बादल सरोज
बीच बहस
सत्तारूढ़ दल के आत्मविश्वास का दिखावा मोदी के भय को दिखा रहा है
लगने को तो अनेक को लग सकता है कि हमारे प्रधानमंत्री जी बड़े विनोदी हैं, मजाकिए भी हैं। हालांकि अगर ऐसा लगता है तो कोई अजीब बात भी नहीं। ऐसा लगना सिर्फ अनुमान नहीं है, इसमें भरीपूरी सच्चाई है।...
बीच बहस
गांधी मैदान ने नानी याद दिलाई; परिवार की ढूंढ तलाश में निकले मोदी
जैसे जैसे चुनाव की तारीखें करीब आ रही हैं मोदी और उनकी पार्टी, जिसका नाम अभी तक भाजपा है, की बेचैनी और घबराह्ट बढ़ती ही जा रही हैं। स्वाभाविक भी है, एक झूठ को बार बार बोलकर, हजार बार...
बीच बहस
जामनगर में वैभव की अश्लीलता और सेठ जी के चिड़ियाघर में बदलता भारत
1 से 3 मार्च तक भारत ने जो देखा वह एक धनकुबेर द्वारा अपने वैभव का अश्लील मुजाहिरा ही नहीं था बल्कि अपनी सम्पन्नता की विपुलता का सहारा लेकर देश की सभ्यता और उसमे बसी मनुष्यता के प्रति हिकारत...
बीच बहस
युवाओं को मोदी का अनूठा टास्क; सेल्फी खेंचो-एप्प में डाल तमाशा देखो
भाजपा के सुप्रीमो युगपुरुष नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि देश की जनता जब उनसे प्रधानमंत्री- जिस रूप में वे शायद ही कभी रहे हों- के नाते खेत के बारे में कुछ जानना चाहती है तब...
बीच बहस
मुंहबली बाबा और 400 पार का शोर
पहले इस संसद के आख़िरी सत्र में और उसके बाद इसी रविवार को भाजपा सुप्रीमो नरेंद्र मोदी ने इस बार चार सौ पार का नारा देकर अपनी पार्टी के चुनाव अभियान- जो यूं भी 24 घंटा सातों दिन पूरी...
बीच बहस
भारत रत्न बना राजनीतिक सहयोगी फंसाने का चारा !
बाकी भले देश की माली और समाजी दरो-दीवारों पर सब्जा उग रहा हो और सारी उम्मीदें बयाबां में मुंह छुपाये खड़ी हों, घर में भारत रत्नों की बहार सी जरूर आयी दिख रही है। अभी वर्ष का दूसरा महीना...
बीच बहस
आडवाणी जिसके रत्न हैं वह किसका भारत है?
किसी जमाने में भाजपा के शीर्ष नेता रहे और पिछले दस वर्षों से हाशिये से भी बाहर बिठा दिए गए लालकृष्ण आडवाणी अचानक तब खबरों में आ गए जब 3 फरवरी को उन्हें भारत रत्न सम्मान दिए जाने की...
बीच बहस
तिरंगे की कमी को भगवा से पूरने की कोशिश और उससे आगे!
वर्ष में दो दिन- स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त और गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी- ऐसे होते हैं जब देश में जैसे तिरंगे की बहार आ जाती है। दफ्तरों में, सडकों पर, दुकानों में, घरों पर, स्कूली बच्चों के हाथों में, बाइक से...
बीच बहस
चुनाव से ठीक पहले राहत के बजाए आफत का बजट: इस अति आत्मविश्वास के पीछे क्या है?
एक फरवरी को संसद में पेश किया गया बजट, भारत के इतिहास का संभवतः पहला ऐसा बजट है जिसमें ठीक चुनाव के पहले लाये जाने के बावजूद जनता के किसी भी हिस्से को किसी भी तरह की राहत नहीं...
पहला पन्ना
भारतीय समाज की सोच को विषाक्त बनाने की परियोजना का हिस्सा था महाकाल प्रकरण
खबर यह है कि इंदौर हाईकोर्ट ने उज्जैन के अदनान मंसूरी को जमानत दे दी है। वे पिछले पांच महीनों से जेल में थे। कोर्ट में आये तथ्यों से भी पुष्टि हो गयी है कि असल में वैसी कोई घटना...
About Me
Latest News
एजेंडा यूपी को लेकर आईपीएफ ने की बैठक, रोजगार का सवाल हल करेगी जन राजनीति
सोनभद्र। दुध्दी के इस आदिवासी बाहुल्य अति पिछड़े इलाके में यदि खेती किसानी विकसित करने के लिए कनहर सिंचाई...