जेएनयू हमलावरों का चेहरा बनी कोमल शर्मा का आडियो आया सामने, माना कि हमले में थी वह शरीक

नई दिल्ली। जेएनयू पर हमला करने वाले विद्यार्थी परिषद के 100 गुंडों में से दिल्ली पुलिस अभी तक किसी एक को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जबकि उनके चेहरे वीडियो फुटेज और फोटो में कैद हो चुके हैं और पूरे देश और दुनिया के स्तर पर उनका प्रसार हो रहा है। जबकि इस पूरी घटना में 36 लोग घायल हुए हैं। जिसमें चार को सिर में चोटें आयी हैं। बाकी के शरीर के दूसरे हिस्सों में चोट लगी है। 36 में से 31 छात्र हैं। इसके अलावा दो अध्यापक और दो गार्ड भी शामिल हैं।

जामिया में महज उकसावे पर लाइब्रेरी, मस्जिद और छात्रावासों में घुसकर लोगों को मारने और तोड़फोड़ करने वाली दिल्ली पुलिस ने जेएनयू मामले में अभी तक एक को भी गिरफ्तार नहीं किया है। जबकि एम्स ट्रौमा सेंटर से डिसचार्ज हो चुकीं छात्रसंघ की अध्यक्ष आइषी घोष का कहना है कि रविवार को अभी वारदात शुरू ही हुई थी तभी 4.57 बजे पुलिस को सूचना दे दी गयी थी। लेकिन तीन घंटे तक गुंडे छात्रों पर हिंसक हमला और उनकी बेरहमी से पिटाई करते रहे लेकिन पुलिस नदारद रही। यही नहीं छात्राओं के छात्रावास में घुसकर गुंडों ने तोड़फोड़ और उनकी पिटाई की।

अब तो कई तरह के सबूत सामने आ गए हैं जिनमें ह्वाट्सएप ग्रुप में चैटिंग से लेकर कई आडियो-विजुअल शामिल हैं। इन सभी में उन लोगों की शिनाख्त की जा सकती है जिन्होंने इस पूरी बर्बरता को अंजाम दिया था।

इसी कड़ी में एक आडियो सामने आया है जिसमें इस हमले में सबसे ज्यादा चर्चित हुई लड़की कोमल शर्मा जिसके विद्यार्थी परिषद से जुड़े होने के साथ ही डीयू का छात्र बताया जा रहा है, का आडियो सामने आ गया है। इसमें अपने एक दोस्त के साथ चैटिंग में वह कहती सुनी जा सकती है कि “देव कृपया किसी को बताना मत कि आपने मुझको देखा था, क्योंकि मेरी फोटो वायरल हो गयी है”। डीयू की छात्र नेता कवलप्रीत कौर के जरिये सामने आये इस आडियो में पूरी चैटिंग देखी जा सकती है। जिसमें शुरू में सामने वाला शख्स कोमल शर्मा से पूछता है कि जेएनयू में क्या हो रहा है तुम्हे पता है? उसका जवाब कोमल न में देती है।

उसके बाद सामने वाला शख्स कहता है कि “ओह, जहां तक मुझे याद है मैंने तुम्हें आज देखा था। तुम क्या रेड और ह्वाइट चेक वाली शर्ट पहनी थी”? इसका कोमल हां में जवाब देती है। फिर लड़का कहता है कि “मैंने तुमको देखकर हाथ भी हिलाया था। मुनिरिका की तरफ थी न”। इसका हां में जवाब देने के बाद कोमल ने फिर आडियो के जरिये उपरोक्त बातें कहीं। जिसका जवाब देते हुए लड़के ने कहा कि चिंता मत कर।

आपको बता दें कि चेक की शर्ट पहने और चेहरे को शाल से ढंके कोमल की तस्वीर सोशल मीडिया समेत सारे प्लेटफार्मों पर वायरल हो गयी है। इसमें उसे हाथ में एक रॉड लिए हुए देखा जा सकता है। जिसके साथ कई दूसरे हमलावर भी शामिल थे।

इसके अलावा तीन ह्वाट्स ग्रुपों के जरिये बनी पूरी योजना और उसमें शामिल लोगों की शिनाख्त हो गयी है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इसमें जेएनयू के प्रॉक्टर और दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े एक कालेज के अध्यापक और दो पीएचडी स्कॉलर शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि जेएनयू में आरएसएस से जुड़े अध्यापकों ने छात्रों की पिटाई में गुंडों का सहयोग किया है। यह बात छात्रसंघ अध्यक्ष आइषी घोष ने भी कही है। यहां तक कि आरोप उस चीफ प्रॉक्टर विवेकानंद सिंह पर भी है जिसकी जिम्मेदारी छात्रों के रक्षा करने की है। और ये सज्जन “फ्रेंड्स ऑफ आरएसएस” के नाम से बने ह्वाट्सएप ग्रुप के सदस्य हैं। इस ग्रुप में पूरी घटना के दौर की रिपोर्टिंग होती रही। इस मसले पर जब इंडियन एक्सप्रेस ने सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह की बातचीत की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि “मैं ग्रुप का सक्रिय सदस्य नहीं हूं और अब मैं उससे अलग हो गया हूं। जो मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है वह शांति बहाली है।” आपको बता दें कि विवेकानंद 2004 के छात्रसंघ चुनाव में विद्यार्थी परिषद से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी थे।

जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइषी घोष प्रेस कांफ्रेंस करती हुईं।

इसके अलावा सामने आए “यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट” के नाम से बने दूसरे ग्रुप में 8 ऐसे नाम सामने आए हैं जो विद्यार्थी परिषद के मौजूदा और पूर्व प्रभारी हैं। इस ग्रुप के सदस्य और जेएनयू एबीवीपी इकाई के विभाग संयोजक विजय कुमार से जब इंडियन एक्सप्रेस ने बात की तो उनका कहना था कि “मैं किसी अज्ञात शख्स द्वारा जोड़ दिया गया था और एडमिन बना दिया गया था। जब मैंने अपना ह्वाट्सएप चेक किया तो तुरंत ग्रुप को छोड़ दिया”।

ग्रुप के दूसरे एडमिनिस्ट्रेटर में जेएनयूएसयू में विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मनीष जांगिड़, एबीवीपी की दिल्ली कोआर्डिनेटर वैलेंटिना ब्रह्मा शामिल हैं। हालांकि इन सभी ने अब तरह-तरह की बातें कर उससे कोई रिश्ता न होने की बात कही है।  

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