देश की गौरव महिला पहलवानों को राजधानी की सड़कों पर घसीटे जाने और उनकी चीख-पुकार की तस्वीरें देख देश का एक बड़ा हिस्सा मर्माहत है। भारत के लिए पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा देश के शीर्ष पहलावनों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता को देख बेचैन हो उठे। वे पूरी रात सो नहीं पाए। उन्होंने लिखा ‘इन भयानक छवियों को देखकर मैं सो नहीं पाया।’ उन्होंने आगे लिखा दिल दहला देने वाली इन तस्वीरों ने मुझे बेचैन कर दिया। बिंद्रा ने ट्वीट किया, “पिछली रात नींद नहीं आई, मेरे साथी भारतीय पहलवानों के विरोध करने की कंपा देने वाली छवियों से डर गया।”
साक्षी, विनेश, पुनिया और संगीता फोगट सहित ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता खिलाड़ियों को पुलिस द्वारा घसीटने के अभूतपूर्व दृश्य तब सामने आए, जब पहलवानों और उनके समर्थकों ने नए संसद भवन की ओर मार्च करने से पहले सुरक्षा घेरा तोड़ दिया।
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने ट्वीट किया, ‘हमारे पहलवानों को बिना सोचे-समझे घसीटे जाने की क्या जरूरत है? यह किसी के साथ व्यवहार करने का तरीका नहीं है। मैं वास्तव में आशा करता हूं कि इस पूरी स्थिति का आकलन उस तरह से किया जाना चाहिए जैसा होना चाहिए।”
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