मणिपुर में दो मैतेई युवाओं की हत्या के मामले में चार गिरफ्तार, विरोध में कुकी समुदाय के लोग उतरे सड़कों पर

नई दिल्ली। कुकी समुदाय के वर्चस्व वाले चुराचंदपुर में सामान्य जन-जीवन बिल्कुल ठप हो गया है। दुकानें बंद हैं और सड़कें सूनी हो गयी हैं। एनआईए और सीबीआई द्वारा 7 लोगों की गिरफ्तारी के खिलाफ कुकी समुदाय के लोगों ने बंद का अह्वान किया था। गिरफ्तार लोगों में दो नाबालिग शामिल हैं।

इन गिरफ्तारियों में चार लोग वो भी शामिल हैं जिनका मणिपुर के दो युवाओं की हत्या में हाथ होने का संदेह जताया गया है। जुलाई में गायब इन दोनों युवकों की फोटो सोशल मीडिया के जरिये सामने आने के बाद पूरे मणिपुर में मैतेई समुदाय के लोग भड़क उठे थे। जिसके बाद आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए केंद्रीय एजेंसियों ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

बताया जा रहा है कि कुकी वर्चस्व वाले इन इलाकों में कोई भी सरकारी गाड़ी सड़कों पर नहीं चल रही है। इसके साथ ही सभी व्यवसायियों ने अपनी दुकानें बंद कर रखी हैं। आईटीएसएफ द्वारा बुलाया गया यह बंद अनिश्चितकालीन है। संगठन ने 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार सभी लोगों को रिहा करने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही चुराचंदपुर की छात्र इकाई (जेएसबी) ने भी 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है।

सीबीआई द्वारा की गई गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए सीएम बीरेन सिंह ने बताया कि आरोपियों को विशेष फ्लाइट से गुवाहाटी ले जाया गया है। जहां इन आरोपियों को सक्षम अदालत के सामने पेश किया जाएगा।

मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद राज्य में मामला और भी बिगड़ गया है। कुकी-जो समुदाय ने इसे अपने ऊपर एक और हमले के तौर पर देखते हुए कहा कि ये गिरफ्तारी नहीं ‘अपहरण’ है। जिसके बाद इंडीजेनस ट्राइबल लीडर्स फोरम ने राज्य में सोमवार सुबह 10 बजे से अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की है।

मृतकों की पहचान 17 वर्षीय हिजाम लिनथोइंगामी और 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत के तौर पर हुई है। दोनों मृतक मैतेई समुदाय से थे और इसी साल 6 जुलाई को लापता हो गए थे। हालांकि, 25 सितंबर को उनके शवों की तस्वीरें सामने आईं, जिसके बाद राज्य में हिंसक विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए थे।

इस गिरफ्तारी को लेकर सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है वो सभी कुकी समुदाय से हैं और उनकी पहचान पाओमिनलुन हाओकिप, एस माल्सावन हाओकिप, ल्हिंगनेइचोंग बाइट और टिननेइलिंग हेंथांग के रूप में हुई है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि मणिपुर सरकार के अनुरोध पर 23 अगस्त को सीबीआई ने दो केस रजिस्टर किया था। और नाबालिग पीड़िता के माता-पिता की शिकायतों पर राज्य पुलिस द्वारा पहले दर्ज किए गए इन मामलों की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली थी। इन मामलों की जांच के दौरान, चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

प्रवक्ता ने आगे बताया कि “गिरफ्तार हुए आरोपियों को गुवाहाटी में सक्षम अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। गिरफ्तार किये गए चारों लोगों में से जिन्हें इंफाल से गुवाहाटी ले जाया गया है, दो नाबालिग हैं और वो अपनी मां के साथ गए हैं। उन्हें उनके बेहतर भविष्य, सुरक्षा और देखभाल के लिए जिला बाल संरक्षण अधिकारी, कामरूप को सौंप दिया गया है। नाबालिगों के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।

इससे एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने मीडिया को गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों को चुराचांदपुर जिले के हेंगलेप इलाके से सीबीआई, राज्य और केंद्रीय बलों की एक टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर पकड़ा था।

बीरेन सिंह ने आगे कहा कि जब से घाटी जिलों में हिंसा भड़की है, सीबीआई के विशेष निदेशक के नेतृत्व में एक टीम राज्य और केंद्रीय बलों की मदद से दोषियों को पकड़ने के लिए कई अभियान चला रही है। राज्य छात्रों की हत्या में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि सभी को उचित सजा मिले।

दूसरी तरफ कुकी संगठनों ने गिरफ्तार किये गए 4 लोगों को 48 घंटे के भीतर रिहा करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि आरोपियों को रिहा नहीं किए जाने की स्थिति में “मणिपुर के सभी पहाड़ी जिलों” में “और अधिक तीव्र आंदोलन” किया जाएगा।

संयुक्त छात्र निकाय जो कि विभिन्न कुकी-ज़ोमी छात्र संगठनों का एक संघ है, ने दावा किया कि आरोपियों का कांगवई और मोल्होई गांवों के बीच के इलाके से “अपहरण” किया गया था, जब वे रविवार सुबह चुराचांदपुर जा रहे थे।

उन्होंने धमकी दी कि “भविष्य में, हथियार लेकर और सादे कपड़ों में घूमने वाले किसी भी व्यक्ति को रोका जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” जनता से अपील किया गया है कि अगर वे सादे कपड़ों में लोगों को ‘संदिग्ध तरीके से व्यवहार करते हुए’ कोई दिखता है तो ‘जैसा उचित लगे कार्रवाई कर सकते हैं’।

उन्होंने आगे कहा कि “हम यहां तक कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा मामलों की जांच में कुकी-ज़ोमी-मिज़ो लोगों को चुनिंदा रूप से निशाना बनाने पर भी अपनी निराशा व्यक्त करना चाहेंगे। हम अपने लोगों से जुड़े पुलिस मामलों के पक्षपातपूर्ण चयन का विरोध करेंगे, जबकि हमारे लोगों के खिलाफ जघन्य अपराधों के कई मामले पीछे रह जाएंगे।”

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments