सर्व सेवा संघ परिसर मलबे में तब्दील, बुलडोजर से ध्वस्तीकरण जारी

वाराणसी/नई दिल्लीआज सुबह से सर्व सेवा संघ परिसर में स्थित भवनों को बुलडोजर से ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सुबह 7.30 पर वाराणसी जिला प्रशासन के अधिकारी भारी लाव-लश्कर के साथ विनोबा-जेपी की तपोस्थली पहुंचे और बुलडोजर से सबसे पहले परिसर में स्थित गेस्ट हाउस को ध्वस्त किया। गांधी-विनोबा-जेपी को मानने वाले सर्व सेवा संघ परिसर के पास इकट्ठे होकर मोदी सरकार की इस तानाशाही का विरोध कर रहे हैं। लेकिन पुलिस उन्हें अंदर दाखिल नहीं होने दे रही है। ध्वस्तीकरण जारी है। परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है और अंदर से सर्व सेवा संघ परिसर के मुख्य दरवाजे को बंद कर लिया है।

ध्वस्तीकरण की सूचना पर वहां पहुंचे नंदलाल मास्टर, जागृति राही, डॉ अनूप श्रमिक, तारकेश्वर सिंह और अनूप आचार्य को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले गई। अरविंद कुशवाहा, ध्रुव, अवनीश, फ़ादर आनंद और रामधीरज भाई को भी अभी-अभी हिरासत में ले लिया गया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ संत प्रकाश ने ट्वीट किया “गांधी की हत्या करने वाले आज गांधी के अमर विचारों की हत्या करने पर अमादा हैं, उसे बुलडोज कर रहे हैं लेकिन उन्हें नहीं पता कि गांधी के विचार अजर अमर हैं, उन्हें नहीं पता कि वे बुलडोजर से उन विचारों को ढहा नहीं रहे हैं ब्लकि उसकी नींव और गहरी कर रहें…गांधी के विचार इस देश का आधार हैं।”

गांधी-विनोबा-जेपी विरासत बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक रामधीरज कहते हैं कि “विदेशों में गांधी की प्रतिमा के समक्ष नतमस्तक होने वाले गोडसेवादी नरेंद्र मोदी अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में गांधी-विनोबा-जेपी की विरासत पर बुलडोजर चला रहे हैं। यह बुलडोजर सिर्फ गांधी-विनोबा-जेपी की विरासत के साथ-साथ न्याय और लोकतंत्र को भी ध्वस्त करना है। जो मामला अदालत में लंबित हो, उस परिसर को कैसे ध्वस्त किया जा सकता है। दरअसल, इस तरह की घटना के पीछे संघ-भाजपा की हीन भावना काम कर रही है। संघ-भाजपा के लोग मूलत: और अंतत: गांधी विरोधी होते हैं। लेकिन समाज और सत्ता के चलते उनको गांधी जी का नाम लेना पड़ता है। अब जबकि मोदी को प्रचंड बहुमत है तो उन्हें समाज, कानून और संविधान की कोई चिंता नहीं है।”

सर्व सेवा संघ की निशानियां को मिटाने के लिए पहुंचा प्रशासन का बुलडोजर! बापू विनोबा और जयप्रकाश की विरासत एवं तपोस्थली पर अनवरत चल रहे संघर्ष एवं जद्दोजहद के उपरांत भी न्यायालय के बिना किसी अनुमति और आदेश के प्रशासन का बुलडोजर सर्व सेवा संघ आश्रम को पूजने के लिए बहुत चुका है! सर्व सेवा संघ की अगर एक भी ईंट गिरी तो निश्चित है कि यह बापू के विचारों की हत्या है! सभी साथी राजघाट पहुंचे।

सूचना के मुताबिक आज सुबह सर्व सेवा संघ आश्रम को ध्वस्त करने के लिए प्रशासन बुलडोज़र लेकर पहुंचा। सर्व सेवा संघ परिसर के प्रभारी राम धीरज ने लोगों से वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ परिसर पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि गांधीवादियों के तीर्थ स्थल सर्व सेवा संघ पर गोडसेवादी बुलडोज़र चलाने को अमादा हैं। परिसर को बचाने के लिए जो भी साथी वाराणसी में हैं, तत्काल राजघाट पहुंचे, कोर्ट में लंबित मामले को सरकारी तानाशाही से ध्वस्त किया जा रहा है, क्या इस देश के स्वतंत्रता सेनानियों की विरासतों के साथ सरकार द्वारा यही हस्र किया जाएगा? नरेंद्र मोदी जी क्या आप का गांधी प्रेम यही है?

उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ एक आश्रम को ध्वस्त करने की साज़िश नहीं बल्कि गांधीजी, संत विनोबा, जयप्रकाश नारायण आदि के विचारों को ध्वस्त लेने की साज़िश है।

सबको यह बात जरूर मालूम होनी चाहिए कि जिस न्यायधीश के कोर्ट में मुक़दमा लंबित था और जिसने थोड़ी राहत दी थी, उसे ट्रांसफर कर दिया गया है और जानबूझकर आज शनिवार का दिन चुना गया है कि आगे रविवार और उसके बाद 15 अगस्त, यानी 15 तक कोई सुनवाई न हो पाए। और 15 अगस्त की सुरक्षा के नाम पर किसी तरह के प्रोटेस्ट को अनुमति न मिल पाए।

बनारस प्रशासन, देश की सरकार और देश के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो कि वाराणसी से सांसद भी हैं, के इशारे पर उन महापुरुषों की विरासत पर बुलडोज़र चलवा रही है, जिनके आगे विदेशों में जाकर फूल चढ़ाते हैं और उनके कसीदे पढ़ते हैं।

गांधी के विचारों की द्योतक इस विरासत पर बुलडोज़र चढ़ाने वाला उतना ही दोषी है जितना कि गांधी की हत्या करने वाला गोडसे, एक ने गांधी के नश्वर शरीर की हत्या कर दिया तो दूसरा गांधी के अमर विचारों को समाप्त करने पर अमादा है।

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