बिहार: भाकपा माले में शामिल हुआ महादलित टोला सेवक संघ, जन सम्मेलन कर किया ऐलान

पटाना। महादलित टोला सेवक संघ ने पटना के मंडपम सभागार में जन सम्मेलन का आयोजन कर सभी 4000 सदस्यों के साथ भाकपा-माले में शामिल शामिल होने का ऐलान किया। जन सम्मेलन में भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा व पार्टी के केंद्रीय कमेटी सदस्य सह फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास उपस्थित रहे।

जन सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाकपा-माले पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि आपकी मांगें जायज़ हैं। हमारी पार्टी का गरीबों व मजदूरों के संघर्ष में हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलने का इतिहास है। दलितों वंचितों का प्रतिनिधित्व बढ़े इस मुद्दे पर भी संघर्ष तेज कीजिए। टोला सेवकों की बहाली और जन संख्या के आधार पर हर स्तर पर प्रतिनिधित्व मिलने की लड़ाई भी लड़ने की तैयारी कीजिए।

धीरेंद्र झा ने कहा कि आज बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के दिए संविधान पर संघी खतरा मंडरा रहा है जिसके खिलाफ भी गोलबंद होना चाहिए। आर.एस.एस के लोग संविधान को खत्म कर मनुस्मृति थोपकर गैर बराबरी का समाज स्थापित करने की साज़िश कर रहे हैं, जिसे नाकाम करना है। बाबा साहेब ने आधुनिक लोकतांत्रिक समाज का जो सपना देखा था उसे पूरा करने की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है।

अपने संबोधन में विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि आपका संघर्ष भाकपा-माले का संघर्ष है। आज बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के संविधान को हटा कर मनुस्मृति थोपने वाली भाजपा की सरकार को सत्ता से बेदखल करने का वक्त आ गया है। मोदी सरकार लोकतंत्र खत्म करके फासीवाद लाना चाह रही है इसलिए सभी लोकतंत्र पसंद नागरिकों को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम आपकी मांगों के लिए सदन और सड़क दोनों ही जगह लड़ेंगे और मांगों के पूरा होने तक संघर्ष करेंगे।

महादलित टोला सेवक संघ के अध्यक्ष प्रेम कुमार राम ने कहा कि सरकार के पदाधिकारियों ने खुद को बचाने के लिए हमारा उत्पीड़न किया है। पिछले बारह साल में सभी के दरवाजे पर गए लेकिन हमारे हाथ निराशा ही आई।

उन्होंने कहा कि समाधान यात्रा के दौरान भी मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया लेकिन मामला अभी तक ठंडे बस्ते में पड़ा है। हम सभी प्रशिक्षित टोला सेवकों की मांग है कि हमारी बहाली के बाद ही किन्हीं की बहाली किया जाए। हम लोग भाकपा-माले के साथ मिलकर संघर्ष करेंगे। लोग हमारे ऊपर हंसते हैं। हमें रोज ब रोज अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अविलम्ब बहाली के लिए भाकपा-माले के नेतृत्व में संघर्ष को आगे बढ़ाने का हम संकल्प लेते हैं।

जन सम्मेलन से पारित प्रस्ताव

1. यह जन सम्मेलन बिहार सरकार से यह मांग करता है कि हम प्रशिक्षित महादलित टोला सेवकों की अविलम्ब बहाली हो

2. यह सम्मेलन प्रस्ताव लेता है कि हम भाकपा-माले की सदस्यता लेकर पार्टी को मजबूत करेंगे।

3. बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के संविधान को बचाने के लिए चल रहे संघर्षों में हम सम्मिलित रहेंगे।

4. संविधान, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता को बचाने का संकल्प लेते हैं।

5. यह जन सम्मेलन हाल ही में मणिपुर में हो रहे हिंसा पर केंद्र सरकार की चुप्पी की कड़ी निन्दा करता है।

6. यह जन सम्मेलन केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का ग़लत इस्तेमाल करते हुए पत्रकारों की गिरफ्तार करने को अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला मानते हुए इसकी कड़ी भर्त्सना करता है।

जन सम्मेलन में दर्जनों नेताओं व कार्यकर्ताओं ने सम्बोधित किया।

(विज्ञप्ति पर आधारित।)

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