मणिपुर: एक शख्स को जिंदा जलाने का वायरल वीडियो भी उसी इलाके का है जहां महिलाओं को किया गया था निर्वस्त्र

नई दिल्ली। मणिपुर बर्बरता की सारी सीमाएं लांघ चुका है। कभी वहां महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया जा रहा है तो कभी इंसान को जिंदा जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। एक शख्स को जिंदा जलाने की सामने आयी दिल दहला देने वाली तस्वीरों ने लोगों को अंदर से झकझोर दिया है।

रविवार को सोशल मीडिया पर अचानक मणिपुर हिंसा का 7 सेकंड का एक छोटा सा वीडियो वायरल होने लगा। इस नए वीडियो में एक व्यक्ति को आग में झुलसते दिखाया गया है। पीड़ित व्यक्ति कुकी-जो समुदाय से संबंध रखता है, पुलिस ने बताया है कि ये वीडियो 4 मई का है यानी हिंसा शुरू होने के दूसरे दिन का। इससे पहले भी कुकी समुदाय की महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और प्रताड़ित करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जो मणिपुर हिंसा की बर्बरता की दास्तां बता रहा था।

पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि वायरल वीडियो 4 मई को थौबल जिले में हुई एक घटना का है।

मणिपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 7 सेकंड के वीडियो में जिस व्यक्ति को जलाते हुए दिखाया गया है, वह कुकी-जो समुदाय से ताल्लुक रखता था, और यह वीडियो 4 मई यानी मणिपुर में शुरू हुई हिंसा के दूसरे दिन मैतेई-प्रभुत्व वाले थौबल जिले का है। पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि घटना के बाद उस वक्त मामले को दर्ज कर लिया गया था।

8 अक्टूबर की शाम को, संबंधित वीडियो सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जाने लगा। इसमें काली शर्ट और कैमोफ्लेज प्रिंट पैंट पहने एक शख्स को बाहर जमीन पर बेसुध पड़ा दिखाया गया है, जिसके चेहरे पर घाव हैं और शरीर में आग लगी हुई है।

इस वायरल वीडियो में मणिपुरी बोलते कई लोगों की आवाजें सुनी जा सकती हैं। हालांकि उनके चेहरे नहीं देखे जा सकते हैं और फ्रेम में केवल पैर दिखाई देते हैं। यह कहते हुए कि कोई फोटो या वीडियो नहीं लिया जाए। इसमें तेज शॉट जैसी आवाजें भी हैं जिन्हें बैकग्राउंड में सुना जा सकता है।

जुलाई में भी एक वीडियो सामने आया था। जिसमें कुकी-जो समुदाय की दो महिलाओं को पुरुषों की भीड़ द्वारा निर्वस्त्र कर घुमाया गया और उनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया, जिससे पूरे देश में व्यापक आक्रोश का माहौल बन गया था।

यह घटना भी 4 मई को नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में थौबल जिले में हुई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि आदमी को जलाने का वीडियो उन्हीं हिंसक घटनाओं की श्रृंखला में है जिसने उस दिन उस क्षेत्र को प्रभावित किया था। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार भी किया था।

वर्तमान में मणिपुर जिस जातीय संघर्ष की चपेट में है उसकी शुरुआत 3 मई को कुकी-जो बहुल चुराचांदपुर जिले और मैतेई-प्रभुत्व वाले विष्णुपुर जिले की सीमा क्षेत्र में शुरू हुआ था। जिसके बाद आग की ये लपटें तेजी से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में फैल गयीं।

चुराचांदपुर मेडिकल कॉलेज में मैतेई नर्सों के साथ बलात्कार की अफवाहों के बाद 4 मई को थौबल में भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया था। हालांकि, 5 मई को डीजीपी पी डोंगेल ने बलात्कार की खबर को फर्जी बताया था।

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