काले कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा 8 दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद का कांग्रेस ने समर्थन किया है। पार्टी ने कहा है कि वह उस दिन देश भर में सभी जिला और राज्य मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करेगी। कई राज्यों में कांग्रेस की या उसकी साझा सरकार होने की वजह से यहां भारत बंद का वृहत असर देखने को मिल सकता है। अभिनेता कमल हासन की मक्कल नीडि माईम पार्टी भी किसान आंदोलन के समर्थन में आ गई है। इस बीच किसान नेताओं ने कहा है कि ‘भारत बंद’ का आह्वान पूरी ताकत के साथ किया जाएगा। आम आदमी पार्टी, आरजेडी, टीएमसी समेत 14 दलों ने बंद के समर्थन का ऐलान किया है।
केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ़ बीते 11 दिनों से लाखों किसान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को बाहर से घेर कर बैठे हैं और रोज उनके समर्थन में देश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों किसान, छात्र और तमाम जनवादी संगठनों के लोग दिल्ली पहुंच रहे हैं। इस बीच बड़ी खबर आई है कि भारतीय पर्यटक परिवहनकर्ता एसोसिएशन (ITTA) और दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने किसानों के समर्थन में 8 दिसंबर को हड़ताल की घोषणा की है।
बता दें कि इससे पहले 1 दिसंबर को ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट, दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट, टैक्सी, ऑटो, टेंपो ट्रांसपोर्ट की यूनियनें किसानों के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं।
ताजा सूचना के मुताबिक अब तक 51 ट्रासपोर्ट यूनियनों ने किसानों के समर्थन की घोषणा की है। भारतीय पर्यटक परिवहनकर्ता एसोसिएशन के प्रेसिडेंट सतीश शेरावत ने कहा कि खेती और परिवहन एक पिता की दो संतानों की तरह हैं।
आज कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करने के लिए बॉक्सर विजेंदर सिंह सिंघु बॉर्डर पहुंचे। विजेंदर सिंह ने कहा, “अगर सरकार ये काले कानून वापस नहीं लेती तो मैं सरकार को खेल का सबसे बड़ा सम्मान राजीव गांधी खेल पुरस्कार वापस करूंगा।”
विजेंदर ने कहा कि मैंने पंजाब में ट्रेनिंग ली है। वहां रोटी खाई है। आज हमारे किसान भाई इस ठंड में बैठे हैं इसलिए मैं उनके बीच आया हूं। विजेंदर ने कहा कि हरियाणा के और भी खिलाड़ी यहां आना चाहते थे, पर वे सरकारी नौकरियों में हैं ऐसे में उनकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं और वे नहीं आ सके, किंतु वे सभी खिलाड़ी किसानों के आंदोलन के साथ हैं।
बता दें कि विजेंदर से पहले पंजाब के कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पदक विजेता खिलाड़ियों ने किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए अपने-अपने राष्ट्रीय पुरस्कार सरकार को लौटाने की घोषणा कर चुके हैं।
गौरतलब है कि इस आंदोलन के दौरान किसान यूनियन नेताओं और सरकार के बीच तीन दौर की असफल वार्ता हो चुकी हैं। अब किसानों के समर्थन में तमाम संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का एलान किया है। वाम दलों और कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने इस बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बयान जारी कर कहा है कि कांग्रेस पार्टी 8 दिसंबर को विभिन्न किसान यूनियनों और संगठनों की तरफ से बुलाए गए ‘भारत बंद’ के आह्वान को अपना सक्रिय समर्थन देते हुए पूरी भागीदारी करेगी।
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी कांग्रेस ने संसद से सड़क तक तीनों किसान विरोधी काले क़ानूनों के खिलाफ मज़बूती से लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों, हमारे अन्नदाताओं के साथ एकजुटता के साथ खड़ी है, जो पुलिस के दमनकारी रवैये और कड़ाके की सर्दी के बावजूद दृढ़ता से इन किसान विरोधी काले क़ानूनों के खिलाफ ऐतिहासिक संघर्ष करने के लिए संकल्पित हैं।
कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि सरकार जानबूझ कर किसानों की मांग को अनदेखा कर रही है। ठंड के मौसम में पुलिस की क्रूर कार्रवाइयों के बावजूद किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। पार्टी ने कहा है कि वह किसानों की हिमायत में लगातार खड़ी हुई है। कांग्रेस ने अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के किसान आंदोलनों में भागीदारी का जिक्र करते हुए भारत बंद का समर्थन करने का एलान किया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आज सुबह कहा, “सरकार ने अभी पूर्ण रूप से कुछ नहीं कहा है। हम चाहते हैं कि ये कानून वापस हो जाएं। 8 दिसंबर को भारत बंद करने का निर्णय लिया है।”
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि सरकार किसानों की मांग पर काम नहीं कर रही है। वहीं, किसान संयुक्त मोर्चा के प्रधान रामपाल सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार घबराहट में है, वो किसानों के मुद्दे मान चुकी है और जानबूझ कर लटका रही है। सरकार सोचती है कि शायद बूढ़े-बच्चे घबरा कर घर चले जाएंगे, इन्होंने हमार इतिहास नहीं पढ़ा है। हमारे पीछे हटने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।
किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के सुखविंदर सिंह सभरा ने आज सुबह कहा कि पूरे देश का किसान एक साथ है और देश के किसानों ने आपस में तालमेल कर लिया है। 13 राज्यों से समर्थन आ चुका है। सरकार को जल्दी इसका हल निकालना चाहिए, अगर जल्दी हल नहीं निकलता है तो 9 दिसंबर की बैठक के बाद नई रणनीति बनेगी।
आज भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के सदस्यों ने अर्धनग्न अवस्था में दिल्ली कूच करना शुरू कर दिया है।
वहीं, झारखण्ड में किसानों के समर्थन में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने रांची में विरोध प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “जो हमारा पेट भरता है, जो हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है उसके साथ इतना बड़ा खिलवाड़ हो रहा है। किसान हज़ारों-लाखों की संख्या में दिल्ली के पास कड़ाके की सर्दी में बैठे हैं और कोई सुननेवाला नहीं है।”
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी AAP पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भारत बंद का समर्थन करने का आह्वान किया है। आप नेता गोपाल राय ने कहा कि हमने सुना था कि कोर्ट में तारीख पर तारीख पड़ती है,समाधान नहीं आता।पहली बार देख रहे हैं कि किसान ठंड से ठिठुर रहे और सरकार वार्ता के नाम पर केवल टालमटोल कर रही है। किसान मांग कर रहे हैं कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए तो सरकार जबरदस्ती उसके फायदे गिना रही है, बॉर्डर पर योगेंद्र यादव ने कहा -8 तारीख को सुबह से शाम तक भारत बंद रहेगा। चक्का जाम शाम तीन बजे तक रहेगा। दूध-फल-सब्ज़ी पर रोक रहेगी। शादियों और इमरजेंसी सर्विसेज़ पर किसी तरह की रोक नहीं होगी।
लुधियाना में नामधारी संगत ने ढाई सौ किलो पिन्नी और मठ्ठी दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों के लिए बनाई है, जो कल दिल्ली भेजी जाएगी।
(वरिष्ठ पत्रकार नित्यानंद गायेन की रिपोर्ट।)