नई दिल्ली। मणिपुर में नए साल की शुरुआत कत्लेआम से हुई जो कि राज्य की शांति के लिए अच्छा संकेत नहीं है। ऐसा लग रहा था कि मणिपुर के हालात अब सुधर रहे हैं लेकिन तभी लिलोंग गांव में अज्ञात हमलावरों ने चार लोगों की हत्या कर दी। हमले में लगभग 12 लोग घायल भी हुए हैं। हमला इंफाल से लगभग 23 किमी दूर थौबल जिले के लिलोंग चिंगजाओ गांव में सोमवार 1 जनवरी, 2024 की शाम को हुआ। लिलोंग में ज्यादातर पांगल समुदाय के लोग रहते हैं। हमले के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
मरने वाले सभी पंगाल (मैतेई मुस्लिम) समुदाय से हैं। ये समुदाय राज्य में मैतेई और कुकी-ज़ो समुदाय के बीच चल रहे संघर्ष में तटस्थ रहा है।
सूत्रों के मुताबिक हमलावर शाम करीब साढ़े सात बजे गांव पहुंचे और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने यह भी बताया कि हमला जबरन वसूली को लेकर किया गया। नागाओं की तरह, मैतेई पंगाल भी 3 मई से शुरू हुए संघर्ष में तटस्थ रहे हैं।
हमले की खबर फैलते ही प्रशासन ने थौबल, बिष्णुपुर, काकचिंग, इंफाल पूर्व और पश्चिम सहित मैतेई-बहुल घाटी जिलों में कर्फ्यू लगा दिया। पंगाल समुदाय राज्य की आबादी का केवल आठ प्रतिशत ही हैं।
लिलोंग के विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर ने द टेलीग्राफ को बताया कि हमले में चार लोग मारे गए और कम से कम 12 घायल हो गए, जिनमें से 10 को इलाज के लिए इंफाल के अस्पतालों में भेजा गया है।
(‘द टेलिग्राफ’ में प्रकाशित खबर पर आधारित।)