Saturday, April 27, 2024

सत्येंद्र रंजन

गैर-बराबरी के मुद्दे पर गुमराह करने में जुटे मोदी

इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन के पुनर्वितरण की सोच को निशाने पर लिया है। वे तथ्यों का ख्याल कभी नहीं करते और सच पर परदा डाल देने की क्षमता ही उनकी सियासी कामयाबी का राज़ है, इसलिए...

उद्धव ठाकरे ने निर्वाचन आयोग को कठघरे में खड़ा किया

राजस्थान के बांसवाड़ा में दिए विवादास्पद भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ कई मर्यादाएं तोड़ीं। मसलन, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण को उसके मूल संदर्भ से काट कर और डॉ. सिंह के मंतव्य को तोड़-मरोड़ कर...

ऐसा क्यों? बढ़ती मुश्किलों के बावजूद मोदी पर ही दांव! 

आम चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से ठीक पहले संभवतः एकमात्र ऐसा जनमत सर्वेक्षण सामने आया है, जिसमें ध्यान सिर्फ वोट प्रतिशत और सीटों का अनुमान लगाने पर केंद्रित नहीं रखा गया है। सीएसडीएस-लोकनीति के इस सैंपल सर्वे...

फिलहाल अपना मकसद साध लिया है ईरान ने

जैसी की आशंका थी, फिलस्तीनी प्रतिरोध से सुलगी और गजा में इजराइली नरसंहार से भभकी युद्ध की लपटें अब पश्चिम एशिया में क्षेत्रीय युद्ध का रूप ले रही हैं। इजराइल पर ईरान के जवाबी हमले ने हालात को खतरनाक...

ये चीन से रिश्ता सुधारने की पहल है, या एक दांव?   

क्या भारत सरकार की चीन नीति में बड़ा बदलाव आया है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पत्रिका न्यूजवीक को दिए इंटरव्यू में जो कहा, उससे इस बारे में कयास लगाने का पर्याप्त आधार मिलता है। इस इंटरव्यू (Exclusive Interview:...

चुनाव घोषणापत्र से कैसी छवि उभरी है कांग्रेस की?

बात की शुरुआत अगले चार जून को 18वीं लोकसभा चुनाव के संभावित नतीजों के बारे में विपक्ष के लिए सबसे बेहतर बन सकने वाली स्थिति की कल्पना के साथ करते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल के कई...

घोषणा पत्र: सीपीएम का प्रगतिशील-सोशल डेमोक्रेटिक एजेंडा

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए जो घोषणापत्र जारी किया है, कहा जा सकता है कि उसका सार दो शब्दों और तीन संदर्भों में है। ये शब्द हैं: उलटना (reversal), और   बहाली (restoration) पार्टी ने नरेंद्र...

कच्चातिवु द्वीप: राष्ट्रहित के खिलाफ राजनीति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (31 मार्च) को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने 1974 में “बेरहमी के साथ” कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को दे दिया था। उन्होंने कहा- “भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना” कांग्रेस के...

बेरोजगारी का विकराल रूपः सरकार ने डाल दिए हथियार

तो नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से यह दो टूक कह दिया गया है कि बेरोजगारी जैसी समस्याओं से उलझना उसका काम नहीं है। यह एक तरह से बेरोजगारों को पैगाम है कि वे अपना देखें- सरकार के भरोसे...

गैर-बराबरी के समंदर में डूबते भारत का क्या है भविष्य?

“भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश है और साथ ही सबसे ज्यादा विषम भी। हमारे ताजा पेपर (शोध पत्र) के मुताबिक पिछले एक दशक में आबादी के टॉप एक फीसदी हिस्से का धन तेजी से बढ़ा है,...

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एक बार फिर सांप्रदायिक-विघटनकारी एजेंडा के सहारे भाजपा?

बहुसंख्यकवादी राष्ट्रवाद हमेशा से चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए सांप्रदायिक विघटनकारी एजेंडा और नफरत का इस्तेमाल...