चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी पर सड़कों पर उतरे टीडीपी कार्यकर्ता, पार्टी के कई नेता हिरासत में

नई दिल्ली। विजयवाड़ा की एक अदालत ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सोमवार रात करीब 1.30 बजे उन्हें राजमुंदरी सेंट्रल जेल ले जाया गया। सीआईडी ने उन्हें 9 सितंबर को सुबह 6 बजे नंदयाल के ज्ञानपुरम में एक मैरिज हॉल से गिरफ्तार किया था। उनपर कथित तौर पर कौशल विकास निगम में घोटाला करने का आरोप है। यह गिरफ्तारी उस समय की गई जब प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी विदेश यात्रा पर थे।

चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी को आंध्र प्रदेश के साथ ही देश के राजनीति हलकों में आश्चर्य की दृष्टि से देखा जा रहा है। चंद्रबाबू नायडू हाल ही में पीएम मोदी से मिलकर एनडीए में शामिल हुए थे। और जगन मोहन रेड्डी की पार्टी न तो एनडीए के साथ है और न ही इंडिया गठबंधन के साथ है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस को टीडीपी और बीजेपी से कोई खतरा नहीं है। राज्य में उसे मुख्य रूप से कांग्रेस से ही चुनौती मिल रही है। ऐसे में चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी जगनमोहन रेड्डी के लिए फायदेमंद नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह गिरफ्तारी राजनीतिक कारणों से नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के मामले में हुई है।

बंद का मिला-जुला असर

तेलुगुदेशम पार्टी (TDP) ने चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के विरोध में सोमवार को प्रदेशव्यापी बंद का आह्वान किया। बंद के आह्वान पर टीडीपी के कई नेताओं को सुबह ही एहतियातन हिरासत में ले लिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंद का मिला-जुला असर रहा। पार्टी के कुछ नेताओं ने जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन किया। लेकिन आम जनता कहीं भी इस विरोध-प्रदर्शन में शामिल नहीं हुई। यह राज्य में उनके सिमटते जनाधार का ही संकेत दे रहा है।

तिरूपति और श्रीकाकुलम में टीडीपी कार्यकर्ताओं ने एन. चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने कुछ स्थानों पर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे टीडीपी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर कर दिया। टीडीपी अध्यक्ष के अत्चन्नायडू समेत कई वरिष्ठ नेताओं को उनके संबंधित स्थानों से एहतियातन हिरासत में ले लिया गया है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) शंख ब्रता बागची के अनुसार, राज्य में स्थिति शांतिपूर्ण है और किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। उन्होंने कहा, “स्थिति शांतिपूर्ण है, स्थिति के आधार पर स्थानीय अधिकारियों ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है।”

पूर्वी गोदावरी के एसपी पी. जगदीश ने कहा कि पूर्वी गोदावरी जिले के राजामहेंद्रवरम और केंद्रीय जेल के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, जहां नायडू इस समय बंद हैं।

शहर और लंबे रूटों सहित निगम की बसें सामान्य दिनों की तरह चल रही हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और सरकारी कॉलेज सहित सरकारी कार्यालय खुले रहे। आंध्र विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कॉलेज काम कर रहे हैं। हालांकि, कुछ निजी स्कूलों ने बंद को देखते हुए छुट्टी की घोषणा कर दी है। पुलिस ने कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशाखापत्तनम जिले में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं।

पूर्वी गोदावरी जिले के पुलिस अधीक्षक पी. जगदीश ने कहा कि जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त होने के कारण राजमुंदरी सेंट्रल जेल में उन्हें एक अलग कमरे में रखा गया है। अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत के दौरान घर का बना खाना खाने की भी अनुमति दी है।

अब तक क्या-क्या हुआ?

इससे पहले 10 सितंबर की सुबह, उन्हें विजयवाड़ा की ACB कोर्ट में पेश किया गया, जहां जस्टिस हिमा बिंदू ने सरकार और टीडीपी प्रमुख का प्रतिनिधित्व करने वाले कानूनी सलाहकारों की दलीलें सुनीं। जज ने हिरासत आदेश में इस बात पर जोर दिया कि नायडू के खिलाफ किए गए दावों पर भरोसा करने के कारण मौजूद हैं और जांच पूरी करने के लिए 24 घंटे काफी नहीं थे। नायडू का प्रतिनिधित्व सुप्रीम कोर्ट के वकील सिद्दार्थ लूथरा और वकीलों की एक टीम कर रही है।

रविवार, 10 सितंबर तड़के चंद्रबाबू को 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद मेडिकल टेस्ट के लिए विजयवाड़ा के एक अस्पताल में ले जाया गया था। इसके बाद उन्हें SIT ऑफिस भेज दिया गया।

नायडू को 14 दिन की रिमांड पर भेजने के साथ ही पूरे राज्य में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए संबंधित अधिकारियों ने सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है। राज्य भर में लोगों को समूहों में न घूमने और कोई घातक हथियार न रखने की सलाह दी गई है।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

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