सरकार का डेढ़ साल के लिए कानूनों को स्थगित करने का प्रस्ताव, किसान बैठक के बाद करेंगे फैसला

दिल्ली की सीमाओं पर तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 55 दिनों से जारी आंदोलन के बीच आज किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच 10वें दौर की बातचीत हुई। आज की बैठक में सरकार की ओर से कृषि क़ानूनों को डेढ़ साल के लिए स्थगित करने का भी प्रस्ताव दिया गया है।

इसके अलावा बैठक में सरकार ने कानून को स्थगित करने के साथ ही एक समिति बनाने का भी प्रस्ताव दिया, जिसमें किसान और सरकार दोनों के प्रतिनिधि होंगे। वहीं बैठक में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चर्चा से सरकार भागती रही।

सरकार के दोनों प्रस्तावों पर फिलहाल किसान यूनियन के नेताओं ने आपस में बैठक की। जिसमें किसान नेताओं ने तय किया कि वे गुरुवार को अन्य किसानों से बातचीत करने के बाद फैसला लेंगे।

आज की बैठक के बाद कृषि मंत्री ने कहा कि आज प्रकाश पर्व का शुभ दिन है। हमें इस मुद्दे पर मिलकर कोई बीच का रास्ता निकालना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक किसान इस आंदोलन के कारण सड़कों पर बैठे रहेंगे। इसके लिए हम सभी को मिलकर समाधान निकालना पड़ेगा।

भोजनावकाश के बाद बैठक के दौरान किसानों ने सरकार के मंत्रियों से कहा कि एनआईए प्रदर्शनकारियों को निशाना बना रही है। तब सरकार ने उनसे बेगुनाह लोगों की लिस्ट देने को कहा है। बता दें कि किसान नेताओं ने बैठक में जाने से पहले कहा था कि वो सरकार से किसानों को मिले एनआईए के नोटिस पर चर्चा करेंगे।

इसके अलावा सरकार ने इस बैठक में किसानों से गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली न करने का अनुरोध किया। 

वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर परेड को लेकर यह सुनिश्चित किया है कि यह अनुशासित परेड होगी। इसमें किसी उपद्रवी को शामिल नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल किसान इसे लेकर दिल्ली पुलिस की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं कि क्या उन्हें रिंग रोड तक जाने दिया जाएगा या बॉर्डर पर ही परेड करनी होगी।

आज ही ट्रैक्टर रैली के खिलाफ दिल्ली पुलिस की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई जिसमें कोर्ट ने कोई आदेश पारित करने से इनकार कर दिया।

इस बीच, टिकरी बॉर्डर पर बुधवार को एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। 60 वर्षीय किसान धन्ना सिंह 27 नवंबर से ही टीकरी सीमा पर आंदोलन में शामिल थे। आज अचानक हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई। धन्ना सिंह की मौत के बाद वहां उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई और किसानों ने उनकी मौत को शहीदी बताया। इससे पहले दिल्ली के टीकरी बॉर्डर पर कथित रूप से जहरीला पदार्थ खाने वाले एक किसान की बुधवार को यहां एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान जय भगवान राणा (42) के तौर पर हुई है वह हरियाणा के रोहतक जिले में पकासमा गांव का रहने वाला था। राणा ने मंगलवार को टीकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल पर सल्फास की गोलियां खा ली थीं। अपने कथित सुसाइड नोट में राणा ने लिखा था कि वह एक छोटा किसान है और केंद्र के नए कृषि कानून के खिलाफ बहुत से किसान सड़कों पर हैं। उसने एक पत्र में लिखा, ‘सरकार कहती है कि यह सिर्फ दो या तीन राज्यों का मामला है, लेकिन पूरे देश के किसान कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। दुखद है कि अब यह सिर्फ आंदोलन नहीं, बल्कि मुद्दों की लड़ाई बन गया है। किसानों और केंद्र के बीच बातचीत में भी गतिरोध बना हुआ।’

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