योगी के घर में प्रियंका का डंका!

उत्तर प्रदेश के पुरुषवादी लैंगिक राजनीति को ‘लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ’नारे के साथ चुनौती देते हुये कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर्मक्षेत्र गोरखपुर से आज प्रतिज्ञा रैली को संबोधित किया। इसके साथ ही उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव के लिये कांग्रेस का प्रतिज्ञापत्र दोहराया

1- मछली पालन को कृषि का दर्जा दिया जायेगा।

2- बालू खनन और मछली पालन में निषाद समाज को सशक्त बनाया जायेगा। गुरु मछेद्रनाथ विश्वविद्यालय खोलेंगे।

3- किसानों के पूरा कर्ज़ा माफ करेंगे।

4- गेहूँ धान 2500 प्रति कुंटल, गन्ना 400 रुपये प्रति कुंटल खरीदा जायेगा।

5- अन्ना पशु की समस्या का संपूर्ण समाधान निकालेंगे। जिससे पशु भी बचें और किसानों का भी फायदा हो।

6- युवाओं के लिये 20 लाख सरकारी रोज़गार। संविदाकर्मियों को नियमितीकरण करेंगे।

7- 12वीं पास छात्राओं को स्मार्टफोन और स्नातक पास को स्कूटी देंगे।

8- कांग्रेस की सरकार साल में तीन सिलेंडर मुफ़्त देगी।

9- सरकारी बस में महिलाओं की यात्रा मुफ्त होगी।

10- आशा बहुओं और आंगनवाड़ीकर्मियों को 10 हजार का मानदेय देंगे।

11- कोई भी बीमारी हो 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज सरकार करायेगी

नेता और जनता की आस्था

गोरखपुर में प्रतिज्ञा रैली को संबोधित करते हुये कांग्रेस महासचिव ने नेता के चरित्र और नेता पर जनता के आस्थाओं की जिम्मेदारी और जवाबदेही का मुद्दा उठाया। उन्होंने रैली में आये लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि “जो सत्ता में होता है वो आपको बताता है कि आपका जीवन बहुत अच्छा हो गया है। और जो विपक्ष में होता है वो बताता है कि आपका जीवन नारकीय बना हुआ है। ये आस्थाओं का देश है। हम अपने देश में आस्था रखते हैं। अपनी मेहनत, अपनी धरती, अपने धर्म पर आस्था रखते हैं। और अपने नेताओं में भी आस्था रखते हैं। हम जब अपने देश के नेताओं में आस्था रखते हैं तो हम मानते हैं जो वो कह रहे हैं उसे वो सच्चाई और निष्ठा से करेंगे। लेकिन जब हम बड़े बड़े विज्ञापन देखते हैं कि विकास आ गया है”।

इतना बड़ा विज्ञापन है, प्रपोपागैंड है तो विकास आया होगा। कहीं न कहीं आया होगा। मेरे नहीं तो किसी और के द्वारा आया होगा। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री जब कहते हैं तो लगता है पूरा न सही लेकिन कुछ न कुछ तो सही बोल रहे होंगे। जब पधानमंत्री जनता के 8 हजार करोड़ से इटली जाते हैं तो हमें लगता है वो देश का नाम रोशन कर रहे हैं। लेकिन हम खुद क्या झेल रहे हैं। सच्चाई हम जानते हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि नाव निषादों की मां होती है। नदी पर उनका हक़ होता है। लेकिन इस सरकार ने उनकी रोजी रोटी छीन ली। उन्होंने आवाज़ उठाई तो उन्हें मारा पीटा उनकी नाव तोड़ दी। इसी तरह किसान परेशान हैं। आंदोलन कर रहे हैं। दलित, बुनकर, अल्पपसंख्यक, बहुजन और ब्राह्मणों का भयंकर शोषण हुआ है। आगरा में 30 दलितों को उठाकर थाने में रखकर मारा पीटा गया। मैं उस लड़की से मिली जिसके पति की उसकी आंखों के सामने पुलिस ने पीट पीटकर हत्या कर दी। मैं उसकी पीड़ा को यहां व्यक्त तक नहीं कर सकती।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि “जहां संकट है, मुश्किल है, संघर्ष है वहां ये सरकार अपना चेहरा दूसरी ओर कर लेती है और जनता की मदद नहीं करती। किसान खाद की लाइन में लगे लगे दम तोड़ दिए वो खाना खाने, पानी पीने नहीं जा सके। न उनके यहां गैस सिलिंडर था, न कोई सरकारी मदद। 2-3 लाख का कर्ज था उन पर। साढ़े चार सालों में आपको गन्ने की क़ीमत बढ़ाने का मौका नहीं मिला।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पर हमला करते हुये उन्होंने कहा कि “आदित्यानाथ खुद को गोरखनाथ की परंपरा का बताते हैं। लेकिन उनके कहे को नहीं मानते। जनता का शोषण करते हैं। गोरखपुर में सरकार ने बुलडोजर लगा रखा है। कबीर कहते थे- साईं इतना दीजिए जामे कुटुंब समाय। भाजपा कहती है जनता का सब लूटि लूटि पूंजपतियों को देऊ पहुंचाय।

प्रियंका गांधी ने सपा बसपा पर हमला बोलते हुये कहा कि उन्होंने चीनी मिलों को बंद करवाया। ये कांग्रेस को भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हैं। लेकिन जब आप पर हमला होता है तो ये क्यों नहीं आपके साथ होते।

कार्पोरेट बनाम किसान का मुद्दा उठाते हुये प्रियंका गांधी ने कहा कि आपके लोन माफी की बात पर सरकार कहती है पैसे नहीं हैं। और अपने खरबपति मित्रों का लोन माफ कर देते हैं। सत्तर साल का हिसाब मांगते हैं। ये और हमारी सत्तर सालों की मेहनत को सात सालों में बेंच दिया।

रोज़गार के मुद्दे को उठाते हुये उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्री के भाई को सवर्ण गरीब कोटे से नौकरी दी गई। रक्षक-भक्षक बन गया है। न अपराधी काबू में आ रहे हैं, न पुलिस काबू में आ रही है। अपराधियों को ढूँढने के लिये दूरबीन लेना पड़ता है। और जब वो ये बोल रहे थे तो उनके साथ अजय मिश्रा टेनी खड़ा था। मैं कहतीं हूं दूरबीन छोड़िये चश्मा लगाइये और अपराधी को सलाखों के पीछे भेजिये। मनीष गुप्ता, विवेक तिवारी को पुलिस, ने पीट पीटकर मार दिया।

उन्होंने आगे कहा कि जनता संकट में है। सरकार जनता के साथ नहीं खड़ी है। ऐसे में जनता की अपने नेता में आस्था हिलती है। जब आस्था हिले तो प्रश्न पूछिये कि आपका भरोसा क्यों टूटा। इनकी सरकार ने जन जन की रोजी रोटी खत्म कर दी। कोरोनाकाल में लोगों पर दमन किया। परेशानी का वीडियो वॉयरल करने पर डराया धमकाया जाता था। ऑक्सीजन सिलेंडर मांगने पर संपत्ति जब्त करने की धमकी दी जा रही है। जिन लोगों ने कोरोना में अपनों को खोया है कांग्रेस पार्टी उन्हें 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगी। गोरखपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत खराब है। अब पांच साल जब खत्म होने को है तो ये मेडिकल कॉलेज खोलने के दावे कर रहे हैं। बंद चीनी मिल खोलने के वादा किया था आप बताओ कितने चीनी मिल इन्होंने चालू करवाया।

सेवा नेता का गुण होता है

प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के जुमले का स्मरण कराते हुये कहा कि हवाईचप्पल वालों को हवाईजहाज की यात्रा कराने का वादा किया था। पैदल और साधन से चलना मोहाल कर दिया है। तेल 100 रुपये के ऊपर है। जिसने आपको इतने वादे किये एक भी वादा पूरा नहीं किया। तो आप अपने नेता पर सवाल उठाइये। यदि आप प्रश्न नहीं उठाएंगे तो बदलाव नहीं आयेगा। सच्चाई ये है कि आपके साथ धर्म और आस्था के नाम पर खिलवाड़ किया गया। सेवा नेता का सबसे बड़ा गुण होता है। ये गुण इंदिरा और सरकार पटेल में था। उन्होंने जनता की आस्था को बनाये रखने के लिये अपनी जान कुर्बान कर दी। उनको मालूम था कि उनकी हत्या हो सकती थी फिर भी वो पीछे नहीं हटीं। सिर्फ़ और सिर्फ़ आपकी आस्था के लिये। देश के लिये। मैं आज आपके बीच उनकी सीख लेकर खड़ी हूँ। मैं आपके आस्था को नहीं तोड़ूंगी।

महिलाओं के संघर्ष और उनकी भागीदारी के मुद्दे पर प्रियंका गांधी ने कहा कि महिला हर मोर्चे पर संघर्ष कर रही है। यूपी में महिलाओं के साथ पांच सालों से जो अत्याचार हो रहा है वो आप मुझसे ज़्यादा अच्छी तरह जानते हैं। उन्नाव, हाथरस में, गोरखपुर में जो कुछ हुआ है आप जानते हैं। औरतों को अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। कांग्रेस चाहती है कि चालीस प्रतिशत महिलायें राजनीति में आयें और राजनीति को पूरी तरह से बदल दें। राजनीति में आयें और संवेदना, शक्ति करुणा के दम पर राजनीति के दमनकारी चक्र को बदलें।

गुरु मछेन्द्रनाथ और गुरु गोरखनाथ की जय के साथ प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन को खत्म किया।

इंदिरा गांधी, और पटेल को दी गई श्रद्धांजलि

लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती और इंदिरा गांधी की शहादत दिवस पर दोनों नेताओं को मंच पर श्रद्धांजलि दी गई। फिर गोरखपुर की धरती से समाज, संस्कृति, देशकाल में परिवर्तन लाने वाले बुद्ध और महावीर, कबीर और फिराक़ गोरखपुरी, राम प्रसाद बिस्मिल को याद करते हुये रैली की शुरुआत हुयी।

इससे पहले ‘प्रियंका नहीं ये आंधी है, दूसरी इंदिरा गांधी है’, ‘कांग्रेस पार्टी, प्रियंका गांधी जिंदाबाद जिंदाबाद ’और ‘परिवर्तन, प्रतिज्ञा, प्रगति, प्रियंका’ नारों के साथ मंच पर प्रियंका गांधी का स्वागत किया गया।

कबीरपंथी दुर्गेशदास और हरिहरन शास्त्री द्वारा, बौद्ध समाज भन्तों सिंह प्रतीक चिन्ह दिया गया। निषाद समाज द्वारा स्मृति चिन्ह दिया गया। देवेंद्र निषाद धर्मेंद्र निषाद ने परशुराम की मूर्ति भेंट की।

कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अराधना मिश्रा मोना, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत, सलमान खुर्शीद, गोरखपुर जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान, आशुतोष तिवारी शहर अध्यक्ष गोरखपुर, बस्ती जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा, देवरिया से राम जी गिरि, किसान कांग्रेस के सूर्यमणि, अंबेडकर नगर जिलाध्यक्ष अमित वर्मा, कुशीनगर से राजकुमार रैली में शामिल हुये। गोरखपुर जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने स्वागत भाषण दिया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने मंच को संबोधित करते हुये सत्ता में आने पर पूर्वांचल को नया राज्य बनाने का एलान किया। कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजयकुमार लल्लू ने मंच को संबोधित करते हुये कहा कि देवरिया और कुशीनागर चीनी का कटोरा था जिसे भाजपा, सपा, बसपा ने नीलाम करके बंद कर दिया। बुनकरों की बड़ी आबादी है यहां लेकिन सब उदास हैं हताश हैं। कोई योजना नहीं है इनके लिये। सड़क चौड़ीकरण के नाम पर सारे ठेला, रेहड़ी, पटरी वालों को उजाड़ दिया गया। डूब और बाढ़ के क्षेत्र में सरकार ने कोई काम नहीं किया।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से संबोधित करते हुये उत्तर प्रदेश के नामबदलू मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम बुलडोजर नाथ रखते हुये कहा कि –“ नाथ संप्रदाय में गले लगाने की परंपरा है लेकिन आदित्यनाथ जी आपको क्या हो गया जो गरीबों, किसानों के घर में बुलडोजर चलाने लगे। प्रेम बांटने के बदले बदला लेने लगे। जिस जनता ने आपको मुख्यमंत्री बनाया उसी गरीब जनता के घरों में बुलडोजर चलाने लगे। इनका नाम तो बुलडोजर नाथ रखना चाहिये, आदित्यनाथ नहीं।

कांग्रेस ने प्रतिज्ञा ली है कि हमारी सरकार बनी तो धान और गेहूं 2500 रुपये क्विंटल और गन्ना 400 रुपये प्रति क्विंटल ख़रीद करेगी। हम वादा करके निभाना जानते हैं। और ये लोग पांव छूकर गोली मारने वाले नाथूराम गोडसे की परंपरा के लोग हैं।

उन्होंने भाजपा के गौप्रेम पर हमला करते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ में 11 हजार पंचायतें हैं। जहां 10 हजार गौशाला बनाना स्वीकार किया है, 6 हजार गौशालायें बन गई हैं। छत्तीसगढ़ में हम 2 रुपया किलो गोबर खरीदते हैं। गोबर के बदले लोगों के जेब में पैसा देते हैं। गोबर की वर्मी कंपोस्ट बनाते हैं। जानवरों से किसानों की फसलें भी बच रही हैं। ये लोग गाय गाय चिल्लाते हैं। लेकिन गौशाला तक नहीं बना सकते। अगर आपको अपनी फसल बचानी है, अपने जानवरों को बचाना भी है, और गोबर के बदले पैसा लेना है तो कांग्रेस को ले आना होगा।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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