Author: Janchowk

  • महाबोधि विहार का महाविवाद: आखिर कब चमकेगा मुक्ति का सूरज?

    महाबोधि विहार का महाविवाद: आखिर कब चमकेगा मुक्ति का सूरज?

    भारत में बौद्ध पक्ष अनुत्तरित है और उसके दावों को न्याय से वंचित किया जाता है, इसका एक उदाहरण बोधगया के महाबोधि विहार का महाविवाद भी है। इसके सिलसिले में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने 25 दिसम्बर, 1954 को कहा था कि मैं यह सिद्ध कर सकता हूं कि वैदिकों में यज्ञ की संकल्पना…

  • आश्चर्यजनक लेकिन सत्य! डीएम ने अपनी गाय की देखभाल के लिए लगाई 7 डॉक्टरों की ड्यूटी

    आश्चर्यजनक लेकिन सत्य! डीएम ने अपनी गाय की देखभाल के लिए लगाई 7 डॉक्टरों की ड्यूटी

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौ संरक्षण के लिए गंभीर ही नहीं, बल्कि निरंतर प्रयत्नशील भी हैं। पूरे राज्य में गोवंश को संरक्षण देने के लिए जिस प्रकार से उन्होंने अस्थाई गौशालाओं का निर्माण करवाया तथा इसके लिए एक भारी-भरकम बजट भी प्रदान किया है। इसके पीछे उद्देश्य रहा है कि कोई भी गोवंश…

  • विरोध के अधिकार को क्रिमिनलाइज कर रही है योगी सरकार

    विरोध के अधिकार को क्रिमिनलाइज कर रही है योगी सरकार

    कानपुर। कानपुर में तीन जून को हुए हिंसक तनाव को लेकर पीयूसीएल, रिहाई मंच, ऑल इंडिया लायर्स कौंसिल ने प्रेस वार्ता कर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच की मांग की है। प्रेस कांफ्रेंस को पीयूसीएल नेता आलोक अग्निहोत्री, रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव, ऑल इंडिया…

  • माले महासचिव ने किया परिवार की सामूहिक आत्महत्या वाले घटनास्थल का दौरा

    माले महासचिव ने किया परिवार की सामूहिक आत्महत्या वाले घटनास्थल का दौरा

    पटना। भाकपा (माले) महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य 6 जून को समस्तीपुर जिले के विद्यापतिनगर प्रखंड अंतर्गत मऊ गांव पहुंचे जहां परसों 5 जून (रविवार) की सुबह एक ही परिवार के दो नाबालिग बच्चों और वृद्ध मां समेत परिवार के मुखिया और उनकी पत्नी द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या कर लेने की दिल दहला देने वाली…

  • विषकाल के आठ साल

    विषकाल के आठ साल

    आज़ादी के मंथन से संविधान नाम का अमृत निकला था। जिसे विकारी संघ की सरकार विष में बदल रही है। विगत आठ साल से मोदी सरकार चुन-चुन कर संविधान की जड़ों को ध्वस्त कर रही है। बहुमत को बहुलतावाद में बदल रही है। सरेआम संघ संविधान के धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों की जड़ें खोद रहा है।…

  • तिलाड़ी विद्रोह की बरसी पर उत्तराखंड में उठी हक की आवाज

    तिलाड़ी विद्रोह की बरसी पर उत्तराखंड में उठी हक की आवाज

    देहरादून। कल 30 मई को तिलाड़ी विद्रोह की याद में प्रदेश भर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके तहत जुलूस, प्रदर्शन और संगोष्ठियां आयोजित की गयीं। देहरादून, चमियाला, भवाली, रामगढ़, रामनगर, बागेश्वर, अल्मोड़ा, थलीसैंण, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी समेत अन्य जगहों में कार्यक्रम हुए। आपको बता दें कि तिलाड़ी विद्रोह वनों को उजाड़ने के खिलाफ हुआ था।…

  • बिहार: महंगाई, बेरोजगारी और पेट्रो पदार्थों की कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ वाम दलों का राज्यव्यापी प्रतिवाद

    बिहार: महंगाई, बेरोजगारी और पेट्रो पदार्थों की कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ वाम दलों का राज्यव्यापी प्रतिवाद

    पटना। देश में लगातार बढ़ती बेरोजगारी, कमरतोड़ महंगाई राशन कार्ड में कटौती, बुल्डोजर राज और पेट्रो पदार्थों की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ वाम दलों के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर आज पूरे बिहार में पांच वाम दलों ने राज्यव्यापी प्रतिवाद आयोजित किया। भाकपा-माले, सीपीआई, सीपीएम, फारवर्ड ब्लॉक और आरएसपी के संयुक्त आह्वान पर कहीं धरना दिया…

  • हिंदी की किसी पहली लेखिका को अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार

    हिंदी की किसी पहली लेखिका को अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार

    नई दिल्ली। लेखिका गीतांजलि श्री को अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से नवाजा गया है। वह हिंदी की पहली लेखिका हो गयी हैं जिन्हें यह पुरस्कार मिला है। हालांकि यह पुरस्कार उन्हें उनकी किताब ‘रेत समाधि’ के अनुवाद ‘टांब ऑफ सैंड’ के लिए मिला है। जिसका अनुवाद डेजी रॉकवेल ने किया है। लिहाजा पुरस्कार की राशि संयुक्त…

  • खतरे में ‘छत्तीसगढ़ का फेफड़ा’: हसदेव को बचाने के लिए दिल्ली से हुआ आह्वान

    खतरे में ‘छत्तीसगढ़ का फेफड़ा’: हसदेव को बचाने के लिए दिल्ली से हुआ आह्वान

    नई दिल्ली। फ्रेंड्स ऑफ हसदेव अरण्य की ओर से 25 मई यानि कल दिल्ली स्थित प्रेस क्लब में दोपहर 12:30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। जिसमें हसदेव को बचाने के मसले पर बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और तमाम आंदोलनों से जुड़े लोगों ने अपनी बातें रखीं। सभी ने एकसुर में हसदेव के मसले पर…

  •  नागपुर जेल में फिर से भूख हड़ताल पर बैठे प्रोफेसर साईबाबा की तबियत बिगड़ी

     नागपुर जेल में फिर से भूख हड़ताल पर बैठे प्रोफेसर साईबाबा की तबियत बिगड़ी

    नई दिल्ली। नागपुर जेल में बंद प्रोफेसर जीएन साईबाबा ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। यह दूसरी बार है जब वह हड़ताल कर रहे हैं। 21 मई, 2022 से शुरू हुई इस हड़ताल को अब छह दिन बीत गए हैं। इसके पहले उन्होंने डेढ़ साल पहले लॉकडाउन के दौरान हड़ताल की थी। इस दौरान…