राहुल गांधी ने अमेरिका में भी वाशिंगटन डीसी से न्यूयॉर्क तक ट्रक में यात्रा की

नई दिल्ली। अमेरिका की यात्रा पर गए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वहां भी ट्रक से यात्रा की है। वह ड्राइवर तालजिंदर के साथ वाशिंगटन डीसी से न्यूयॉर्क गए हैं। बताया जा रहा है कि इस पूरी यात्रा के दौरान उन्होंने भारतीय और अमेरिकी ट्रक ड्राइवरों की कार्य स्थितियों के बारे में बात की। इसके साथ ही उन्होंने पिछले दिनों मुरथल से अंबाला, उसके बाद अंबाला से चंडीगढ़ और एक बार दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच की गयी अपनी ट्रक यात्राओं के अनुभव भी तालजिंदर के साथ साझा किए।

राहुल गांधी ने बताया कि भारत में ट्रक यहां के ड्राइवरों के आराम के लिहाज से नहीं बनाए गए हैं जबकि उन्होंने इस बात को चिन्हित किया कि अमेरिकी ट्रक वहां के ड्राइवरों की सुविधा को ध्यान में रख कर बनाए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस बात की तरफ भी ध्यान दिलाया कि अमेरिकी ट्रकों में भारत के मुकाबले सुरक्षा के ज्यादा उपाय हैं। 

इस दौरान दोनों ने भारतीय चालकों के लिए न्यूनतम मजदूरी और तेल भराने के लिए उन्हें क्रेडिट सुविधा मुहैया कराए जाने की संभावनाओं पर भी बात की। सिंह का कहना था कि भारत में ट्रक चालक एक समय में 8-10 दिनों तक अपने परिवारों से दूर रहते हैं। ऐसा अमेरिका में परिवार के साथ रहने वाले ड्राइवरों के लिए कर पाना मुश्किल है। 

सिंह ने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि “बीजेपी के समर्थक वहां बेरोजगारी के बारे में बात नहीं करते। कोई भी शिक्षा या फिर जीवन कैसे बेहतर हो उसके बारे में बात नहीं करता। वो मानवता के बारे में बात नहीं करते।” उन्होंने आगे कहा कि वहां बहुत ज्यादा महंगाई है और लोग अब जानते हैं कि सच्चा धर्म वही है जिसमें एक शख्स दूसरे की मदद करता है। हर शख्स अपने धर्म को मानने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन सच्चाई यही है कि वह फिर भी किसी के प्लेट में भोजन की गारंटी नहीं करेगा। ज्यादा कमाने के लिए आपको विशिष्ट कौशल की जरूरत होगी।

जिस पर गांधी का कहना था कि “कोई भी धर्म आपको घृणा फैलाने की शिक्षा नहीं देता है।”

उन्होंने पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिधु मूसेवाला की हत्या के बारे में भी बातचीत की। सिंह ने उनकी याद में एक गीत गाते हुए कहा कि मूसेवाला को अभी भी न्याय नहीं मिला।

इसके पहले मई में गांधी ने हरियाणा में मुरथल से अंबाला तक ट्रक में बैठकर यात्रा की थी। जिसके बारे में उनका कहना था कि वह ट्रक ड्राइवरों की समस्या को समझना चाहते थे। 

भारत जोड़ा यात्रा के बाद पार्टी उन्हें जनता के नेता के तौर पर पेश कर रही है। और इस तरह की अलग-अलग गतिविधियों में वह हिस्सा ले रहे हैं। कुछ दिनों पहले वह अचानक दिल्ली विश्वविद्यालय के एक होस्टल में पहुंच गए थे और वहां उन्होंने छात्र-छात्राओं से बात की। उसके पहले वह मुखर्जी नगर इलाके में सिविल सेवा की तैयारी कर रहे छात्रों से भी मिले थे।

कर्नाटक चुनाव के दौरान वह बंगलुरू में ब्लिंकिट डिलीवरी एजेंट के साथ उसकी स्कूटर पर बैठ कर गिग वर्करों की बैठक में गए थे। उसी दौरान उन्होंने बस में बैठ कर आम लोगों के साथ यात्रा की थी। गांधी की इन सारी कवायदों का नतीजा भी अच्छा निकला पार्टी वहां पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनायी।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।) 

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