News Update:
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देश और संसद को एक नहीं ऐसी दस-दस महुआ मोइत्रा की दरकार है
नई दिल्ली। हमारे देश में नेताओं को अपनी ब्रांडिंग में कई दशक लग जाते हैं, लेकिन महुआ मोइत्रा को अपनी पहचान स्थापित करने के लिए संसद के भीतर सिर्फ एक भाषण लगा।...
ज़रूरी ख़बर
सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से कहा- बिना सुनवाई के लोगों...
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ईडी से कहा कि एजेंसी बगैर ट्रायल के लोगों को जेल की सींखचों के पीछे नहीं रख सकती है। क्योंकि यह बिल्कुल उचित नहीं है।
कोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में पिछले 13 महीनों...
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वसुंधरा, शिवराज और रमन को मनाने की कोशिश, ...
नई दिल्ली। हिंदी पट्टी के तीन महत्वपूर्ण राज्यों में कौन मुख्यमंत्री बनेगा, इस पर सबकी निगाहें लगी हैं। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में तेलंगाना में कांग्रेस तो मिजोरम में 'जेडपीएम' की जीत हुई तो छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में...
बीच बहस
योगेंद्र यादव का लेख: बेहतर हैं 2024 के लिए...
अगले आम चुनाव के नतीजे अभी से तय मत मानिए। विपक्ष के लिए उम्मीदें अभी भी प्रबल हैं, जब तक कि विपक्ष खुद इस मनोवैज्ञानिक...
पहला पन्ना
विश्व मानवाधिकार दिवस: मानवाधिकार आंदोलनों को नए सिरे से...
10 दिसम्बर को समूचे विश्व में मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। इसी दिन 1948 में संयुक्त राष्ट्र संघ में मानवाधिकारों की घोषणा का एक घोषणापत्र...
बीच बहस
नए संसद भवन में एक महिला की राजनीतिक बलि!
कल की तारीख संसद के लिए शर्मसार कर देने वाली थी। लोकसभा की तेज तर्रार, काफी पढ़ी लिखी और तथ्यों के साथ सदन में अपनी...
स्वास्थ्य
कहां गए वे पुश्तैनी फैमिली डॉक्टर?
अगर आपकी उम्र 45-50 साल से अधिक होगी तो आपको याद होगा कि पहले हर शहर की हर कॉलोनी में वे डॉक्टर प्रैक्टिस करते थे, जिन पर सैकड़ों...
बीच बहस
अब क्या मोदी सरकार लिव-इन रिलेशनशिप पर लगायेगी बैन?
भारत की संसद में दूसरी दफा यह मांग उठाई गई है, और दोनों बार...
बीच बहस
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद लोकतंत्र और कानून...
पांच राज्यों के चुनाव के नतीजे आ गए हैं। भाजपा ने हिंदी पट्टी के...
बीच बहस
क्या भारत की कमजोरी का फायदा उठा रहा है अमेरिका?
भारत की विदेश नीति एक बंद गली में पहुंच गई लगती है। अभी हाल...
बीच बहस
प्रणब ने राहुल के बारे में अपनी डायरी में लिखा:...
नई दिल्ली। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता और देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी...
Janchowk -
बीच बहस
बाबरी मस्जिद विध्वंस: आज के समय के लिए कुछ महत्वपूर्ण...
6 दिसम्बर 1992 भारतीय इतिहास का वह काला दिन था, जब उत्तर प्रदेश के...
Janchowk -
बीच बहस
तीन राज्यों में कांग्रेस की हार में ही शामिल है...
नई दिल्ली। 2018 के बाद 2023 के चुनाव परिणामों को देख देश के धुरंधर...
जलवायु
सीओपी-28 में पर्यावरण की चिंता, विकसित देशों की योजना और घोषणापत्र पर हस्ताक्षर से भारत का इनकार
नई दिल्ली। 3 दिसम्बर, 2023...
जलवायु
कहर साबित हुई उत्तराखंड में बेमौसम बारिश
अत्यधिक वर्षा, भूस्खलन और तबाही, जलवायु परिवर्तन के लक्षण साफ हैं। पर हम जलवायु-परिवर्तन को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, बड़े-बड़े समाधान के बारे में सोचते हैं, लेकिन उसके...
जलवायु
बेचैन करती है जलवायु परिवर्तन पर यूएन की...
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की अंतर-सरकारी समिति (आईपीसीसी) की ताजा रिपोर्ट बेचैन करने वाली है। इस रिपोर्ट ने पहली बार जलवायु परिवर्तन के लिए मानवीय गतिविधियों को ‘असंदिग्ध’रूप...
जलवायु
जंगलों और पारिस्थितिकी के लिए खतरे की घंटी...
हाल ही में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वन संरक्षण अधिनियम 1980 में प्रस्तावित संशोधनों को लेकर प्रकाशित मसौदा दस्तावेज पर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पर्यावरणवादियों और...
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एक महिला के संघर्ष पर बनी फिल्म ‘ढाई आखर’ का विश्व प्रीमियर आज
हिंदी फिल्म 'ढाई आखर' (ढाई अक्षर) को गोवा में हो रहे 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) 2023 के प्रतियोगिता खंड में चुना गया है। इसका विश्व प्रीमियर आज यानी 25 नवंबर को किया जा रहा है। इस प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इस स्वतंत्र फिल्म का विश्व प्रीमियर होना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। यहां इसका मुकाबला 'कंतारा', 'गुलमोहर' और 96वें ऑस्कर नॉमिनी '2018-एवरीवन इज ए हीरो' जैसी फिल्मों से है।
हिंदी लेखक अमरीक सिंह दीप के उपन्यास 'तीर्थाटन के बाद' पर आधारित फिल्म 'ढाई आखर' हर्षिता नाम की एक महिला की कहानी है, जो सालों से घरेलू हिंसा और दुखी शादीशुदा जिंदगी का शिकार थी। वह पत्रों के माध्यम...
स्मृति दिवस: फै़ज़ अहमद फै़ज़ की शख़्सियत
(तरक़्क़ीपसंद अदीब और जर्नलिस्ट हमीद अख़्तर (जन्म : 12 मार्च 1923, निधन : 17...
रूदाद-ए-अंजुमन: भूले-बिसरे हिंदोस्तान की दास्तान
आज़ादी की लड़ाई का समय हिंदोस्तान की तारीख़ का वह कालखंड है, जो अपनी कु़र्बानी, जुनून, वतनपरस्ती, मुल्क के झंडाबरदारों के सब्र, संघर्ष और अंततः आज़ादी पा लेने की कामयाबी के लिए इतिहास...
गांधी संस्थाओं पर हमला पूरे समाज को सीधी चुनौती: रामचन्द्र राही
नई दिल्ली। वाराणसी में राजघाट स्थित गांधी-विनोबा-जेपी की विरासत सर्व सेवा संघ को मोदी सरकार ने बुलडोजर लगाकर ध्वस्त...