टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन और 14 लोस सांसद मौजूदा सत्र के लिए सस्पेंड, संसद की सुरक्षा पर विपक्ष मांग रहा था गृहमंत्री से बयान

नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक के मसले पर संसद में आज दिन भर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया। जिसके चलते संसद की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा। पूरा विपक्ष एकजुट होकर सुरक्षा में चूक के मसले पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहा था। लेकिन सत्ता पक्ष उसके लिए तैयार नहीं था। राज्यसभा में विपक्ष के सांसद बेहद उग्र थे। वे हंगामा करते हुए कई बार सदन के वेल में घुस गए। जिसके चलते राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ बेहद नाराज हो गए। उन्होंने टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन पर अनुशासन का उल्लंघन करने और अपमानजनक व्यवहार के आरोप में इस सत्र तक के लिए संसद से निलंबित कर दिया। इसी तरह से लोकसभा में भी विपक्षी सांसद हंगामा करते रहे जिससे सदन की कार्यवाही नहीं आगे बढ़ सकी। और बाद में स्पीकर ने 14 सांसदों को इस सत्र तक के लिए संसद से निलंबित कर दिया।

राज्यसभा ने ‘अपमानजनक व्यवहार’ के लिए टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को शीतकालीन सत्र के बचे हुए भाग के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया है। राज्यसभा के सभापति के अनुसार, डेरेक ओ ब्रायन ने सदन के वेल में प्रवेश किया, नारे लगाए और सदन की कार्यवाही बाधित की। इसलिए उन्हें सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित किया जाता है।

संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के 11वें दिन की बैठक शुरू होने के तुरंत बाद, बुधवार को संसद की सुरक्षा में हुए चूक के खिलाफ विपक्षी सांसदों के नारे लगाने के कारण दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया। हंगामे के दोनों सदनों में विपक्षी सांसद ‘पीएम सदन में आओ, अमित शाह शर्म करो’ के नारे लगा रहे थे।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में आयोजित विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि “संसद और सांसदों की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, विपक्ष और इंडिया गठबंधन दलों की ओर से, हम मांग करते हैं कि इस गंभीर मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री के बयान के बाद चर्चा की जाए।”

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इंडिया गठबंधन के दल दोनों सदनों में गृह मंत्री से विस्तृत बयान की मांग कर रहे हैं, जिसके बाद लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन पर चर्चा होगी। विपक्षी दलों के नेता घुसपैठियों को विजिटर पास मुहैया कराने वाले बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, “मोदी सरकार द्वारा इन पूरी तरह से वैध और उचित मांगों को स्वीकार करने से इनकार करने के कारण आज सुबह लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।”

खड़गे सहित कई कांग्रेस सांसदों ने सदन के अन्य सभी कार्यों को अलग रखते हुए इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा दोनों में स्थगन का नोटिस दिया है।

जहां कांग्रेस सांसद और सचेतक मनिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन नोटिस दिया है, वहीं पार्टी सांसद और राज्यसभा में सचेतक नासिर हुसैन ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत समान स्थगन नोटिस दिया है।

अपने स्थगन नोटिस में, हुसैन ने कहा कि दो अनधिकृत आगंतुकों ने लोकसभा कक्ष में घुसपैठ की, जिससे सदन के सत्र के दौरान नारे लगाने और धुआं बम विस्फोट करके अराजकता फैलाई।

उन्होंने कहा कि इस घुसपैठ से पहले दो प्रदर्शनकारी संसद भवन के बाहर प्रदर्शन किया। ये घटनाएं एक समन्वित प्रयास का हिस्सा लगती हैं, जिसमें कुल पांच व्यक्ति शामिल हैं: लोकसभा कक्ष के अंदर दो घुसपैठिए, दो प्रदर्शनकारी और एक अतिरिक्त व्यक्ति, इन सभी पर मिलीभगत से काम करने का संदेह है।”

“स्थिति की गंभीरता और संसद की प्रतिष्ठित संस्था और उसके सदस्यों की सुरक्षा पर इसके सीधे प्रभाव को देखते हुए, मेरा प्रस्ताव है कि हम इस मामले के संबंध में गृह मंत्री से एक बयान की मांग करें।”

हुसैन ने अपने स्थगन नोटिस में कहा, ”इसके बाद, मेरा सुझाव है कि सदन भविष्य में इस तरह के उल्लंघनों को रोकने और तत्काल उपचारात्मक सुरक्षा उपायों पर एक व्यापक चर्चा में शामिल हो।”

कांग्रेस के एक अन्य सांसद जेबी माथेर ने भी इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नियम 267 के तहत नोटिस दिया।कुछ दल सुरक्षा मुद्दे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने और उनसे हस्तक्षेप की मांग करने पर भी विचार कर रहे हैं। क्योंकि इसमें सभी सांसदों की सुरक्षा शामिल है।

आठ सुरक्षाकर्मी निलंबित

लोकसभा सचिवालय संसद की सुरक्षा में चूक मामले में 8 सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक निलंबित सुरक्षाकर्मियों की पहचान रामपाल, अरविंद, वीरदास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र के रूप में की गई है।

गौरतलब है कि 13 दिसंबर को संसद पर 2001 में हुए हमले की बरसी थी। बुधवार को सुरक्षाकर्मियों को और सतर्क रहना चाहिए था। लेकिन बुधवार को शून्यकाल के दौरान सागर शर्मा और मनोरंजन डी संसद की दर्शक दीर्घा से सदन में कूद पड़े। और सदन में गैस कंटेनर से गैस छोड़ा। दोनों युवकों ने नारे लगाए।

कांग्रेस के 5 सांसद लोकसभा सत्र से निलंबित

दोपहर 2 बजे के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने नारा लगाते हुए संसद की सुरक्षा चूक पर गृहमंत्री के बटान देने की मांग की। विपक्षी सांसदों ने नारे लगाए और कागज फेंके। जिसके बाद कांग्रेस के पांच सांसदों को लोकसभा के शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। निलंबित कांग्रेस सांसदों में टी एन प्रतापन, हिबी ईडन, डीन कुरियाकोस, जोथी मणि और राम्या हरिदास का नाम शामिल है। पांचों सांसदों को लोकसभा के शेष सत्र के लिए निलंबित किया गया है।

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पांच विपक्षी सांसदों को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि “इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं शुरू से ही हो रही हैं-नारे लगाना, कागजात फेंकना और गैलरी से कूदना।”

पहले 5 फिर 9 लोकसभा सांसद निलंबित

दोपहर बाद लोकसभा की कार्यवाही के दौरान पहले पांच फिर 9 सांसदों को सदन के सत्र से निलंबित कर दिया गया। इस तरह से लोकसभा से कुल 14 सांसदों को निलंबित किया गया।

सदन से निलंबित किए गए नौ लोकसभा सदस्यों में चार सांसद कांग्रेस- मनिकम टैगोर, बेनी बेहानन, के श्रीकंदन, मोहम्मद जावेद शामिल हैं; पीआर नटराजन और एस वेंकटेशन (दोनों सीपीएम से), कनिमोझी और एसआर पार्थिबन (दोनों डीएमके) और सीपीआई केके सुब्बारायण शामिल हैं।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments