गुजरात में एक और दलित युवक हुआ लिंचिंग का शिकार; युवक की हालत गंभीर, मेवानी ने दी चेतावनी

अहमदाबाद। गुजरात में एक दलित नौजवान की लिंचिंग का मामला सामना आया है। घटना अहमदाबाद के चांदखेड़ा की है। युवक का नाम प्रग्नेश दशरथ परमार है। और उसकी ठाकोर समुदाय जुड़े कुछ लोगों ने पीट-पीट कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। वडगाम से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने इस पूरी घटना पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने गुजरात बंद करने की चेतावनी दी है।

पुलिस स्टेशन जहां एफआईआर दर्ज करायी गयी।

घटना की सबसे पहले जानकारी मेवानी ने ट्वीट के जरिये दी। उन्होंने लिखा कि “गुजरात में भाजपा के कॉर्पोरेटर, धारासभ्य और पुलिस के रहमनजर में हप्ता वसूली का धंधा करने वाले जोगी नाम के बुटलेगर ने चांदखेड़ा में दलित युवक पर बहुत ही बेरहमी से जानलेवा हमला किया।” मेवानी ने पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर सभी आरोपीयों को गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि ऐसा न होने पर गुजरात बंद किया जाएगा। 

इस बीच पुलिस ने जोगी भाई शंकर भाई ठाकोर, गणेश भाई शंकर भाई ठाकोर, उमंग भाई शंकर भाई ठाकोर तथा अन्य तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अभी तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के महेश भाई परमार ने जन चौक को बताया कि ” 11 नवम्बर को करणी सेना ने एट्रोसिटी एक्ट को समाप्त करने की मांग के साथ गुजरात बंद का ऐलान किया है। यह घटना भी दलितों को उत्तेजित करने के लिए की गई है। ताकि उनके बंद को मीडिया तथा अन्य लोग नोटिस में लें।”

साबरमती पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए 307 और एट्रोसिटी एक्ट में मुक़दमा दर्ज कर अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के महेश परमार, जगदीश चावड़ा सहित एक दर्जन दलित कार्यकर्ताओं ने पुलिस को आवेदन देकर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है। पीड़ित सिविल हॉस्पिटल में दाखिल है। सुबोध परमार के अनुसार पीड़ित आईसीयू में है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

(अहमदाबाद से जनचौक संवाददाता कलीम सिद्दीकी की रिपोर्ट।)

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