इटावा के दादरपुर गांव में चोटी काट ली गयी और…
इंदिरा की घोषित इमरजेंसी बनाम मोदी की अघोषित इमरजेंसी- एक ज़रूरी तुलना
भारत के लोकतंत्र में इमरजेंसी एक ऐसा शब्द है, जो आज भी डर और चिंता पैदा करता है। 1975 में…
अमेरिका-इज़राइल रिश्ता:ऐतिहासिक, भू-राजनीतिक और धार्मिक बुनियादों का एक गहरा गठबंधन
मध्य-पूर्व में जब भी कोई युद्ध या संघर्ष होता है, अमेरिका का रुख लगभग तय होता है। वह उचित-अनुचित का…
ईरान:जहां तलवार को कलम के सामने सिर झुकाना पड़ा
इतिहास इस बात की गवाही देता है कि किसी देश का धर्म बलपूर्वक बदला जा सकता है, लेकिन उसकी संस्कृति—जो…
झूठ, नेतृत्व और अमेरिकी राष्ट्रपति
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के पूरे इतिहास में अक्सर सच को देशहित की आड़ में कुर्बान किया गया है। जहां लोकतांत्रिक…