सोशल मीडिया पर आज के जमाने के मशहूर फिल्म निर्देशक, अनुराग कश्यप के खिलाफ गंदी-गंदी गालियों की बौछार देखी जा सकती है। इन्स्टाग्राम पर किसी पोस्ट में एक यूजर ने जब अनुराग कश्यप को लिखा कि, “ब्राह्मण तुम्हारे बाप हैं। जितना तुम्हारी उनसे सुल_गी उतना सुल_एंगे।” जिस पर भड़ककर अनुराग कश्यप [more ...]
तहज़ीब की रूह कभी-कभी चीख़ती नहीं, सिसकती है। वो शोर नहीं मचाती, बस ख़ामोश होकर हमारी पेशानी से अपना नूर वापस ले लेती है। और आज हिंदुस्तान की वही तहज़ीब, जिसने सूफ़ी संतों और संत कबीर की बातों से लेकर बहादुर शाह ज़फ़र की शायरी तक, एक गुलदस्ता बनाया था-आज [more ...]
चारों ओर से मुसीबतों से घिरे मोदी जी अपने बद से बदतर होते जा रहे हालात में अब एक अंतिम दांव चल दिए हैं, जिसकी चर्चा सन् 2019 से शुरू गई थी। जब कांग्रेस मुक्त भारत के सपने देखने वाले को इंदिरा गांधी का परिवार गले की हड्डी बन गया। [more ...]
बनारस। देश की सांस्कृतिक राजधानी बनारस में संकट मोचन मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि वह स्थल है जहां हर वर्ष सुरों की एक ऐसी अजश्र धारा बहती है, जो जाति, धर्म, संप्रदाय और मतभेदों की सीमाओं को लांघ जाती है। जहां वाद्य गूंजते हैं, स्वर लहरियां उठती हैं, ताल और लय की समवेत [more ...]
सोशल मीडिया पर आज के जमाने के मशहूर फिल्म निर्देशक, अनुराग कश्यप के खिलाफ गंदी-गंदी गालियों की बौछार देखी जा सकती है। इन्स्टाग्राम पर किसी पोस्ट में एक यूजर ने...
तहज़ीब की रूह कभी-कभी चीख़ती नहीं, सिसकती है। वो शोर नहीं मचाती, बस ख़ामोश होकर हमारी पेशानी से अपना नूर वापस ले लेती है। और आज हिंदुस्तान की वही तहज़ीब,...
सोशल मीडिया पर आज के जमाने के मशहूर फिल्म निर्देशक, अनुराग कश्यप के खिलाफ गंदी-गंदी गालियों की बौछार देखी जा सकती है। इन्स्टाग्राम पर किसी पोस्ट में एक यूजर ने जब अनुराग कश्यप को लिखा कि, “ब्राह्मण तुम्हारे बाप हैं। जितना तुम्हारी उनसे सुल_गी उतना सुल_एंगे।” जिस पर भड़ककर अनुराग कश्यप...
तहज़ीब की रूह कभी-कभी चीख़ती नहीं, सिसकती है। वो शोर नहीं मचाती, बस ख़ामोश होकर हमारी पेशानी से अपना नूर वापस ले लेती है। और आज हिंदुस्तान की वही तहज़ीब, जिसने सूफ़ी संतों और संत कबीर की बातों से लेकर बहादुर शाह ज़फ़र की शायरी तक, एक गुलदस्ता बनाया था-आज...
चारों ओर से मुसीबतों से घिरे मोदी जी अपने बद से बदतर होते जा रहे हालात में अब एक अंतिम दांव चल दिए हैं, जिसकी चर्चा सन् 2019 से शुरू गई थी। जब कांग्रेस मुक्त भारत के सपने देखने वाले को इंदिरा गांधी का परिवार गले की हड्डी बन गया।...
बनारस। देश की सांस्कृतिक राजधानी बनारस में संकट मोचन मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि वह स्थल है जहां हर वर्ष सुरों की एक ऐसी अजश्र धारा बहती है, जो जाति, धर्म, संप्रदाय और मतभेदों की सीमाओं को लांघ जाती है। जहां वाद्य गूंजते हैं, स्वर लहरियां उठती हैं, ताल और लय की समवेत...
पिछले पखवाड़े में सुप्रीम कोर्ट के दो महत्वपूर्ण फैसलों-पहले राज्यपालों पर संवैधानिक अंकुश और फिर 16 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम पर अंतरिम आदेश-ने केंद्र सरकार को हिलाकर रख दिया है। इन फैसलों के बाद देशभर में सोशल मीडिया पर सक्रिय समूह न्याय10 में न्यायपालिका के अधिकारों पर सवाल उठाने...
लखनऊ। भाकपा-माले की तीन सदस्यीय टीम ने प्रयागराज में करछना तहसील के इसौटा गांव का बुधवार को दौरा किया। टीम ने पीड़ित दलित मजदूर परिवार से भेंट कर शोक संवेदना व्यक्त की। छह सदस्यों वाले...