नई दिल्ली। नूंह में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण और हिंदू-मुसलमानों के बीच गहरी खाई पैदा करने की कोशिशों को दोनों समुदाय नाकाम करने की कोशिश कर रहे हैं। मिल-जुलकर साम्प्रदायिक तत्वों और अपराधियों को किनारे लगा रहे हैं। इस प्रक्रिया में खाप पंचायतों ने शनिवार को जींद के उचाना कलां में एक सर्वधर्म सम्मेलन कर हिंसा के विरोध में निंदा प्रस्ताव पास किया।
हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई एकता को बहाल करने के लिए पूरे राज्य में मुहिम चलाने का प्रस्ताव पारित किया है। सम्मेलन में बीजेपी-आरएसएस, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास कर बजरंग दल और आरएसएस को बैन करने की मांग की गई। सम्मेलन में कंडेला खाप, माजरा खाप, मोर खाप, दहाड़न खाप, चहल खाप, बिनैन खाप, थुवा, तपा और उझाना खाप के सदस्य मौजूद रहे।
जींद में किसान संगठनों और खाप पंचायतों के नेताओं ने बैठक के बाद राज्य में शांति और सद्भाव का आह्वान करने के लिए नूंह का दौरा करने का फैसला किया है। खाप नेता और सामाजिक संगठनों के नेताओं ने कहा कि भाजपा वोटों के ध्रुवीकरण के लिए लोकसभा चुनाव से पहले देश में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रही है। “इसके अलावा, इन संगठनों ने समाज के हर वर्ग के बीच सद्भाव बनाए रखने के लिए गांवों में नजर रखने का संकल्प लिया है और यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी ने भी क्षेत्र के सामाजिक ताने-बाने को बर्बाद करने का प्रयास किया तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा।”
सम्मेलन में निर्णय किया गया कि हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में सभी धर्मों की एकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। खाप और किसान नेताओं ने कहा हरियाणा की सभी खाप मिलकर 9 अगस्त को हिसार के बास गांव की अनाज मंडी में एक बड़ा सम्मेलन करेंगी। और हरियाणा का भाईचारा बिगड़ने नहीं दिया जाएगा।
कई सामाजिक संगठन और खाप पंचायतें नूंह घटना के बाद एक्शन मोड में हैं। किसान संगठनों और खापों ने सर्वधर्म सम्मेलन करके हिंसा के विरोध में प्रस्ताव पास किए हैं। खाप पंचायतों ने सरकार से मेवात दंगों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और निर्दोषों को परेशान न करने की अपील की है।
खाप पंचायतों ने हरियाणा और केंद्र सरकार के ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति का विरोध करते हुए कहा कि सरकार इन नीतियों से बाज नहीं आई तो 2024 में वोट की चोट से जवाब देगा।
इसके साथ ही खाप पंचायतों ने मीडिया से अपील किया कि वे जहर उगलने और समाज को तोड़ने की बजाए समाज में अमन-चैन बहाली के लिए सहयोग करे।
नूंह (मेवात) में 31 जुलाई को हुई भीषण हिंसा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। कई घरों और वाहनों को जला दिया गया। हरियाणा पुलिस ने नूंह और सोहना में हुई हिंसा के बाद अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही 60 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मेवात क्षेत्र में शांति व्यवस्था को कायम रखने के लिए हिंसा प्रभावित इलाकों में पैरामिलिट्री की 20 कंपनियां भी तैनात की गई हैं। और 5 अगस्त तक नूंह, पलवल, फरीदाबाद, सोहना, मानेसर और पटौदी में भी इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
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