21 जून को विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के चुनाव के लिए अपने साझा उम्मीदवार की घोषणा की। अपने उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को ‘अच्छा उम्मीदवार’ बताया। स्वयं यशवंत जी भी पिछले कुछ समय से लगातार ‘अच्छी-अच्छी बातें’ करते नजर आ...
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा को मैंने संसद भवन, राष्ट्रीय राजधानी या देश के किसी अन्य हिस्से में आयोजित समारोहों या कार्यक्रमों में देखा और सुना है। किसी संकोच के बगैर कह सकता हूं कि ज्यादातर उत्तर-भारतीय लोगों की...
दुनिया में नर्क और दर्द का दायरा बहुत बड़ा है। अपेक्षाकृत विकसित समझे जाने वाले ऐसे यूरोपीय देश, जहां एक समय समाजवाद की जमीन तैयार की जा रही थी, वे भी इससे अछूते नहीं हैं। अलग-अलग जातीय-समूहों और देशों...
भारतीय़ जनता पार्टी और आरएसएस का सर्वसत्तावाद सन् 2022 में अपने विराट रूप में सामने आया है। यूपी सहित चार राज्यों के चुनाव में कामयाबी हासिल करने के बाद केंद्रीय सत्ता पहले से भी ज्यादा आक्रामक नजर आ रही...
पिछली सदी का आखिरी दशक भारतीय समाज, राजनीति और मीडिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ। इस दशक में तीनों की दशा और दिशा को एक खास ढंग से बदलने की शुरुआत हुई। सरकार ने देशी-विदेशी निजी पूंजी को...
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बारे में तरह-तरह की व्याख्याएं की जा रही हैं। यह महत्वपूर्ण चुनाव था, जिसमें कोई सत्ताधारी पार्टी वर्षों के अंतराल के बाद दोबारा सत्ता में आई है। इसका...
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे चाहे जो भी हों पर चुनावी परिदृश्य में सत्ताधारी दल के लिए कुछ भी सहज नहीं दिख रहा था। लेकिन टीवीपुरम के ‘एक्जिट पोल’ 7 मार्च से ही भारतीय जनता पार्टी की जीत...
शहरों पर किताबें पहले भी लिखी गयी हैं, आज भी लिखी जा रही हैं और आगे भी लिखी जायेंगी। कुछ किताबें शहरों का इतिहास बताती हैं, कुछ समाजशास्त्र और कुछ खास घटनाओं के उल्लेख के जरिये शहर की कहानी...
‘मैं कारसेवक था’ जैसी कृति से खासतौर पर चर्चित हुए पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी का नया यात्रा-वृत्तांत हैः यात्राएं!
इसमें उनके चौदह यात्रा-वृत्त हैं। दो लंबे हैं और शेष अपेक्षाकृत संक्षिप्त। ‘य़ात्राएं’ (संभावना प्रकाशन, रेवतीकुंज, हापुड़-245101) उनका पहला...
बात पिछली शताब्दी के सन् साठ दशक की है। हम लोग स्कूल में पढ़ते थे। वह गांव का एक सरकारी स्कूल था। उसमें आसपास के कई गांवों के बच्चे आते थे। ज्यादातर बच्चे हिन्दू-उच्चवर्णीय समुदाय के होते थे। उन...