नई दिल्ली। पिछले 24 घंटे में 400 फिलिस्तीनियों की इजराइली हवाई हमले में मौत हो गयी।यह सूचना फिलिस्तीन के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने दी है। इजराइल ने गाजा के जबालिया रिफ्यूजी कैंप समेत कई रिहाइशी इलाकों पर हमला किया है। ये इलाके गाजा अल शिफा और अल कुदुस अस्पताल के करीब हैं। इस तरह से अब तक इस हमले में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या 4651 हो गयी है। इजराइल में मरने वालों की यह संख्या 1400 है।
एक फिलिस्तीनी एनजीओ के मुताबिक 15 मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही है। इस तरह से पिछले 7 अक्तूबर से हर दिन 100 बच्चों की मौत हो रही है।
उधर वेस्ट बैंक इलाके में इजराइली सुरक्षा बल लगातार लोगों गिरफ्तार करने समेत कई तरह से प्रताड़ित कर रहे हैं। पिछली रात उन्होंने हेब्रान में तकरीबन 59 फिलिस्तीनियों को हिरासत में ले लिया।
इजराइली सेना ने अपने एक बयान में कहा है कि उसने पिछली रात तकरीबन 320 ठिकानों को निशाना बनाया है। उसका कहना था कि इसमें आर्म्ड ग्रुप टनेल, आपरेशनल हेडक्वार्टर्स औ निगरानी पोस्ट्स शामिल हैं।
इस बीच पश्चिमी देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने हस्ताक्षर कर इजराइल का खुला समर्थन किया है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और इटली शामिल हैं। हालांकि इन सारे देशों ने हमास को आतंकी समूह के तौर पर पेश किया है लेकिन उसकी पूरी तरह से निंदा नहीं की है। लेकिन इसके साथ ही एक बार फिर से उन्होंने इजराइल के अपनी रक्षा के अधिकार को फिर से दोहराया है।
दिलचस्प बात यह है कि नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने की बात कही है। जबकि इजराइल ने गाजा पट्टी इलाके में भोजन की पहुंच, बिजली और ईंधन सप्लाई को काट दिया है।
इजराइल की सेना का कहना है कि उसने हिजबुल्ला के दो निशानों पर हमले किए हैं। जिनके बारे में उसका कहना है कि वो इजराइल की तरफ एंटी टैंक मिसाइल और राकेट के जरिये हमले की योजना बना रहे थे।
गाजा के खान यूनुस इलाके में एक हमले में सुबह कम से कम छह बच्चों की मौत हो गयी है। और एक महिला बुरी तरीके से घायल हो गयी है।
इस बीच ह्वाइट हाउस ने गाजा में सहायता सामग्री के लगातार जारी रखने का वादा किया है। इस सिलसिले में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच बातचीत हुई है। अमेरिका ने इजराइल को सलाह दी है कि वह जमीनी हमले में देरी करे जिससे 212 बंधकों को छुड़ाने के लिए बातचीत का उसे मौका मिले।
चीन ने इस मसले पर बयान जारी किया है। उसने गाजा की परिस्थिति को बेहद गंभीर बताया है। उसका कहना है कि पड़ोसी देशों की सीमाओं के साथ बड़े स्तर पर जमीनी विवाद के आगे बढ़ने से यह और बढ़ गया है। उसके विशेष दूत झाई जून जो मध्य पूर्व के दौर पर हैं, ने कहा कि इलाके में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका लगातार विस्तार हो रहा है। जैसा कि इजराइल और लेबनान की सीमा और इजराइल-सीरिया की सीमा पर लगातार इसको देखा जा सकता है। और इन सब ने मिलकर एक चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस पर नजदीक से निगरानी रखने के लिए कहा और इस पर तत्काल पहल करने की बात कही।
फिलिस्तीन में एक और पत्रकार की मौत हुई है। फिलिस्तीनी फोटो जर्नलिस्ट रोशदी सराज की इजराइली हमले में मौत हो गयी है। यह सूचना फ्रांस रेडियो ने दी है। उसके मुताबिक सराज की मौत रविवार को गाजा शहर के तेल अल हवा इलाके में इजराइली राकेट हमले में हुई। उनकी पत्नी और एक साल का उनका बच्चा घायल हैं। 31 वर्षीय सराज रेडियो फ्रांस के लिए काम करते थे।
इजराइल ने कहा कि फिलिस्तीनी गनमैन से लड़ाई के लिए ग्राउंड फोर्सेज ने बहुत सीमित संख्या में रेड डाली थी। और हवाई हमलों को वहां केंद्रित किया गया था जहां हमास के लोगों के इकट्ठा होने की आशंका थी।
मुख्य सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हागारी ने कहा कि रात में टैंक और इन्फ्रैंट्री के जरिये हमला किया गया था। ये ऐसी रेड्स थीं जो उन आतंकियों के दस्तों को मारेंगी जो हमारे साथ अगले चरण के युद्ध की तैयारी कर रहे हैं। ये ऐसी रेड हैं जो बेहद अंदर तक जाती हैं।
उन्होंने कहा कि इन रेडों के जरिये हमास द्वारा बंधक बनाए गए 222 लोगों की सूचनाएं भी लेने की कोशिश की गयी।
हमास की सशस्त्र विंग इज एल कासम ब्रिगेड ने कहा कि उनके लड़ाकों का इजराइली सेना के एक दस्ते से सामना हो गया जो गाजा के इलाके में घुस आया था। इसके साथ ही उन्होंने कुछ इजराइली सैन्य औजारों को भी ध्वस्त कर दिया।
ग्रुप ने कहा कि यह घुसपैठ दक्षिणी गाजा के खान यूनुस के पास हुई। बयान में उन्होंने कहा कि लड़ाके जो घुसपैठिया बल के साथ लड़े उन्होंने दो बुल्डोजरों और एक टैंक को ध्वस्त कर दिया। और इसके साथ ही उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया। और खुद अपने सुरक्षित स्थानों को लौट गए।