उपचुनाव नतीजे: अच्छे दिन न पाकर जनता ने कर दी बीजेपी के बुरे दिनों की शुरुआत

हिमाचल प्रदेश में सेब के बगानों ने भाजपा को धूल चटा दी है और यह साफ कर दिया है कि भाजपा को यदि अडानी की कार्पोरेट फार्मिंग पसंद है और अडानी सेब उत्पादकों को खून के आंसू रुलायेंगे तो भजपा को राजनीतिक बियाबान में जाना ही पड़ेगा। तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया है।

एक ओर हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा और अर्की, फतेहपुर, जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट पर भाजपा को मिली करारी शिकस्त, दूसरे शब्दों में कहा जाय तो भाजपा का सूपड़ा साफ होने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है और हार का ठीकरा एक तरह से केंद्र सरकार पर ही फोड़ा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई के चलते प्रदेश में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे नतीजे की उम्मीद नहीं थी। दूसरी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा की तीन और विभिन्न राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में पार्टी के प्रदर्शन पर जनता तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार जताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकारें देश के हर वर्ग के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और उनके समग्र विकास के लिए निरंतर कटबद्ध हैं।

शाह और नड्डा ने पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान, महाराष्ट्र और हरियाणा के नतीजों पर चुप्पी साधना ही बेहतर समझा। एमपी को छोड़कर इन राज्यों में भाजप का खाता भी नहीं खुल सका है। हिमाचल में एक और पश्चिम बंगाल में चार में से तीन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी है और राजस्थान में भाजपा तीसरे चौथे स्थान पर पहुंच गयी है।

हिमाचल के सीएम के इस बयान के बाद से भाजपा में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष भी भाजपा के खिलाफ हमलावर हो गया है। हिमाचल के कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत खराब करके जनता के जेब पर डाका डालना शुरू कर दिया है। उसके पास दिखाने के नंबर नहीं हैं, जीडीपी के आंकड़े फर्जी हैं। पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर दी गई है। ऐसे में अब भाजपा के खिलाफ विरोध बढ़ता जा रहा है। इसक प्रभाव यूपी चुनाव पर भी पड़ेगा।

कहा जा रहा है कि उपचुनाव में भाजपा की हार का सीधा असर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सियासी कद पर पड़ेगा। सीएम मंडी जिले से संबंध रखते हैं और पूरा उपचुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जा रहा था। ये माना जा रहा है कि सीएम की साख के साथ-साथ उनके राजनीतिक भविष्य पर भी संकट गहरा गया है। भाजपा ने हाल ही में जिस तरह से तीन राज्यों के मुख्यमंत्री बदले हैं और ऐसे में हिमाचल की हार से जयराम ठाकुर के लिए भी खतरे की घंटी है। वैसे भी मोदी सरकार पर हमला करने वाले या कटघरे में खड़ा करने वाले पार्टी के किसी भी नेता को मोदी शाह कि जोड़ी बख्शती नहीं है।

हिमाचल की एक लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस जीत दर्ज करने में कामयाब रही है जबकि भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। उपचुनाव को राज्‍य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा है। वहीं, कांग्रेस के लिए 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले शुभ संकेत है और पार्टी के लिए माहौल बनाने का मौका मिल गया है। राजग ने असम, बिहार और मध्य प्रदेश में जीत दर्ज की जबकि कर्नाटक में मुख्यमंत्री के इलाके में कांग्रेस ने जीत दर्ज़ करके सेंध लगा दी है।

नड्डा ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि लोकसभा व विधानसभा उपचुनावों में भाजपा व राजग को मिली जीत के लिए कार्यकर्ताओं का अभिनंदन और जनता का आभार व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग की सरकारें अन्त्योदय का मूलमंत्र लेकर जन सामान्य के समग्र विकास हेतु निरंतर कटिबद्ध हैं। मध्य प्रदेश में खंडवा लोकसभा व दो विधानसभा सीटों पर भाजपा को मिली जीत को उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार की नीतियों पर जनता के विश्वास का प्रतीक बताया तो असम के नतीजों को एक विकसित उत्तर पूर्व के प्रति प्रधानमंत्री के संकल्प में जनता का निरंतर विश्वास करार दिया।

बिहार में राजग की जीत पर नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राजग सरकार प्रदेश के निरंतर विकास व जन कल्याण हेतु सेवाभाव से समर्पित है। तेलंगाना के हुजूराबाद में भाजपा की जीत के लिए उन्होंने जनता का आभार जताया और कहा कि भाजपा राज्य के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

चुनावी नतीजों पर इससे मिलते-जुलते ट्वीट में शाह ने कहा कि लोकसभा व विधानसभा उपचुनावों में भाजपा व राजग को मिले जनसमर्थन के लिए जनता का आभार व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग की सरकारें देश के हर वर्ग के जीवनस्तर को ऊपर उठाकर उनके समग्र विकास हेतु निरंतर कटिबद्ध हैं।उन्होंने सभी विजयी प्रत्याशियों व कार्यकर्ताओं को बधाई दी।

असम में भाजपा की जीत पर उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा असम की शांति व समृद्धि के निरंतर प्रयासों व लोक-कल्याणकारी नीतियों में जनता के विश्वास की जीत है। बिहार के उपचुनावों में मिली जीत के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार ऐसे ही प्रदेश की जनता के कल्याण व विकास हेतु निरंतर सेवाभाव से कार्य करती रहेगी। मध्य प्रदेश में भाजपा के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार एक समृद्ध व आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के प्रति निरंतर प्रतिबद्ध है।

कुछ सदस्यों की मौत और कुछ के इस्तीफे से खाली हुई इन सभी सीटों पर गत 30 अक्टूबर को मतदान हुआ था। जिन सीटों पर उपचुनाव हुआ है, उनमें नौ सीटों पर कांग्रेस और आधा दर्जन सीटों पर भाजपा का कब्जा था। अन्य सीटें तृणमूल कांग्रेस, जनता दल (युनाईटेड), इंडियन नेशनल लोकदल सहित कुछ अन्य क्षेत्रीय दलों के कब्जे में थीं।यह उपचुनाव ऐसे समय हुए हैं जब पेट्रोल-डीजल की कीमतें नित नए रिकार्ड बना रही हैं और महंगाई आसमान छू रही है। इनके अलावा किसानों के आंदोलन, कोरोना महामारी के दुष्प्रभावों और देश भर में जारी कोविड-19 रोधी टीकाकरण सहित कई अन्य क्षेत्रीय व स्थानीय मुद्दे भी इन उपचुनावों में हावी रहे।
(जेपी सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं और आजकल इलाहाबाद में रहते हैं।)

जेपी सिंह
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