अमेरिका के साथ एक समझौते पर कांग्रेस ने उठाया सवाल, पूछा- क्या भारतीय सरजमीं पर अमेरिकी सेना के अड्डे बनाने की इजाजत दे दी गई?

नई दिल्ली। राजधानी में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन चल रहा है। सम्मेलन से पहले शुक्रवार 8 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी ने शनिवार को भारत-अमेरिका संबंधों में एक विशेष फॉर्मूलेशन और संयुक्त बयान पर सवाल उठाया। उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्या इसका मतलब अमेरिकी सेना को भारतीय सरजमीं पर स्थापित करने की इजाजत देना है।

नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र से एक दिन पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय बैठक के बाद संयुक्त बयान जारी किया गया था। इस मामले को लेकर एक्स में लिखी गयी अपनी एक पोस्ट में कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए)/भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को संसद में विशेष फॉर्मूलेशन के लिए जवाब देना होगा।

भारत-अमेरिका के संयुक्त बयान में व्हाइट हाउस की ओर से विशेष पैराग्राफ (पैरा 18) जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि “नेताओं ने अगस्त 2023 में अमेरिकी नौसेना और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा हस्ताक्षरित सबसे हालिया समझौते के साथ दूसरे मास्टर शिप मरम्मत समझौते के समापन की सराहना की।”

व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने अमेरिकी नौसेना संपत्तियों और अन्य विमानों और जहाजों के रखरखाव और मरम्मत के केंद्र के रूप में भारत के कदम को आगे बढ़ाने की सिफारिश की। संयुक्त बयान में कहा गया है कि “दोनों पक्षों ने आगे तैनात अमेरिकी नौसेना संपत्तियों और अन्य विमानों और जहाजों के रखरखाव और मरम्मत के केंद्र के रूप में भारत के उद्भव के सिलसिले को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की”। नेताओं ने भारत की विमान के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल क्षमताओं और सुविधाओं में और अधिक निवेश करने के लिए अमेरिकी उद्योग की प्रतिबद्धताओं का भी स्वागत किया।

मनीष तिवारी ने एक्स पर इसका जवाब देते हुए कहा कि “भारत-अमेरिका संयुक्त वक्तव्य के इस पैरा 18 के दीर्घकालिक प्रभाव हैं। इससे पहले भी 22 जून 2023 के संयुक्त वक्तव्य में पैरा 14 में इसी तरह का सूत्रीकरण था।“ कांग्रेस नेता ने पोस्ट किया, “क्या यह भारतीय धरती पर अमेरिकी सैन्य अड्डे स्थापित कराने की शुरुआत है। एनडीए/बीजेपी को संसद में इसका जवाब देना होगा।”

फिलहाल बीजेपी नेताओं ने तिवारी के सवाल का कोई जवाब नहीं दिया है। भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन का समापन रविवार 10 सितंबर को हो रहा है। बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा उन प्रमुख नेताओं में से हैं जो दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत में हैं।

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विजय अमित
विजय अमित
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7 months ago

बहुत ही सटीक विश्लेषण बिना किसी पूर्वाग्रह से ग्रस्त है