पंजाब: गहरी होती नशों की दलदल                                                          

आतंकवाद के काले दौर के दौरान फ़ैला नशों का नाजायज़ कारोबार पंजाब में इस हद तक फ़ैल चुका है कि अब यहां से सूदुर विदेशों तक विभिन्न किस्म का नशा भेजा जा रहा है। सूबे के लोग तो जानलेवा नशों की गिरफ्त में हैं ही। कई पीढ़ियों को ड्रग्स निगल चुका है। यह सिलसिला अनवरत जारी है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब एक-दो या इससे ज़्यादा नौजवानों की ड्रग्स की ओवरडोज के चलते मौत की ख़बर न आती हो। हर सरकार नशों पर नकेल कसने का दावा करती है; लेकिन यह भस्मासुर फैलता जा रहा है। गांव-गांव तस्करों का जाल बिछा हुआ है। उनके नेटवर्क ने संस्थागत रूप ले लिया है। पुलिस तथा सरकारी मशीनरी की कुछ ‘काली भेड़ें’ भी इस काले कारोबार में संलिप्त हैं। महफूज़ समझी जाने वाली जेलों में भी नशे आसानी से उपलब्ध हैं बल्कि बेशुमार ड्रग स्मगलर जेलों के भीतर बैठकर नशों का कारोबार ज़ारी रखे हुए हैं।                                                 

पिछले हफ़्ते जालंधर पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय कोरियर कंपनियों की आड़ में अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करी का पर्दाफाश करते हुए तीन तस्करों को दबोचा था। इसी मामले में पुलिस ने पूरा नेटवर्क ब्रेक करते हुए नौ तस्करों को गिरफ़्तार कर उनके क़ब्ज़े से 22 किलोग्राम अफ़ीम की भारी खेप बरामद की है। पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा के अनुसार रिमांड के दौरान इनकी निशानदेही पर तक़रीबन आधा दर्जन और भी लोगों को नामजद किया गया है। संलिप्तता के सबूत मिलने पर कस्टम विभाग के 6 अधिकारियों को भी नामजद किया गया है। कोरियर के ज़रिए अफ़ीम के पैकेट कनाडा, अमेरिका, आस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देशों में भेजे जाते थे। पुलिस कमिश्नर बताते हैं कि 3 मार्च को जालंधर सीआईए स्टाफ ने पांच किलोग्राम अफ़ीम के साथ तीन तस्करों को गिरफ़्तार किया था। जांच के दौरान उत्पादकों, संग्रहकर्ताओं, आपूर्तिकर्ताओं, पैकेजर्स, कोरियर ऑपरेटरों, फेसिलिटटर्स और अंतिम रिसीवर्स में से कुछ और गिरफ़्तारियां की गईं। नामजद लोगों की गिरफ़्तारी की कोशिशें की जा रही हैं।                 

इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह का जाल झारखंड, दिल्ली से लेकर कई दूसरे प्रदेशों में फैला हुआ है। झारखंड निवासी अभिराम को 12 किलो अफ़ीम के साथ रांची से जालंधर पुलिस ने गिरफ़्तार किया। जालंधर के मनी, पवन और सिकंदर तथा होशियारपुर के बलिहार को पांच किलो अफ़ीम, तीन वाहनों और पैकेजिंग सामग्री के साथ गिरफ़्तार किया गया है। ग़ौरतलब है कि इन चारों की अपनी कोरियर कंपनियां अथवा फर्में थीं। नामजद आरोपी अफ़ीम को इकट्ठा करके; उसे पैक करते थे और दिल्ली स्थित कस्टम विभाग को विदेश में भेजने के लिए सौंप देते थे। विदेश भेजने के लिए हर पार्सल को मंजूरी देने के लिए कस्टम अधिकारियों को बतौर रिश्वत भारी रकम का भुगतान किया जाता था।

दिल्ली का प्रमोद कुमार इस बाबत कस्टम अधिकारियों से तालमेल रखता था। वह पुलिस की गिरफ्त में है। उससे मिले सुरागों के आधार पर पंजाब पुलिस ने कस्टम विभाग के छह अफसरों को नामजद किया है। यह संख्या बढ़ भी सकती है। जालंधर की अमरजीत कौर और सन्नी को भी पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। दोनों पर आरोप है कि वे हवाला के ज़रिए इस अंतरराष्ट्रीय नशा तस्करी का आर्थिक लेनदेन संभालते थे। पंजाब, झारखंड और दिल्ली में हवाला लेनदेन में शामिल एक अन्य व्यक्ति की गिरफ़्तारी भी हुई है। पुलिस के अनुसार 9 करोड़ रुपए की ड्रग मनी/हवाला रकम वाले 30 बैंक खाते फ्रीज किए गए हैं। ड्रग मनी से बनाई गई 6 करोड़ की 12 संपत्तियों की फ़िलहाल तक पहचान की गई है। बढ़ती जांच के साथ कुछ और अहम खुलासे होंगे। राज्य के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव कहते हैं कि यह पंजाब पुलिस की बड़ी कामयाबी है।                                 

बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स और पंजाब पुलिस इन दोनों सीमांत इलाकों में तलाशी अभियान चला रही हैं। इस अभियान में भारी तादाद में अफ़ीम सहित अन्य मादक पदार्थ पकड़े जा रहे हैं। अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट, जालंधर और लुधियाना में कई बड़े तस्करों ने अपने सुरक्षित ठिकाने बनाए हुए हैं। अतीत में कई राजनीतिक नेता और पुलिस अधिकारी व कर्मचारी ड्रग्स के आरोपों में गिरफ़्तार हो चुके हैं। गिरफ़्तारियां बार-बार बताती हैं कि पंजाब में नशा तस्करों, पुलिस और राजनेताओं का मज़बूत गठजोड़ है, जो यहां के वर्तमान और भविष्य को अंधी गली में धकेल रहा है-जिसका रास्ता खुलता भी है तो मौत के मुहाने पर खुलता है। विडंबना है कि पंजाब में बच्चे, किशोर और महिलाएं भी नशे की दलदल में हैं। नशों के सेवन से लेकर बेचने तक! इस रिपोर्ट को फाइल करते वक्त ख़बर मिली है कि कपूरथला में एक महिला तस्कर आधा किलो हीरोइन के साथ गिरफ़्तार की गई है। यह भी खबर है कि पटियाला की वीर्क कॉलोनी में रहने वाले एक 22 साल के नौजवान की नशे की ओवरडोज से मौत हो गई है। अब पंजाबियों के लिए ऐसी ख़बरें रोज़मर्रा का हिस्सा हैं।

(पंजाब से अमरीक की रिपोर्ट।)

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