इजराइल-हमास युद्ध के विरोध में होने वाले प्रदर्शन से पहले कोलंबिया विश्वविद्यालय ने बाहरी लोगों को किया प्रतिबंधित

नई दिल्ली। गाजा में इजराइली बमबारी के खिलाफ प्रदर्शन की योजना को देखते हुए कोलंबिया विश्वविद्यालय ने गुरुवार को अपना परिसर आम लोगों के लिए बंद कर दिया है। गौरतलब है कि इसके एक दिन पहले 24 साल के एक इजराइली छात्र की एक लाइब्रेरी के सामने पिटाई कर दी गयी थी।

कोलंबिया के इस छात्र पर हमला न्यूयार्क शहर में पिछले 24 घंटों में हुए इस तरह की कई घटनाओं में से एक है जिनमें पक्षपाती तरीके से व्यवहार किया गया है।

पुलिस डिपार्टमेंट के मुताबिक इस मामले में 19 साल की एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। जिस पर इस छात्र पर हमले का आरोप है। पुलिस ने पीड़ित की पहचान नहीं की है। गुरुवार को विश्वविद्यालय के प्रवक्ता सामंत स्लेटर ने बताया कि स्कूल परिसर में लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है जिससे सुरक्षा को बनाए रखने में मदद मिले।

पूरा न्यूयार्क शहर गम से भरा है, विरोध-प्रदर्शनों से हिल गया है और उसी समय से बिल्कुल किनारे हो गया जब से हमास हमले में 1200 इजराइलियों की मौत हो गयी और फिर इजराइल के बमबारी अभियान में गाजा पट्टी में 1100 से ज्यादा लोगों की जान ले ली। और बेहद गरीब और सघन रूप से बसे इलाके को बिल्कुल समतल कर दिया गया।

कुछ घटनाओं में जैसे टाइम्स स्क्वैर पर पिछले सप्ताह के आखिरी दिन प्रदर्शनकारियों ने रैली आयोजित कर इजराइल पर हमले का बाकायदा जश्न मनाया। इसके चलते यहूदी समुदाय और फिलीस्तीनी लेफ्ट मूवमेंट के पक्षधर पक्षों में तनाव पैदा हो गया। बताया जा रहा है कि दूसरे पक्ष का इन कुछ दिनों में प्रभाव बढ़ा है। दूसरे इसी तरह से जैसे वाशिंगटन स्क्वैर पार्क में एक कैंडल लाइट जमावड़े में गाजा और इजराइल में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गयी और सभी ने एक सुर में युद्ध की निंदा की। हालांकि यह सब कुछ बेहद शांतिपूर्ण तरीके से हुआ।

सिटी कम्पट्रोलर ब्रैड लैंडर ने वाशिंगटन स्क्वैर पर इकट्ठा हुए लोगों से कहा कि हमास द्वारा मारा गया प्रत्येक इजराइली, गाजा में मारा गया हर एक फिलिस्तीनी- एक मानवीय चिंगारी है जो बुझ गयी है। उन्होंने आगे कहा कि हम उन इंसानी जिंदगियों के प्रति शोक प्रकट करते हैं, और हम उस मानवीय चिंगारी के नुकसान पर भी संवेदित हैं।

गुरुवार को सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क के ढेर सारे परिसरों में विरोध-प्रदर्शन आयोजित किए गए। जिसमें ब्रुकलिन और मैनहट्टन और स्टैटेन द्वीप भी शामिल हैं।

गाजा पर इजराइल बमबारी के खिलाफ ब्रुकलिन कालेज के बाहर 100 से ज्यादा लोगों ने प्रदर्शन किया। हालांकि इसी के साथ एक छोटा समूह भी था जो इजराइल के पक्ष में इकट्ठा था।

पाकिस्तान से जुड़े बिजनेस छात्र 22 वर्षीय सईद अहमद ने कहा कि हमें फिलिस्तीनियों की आवाज बननी होगी क्योंकि उनके पास अपनी कोई आवाज नहीं है। सही के पक्ष में खड़े होने के लिए हमारे पास हर अधिकार है। उसी के पास 52 वर्षीय डेविड ब्रोड्सकी जो ब्रुकलिन कालेज में जुडैक स्टडी में प्रोफेसर हैं, इजराइल के पक्ष वाले प्रदर्शन में शामिल थे। उन्होंने कहा कि यह नैतिक तौर पर साफ रहने का समय है।

ब्राड्स्की का कहना था, हमने कहा कि हम आपके (दूसरे पक्ष के प्रदर्शनकारियों की ओर इशारा करके) दर्द को महसूस करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम उनकी पीड़ा से इंकार नहीं करते हैं, लेकिन उन्हें हमारी भी पीड़ा समझनी चाहिए, और हमें एक साथ आना चाहिए।

हालांकि सारे प्रदर्शन शांतिपूर्ण थे लेकिन हवा में तनाव मौजूद था।

बहुत सारे पैदल यात्री इन दो प्रदर्शनों के बीच से गुजर रहे थे और इनमें से ढेर सारे यहूदी समुदाय के पड़ोसी थे, वो फिलिस्तीन के पक्ष वाले प्रदर्शनकारियों को आतंकवादी और मूर्ख कह कर बुला रहे थे। उसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पलट कर उन्हें हत्यारा कहा।

इजराइल के पक्ष में प्रदर्शनकारियों में शामिल एक महिला ने गाजा के समर्थकों को कहा कि तुम बीमार लोग हो, जानवर, तुम यहां रहने के काबिल भी नहीं हो।

फिलिस्तीन के पक्ष वाले समूह ने इस पर नारा लगाना शुरू कर दिया ‘यहूदी हां, जियोनिज्म नहीं!’ लेकिन कुछ ने बेहद घृणा की नजर से देखा। एक शख्स ने हाथ से ऐसा निशान बनाया जिसका मतलब था कि किसी भी तरह से फिलिस्तीन को औपनिवेशिकता से मुक्त करना जरूरी है।

कोलंबिया विश्वविद्यालय समुदाय के डेनिस ए मिसेल, जो संस्था की अंतरिम प्रोवोस्ट भी हैं, ने एक ईमेल के जवाब में कहा कि कोलंबिया दोहरे प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है जो दो समूहों द्वारा आयोजित किया गया था। स्टूडेंट्स फॉर जस्टिस इन फिलिस्तीन और स्टूडेंट्स सपोर्टिंग इजराइल।

उन्होंने कहा कि दोनों समूहों ने पूरा प्रयास किया कि कैसे उन लोगों को इसमें शामिल किया जाए जिनका स्कूल से कोई संबंध नहीं है। और वह इस तरह से था जो हमारे समुदाय के पूरे माहौल के लिए खतरनाक हो सकता था।

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक बुनियादी मूल्य है और हम लोग इसका पालन करते हैं जो बौद्धिक विकास को बढ़ाता है, आलोचनात्मक सोच और अलग-अलग पक्षों की संभावनाओं को विस्तारित करता है। उन्होंने कहा कि फिर भी इस पर जोर देना जरूरी हो जाता है कि इस स्वतंत्रता के साथ जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है जो परिसर की सुरक्षा को सुनिश्चित करती है।

इजराइल की गाजा में बमबारी के खिलाफ शुक्रवार की दोपहर को एक और विरोध-प्रदर्शन की योजना है। आयोजकों ने बताया कि यह प्रदर्शन टाइम स्क्वैर पर आयोजित होगा। जिसका मूल शीर्षक होगा फिलिस्तीनी लोगों के लिए न्याय और स्वतंत्रता और आजादी की रक्षा में फिलिस्तीन के लिए अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई का दिवस। इसने पहले ही शहर का तापमान गरम कर दिया है। और वैसे भी टाइम स्क्वैर पर रैली से पहले ही माहौल गरम है।

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